Live in Partner Murder: श्रद्धा, अंजन और अब निक्की की हत्या का फ्रिज कनेक्शन, निक्की का कातिल भी लाश के टुकडे करनेवाला था?
Nikki Yadav Murder: लाश फ्रिज में रखने केबाद साहिल घर लौट गया और उसी रात होनेवाली अपनी शादी की तैयारी में जुट गया।
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Nikki Yadav Murder: दस फरवरी को यानी निक्की के कत्ल के 24 घंटे के अंदर-अंदर साहिल एक दूसरी लडकी के साथ सात फेरे ले रहा था। उधर कुछ दूरी पर निक्की एक फ्रिज में बंद थी। शादी के बाद साहिल अपनी नई दुल्हन को लेकर घर पहुंच चुका था। और उसके घर से सात सौ मीटर की दूरी पर इस फ्रिज में तब भी निक्की बंद थी। चौबीस घंटे बाद तारीख बदल जाती है। कैलेंडर अब 11 फरवरी दिखा रहा था। पिछले 24 घंटे से निक्की ने अपने घरवालों को फोन नहीं किया था। जो उसका रुटीन था। निक्की के पिता परेशान हो उठते हैं। क्योंकि ऐसा उसने पहले कभी नहीं किया था। वो निक्की की बहन से पूछते हैं। बहन बताती है कि बिंदापुर अपने घर पर नहीं है।
निक्की की एक दोस्त जो साथ रहती थी वो भी बताती है कि निक्की घर नहीं आई है। बाद में निक्की की बहन अपने पिता को बताती है कि निक्की आखिरी बार साहिल नाम के अपने दोस्त के साथ गई थी। वो साहिल का नंबर भी पिता को देती है। तब पहली बार निक्की के पिता साहिल को फोन करते हैं। इस तरह तीन दिन तक साहिल निक्की के पिता को टालता रहा। चूंकि निक्की की बहन ने भी ये कह दिया था कि वो ट्रिप पर देहरादून और मसूरी गई है, लिहाजा घरवालों ने निक्की की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी नहीं लिखवाई। लेकिन तभी कहानी में एक नया ट्विस्ट आता है।
14 फरवरी को मित्राऊ गांव का एक शख्स इसी गांव में रहनेवाले दिल्ली पुलिस के एक अफसर को फोन करता है। वो गुमनाम शख्स साहिल और निक्की के रिश्तों को जानता था। उसे ये बात बडी अजीब लगी कि साहिल की शादी कहीं और हो गई। और उससे भी अजीब ये कि पिछले कुछ दिनों से उसे निक्की दिखाई नहीं दी। उसे साहिल के ढाबे में कुछ गतिविधियों को लेकर भी शक हुआ। इसी के बाद पुलिस की एक टीम साहिल के बंद पडे ढाबे में पहुंची। ढाबे की तलाशी ली। और इतेफाक से फ्रिज का दरवाजा खोल दिया। शायद श्रद्धा केस उन पुलिसवालों के जेहन में ताजा थी। फ्रिज का दरवाजा खुलते ही निक्की की लाश बाहर आ जाती है।
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