दिल्ली के सरकारी अस्पताल में सेक्स वर्कर के अंत की दर्दनाक कहानी!
Delhi Hospital Rape: दिल्ली में दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई। एक शख्स ने एक महिला के शरीर को बुरी तरह से नोंचा और तब तक नोंचा, जब तक उसकी चीखें नहीं निकल गई। बाद में महिला की मौत हो गई।
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Delhi Hospital Rape: दिल्ली में दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है। एक बेबस महिला का बेहद दर्दनाक अंत हुआ। उसके दांत तोड़ दिए गए। उसको इतना मारा गया कि आखिरकार उसकी मौत हो गई। हम महिला के बारे में आपको ज्यादा नहीं बताएंगे और न ही ये बताएंगे कि उसके साथ किस अस्पताल में ये घटना घटी, इसके पीछे वजह ये है कि हमारा मकसद महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाना नहीं, बल्कि सच बताना है।
आइए आपको बताते है एक बेबस महिला के दर्द की कहानी
Hospital Lady Assaulted: 1 मई की देर रात। वक्त करीब 10 बजे। एक सेक्स वर्कर एक नामी अस्पताल में ग्राहक की तलाश कर रही थी। शायद उसे ये पता था कि यहां ग्राहक मिल सकता है। और उसे ग्राहक मिल भी गया। दोनों में डील हुई। सेक्स करने के लिए जगह चुनी गई अस्पताल का एसी प्लांट एरिया। शायद वहां कोई आता नहीं होगा। महिला ने उसके साथ सेक्स किया। इसके बाद असल विवाद शुरू हुआ और वो विवाद था पैसों को लेकर।
(Hospital Lady Assaulted)
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महिला 300 रुपए मांग रही थी, जब कि आरोपी 200 देने को तैयार था। फिर दोनों में बहस हुई और बहस इतनी बढ़ गई कि नौबत मारपीट तक आ गई। महिला जोर-जोर से चिल्ला रही थीं, क्योंकि उसका हक उसे नहीं मिल रहा था। सेक्स वर्कर और आरोपी में हाथापाई शुरू हुई। चारों तरफ हंगामा मच गया। आरोपी ने गुस्से में आकर उसके मुंह पर घूंसा मार दिया, जिससे सेक्स वर्कर का दांत टूट गया। खून निकलने लगा। इतना ही नहीं आरोपी ने उसे काफी पीटा। उसे लहूलुहान कर दिया गया। इतने में लोगों ने पुलिस को फोन कर दिया। (Hospital Lady Assaulted)
Delhi Police: इस बीच सेक्स वर्कर को अस्पताल में भर्ती कराया गया। डाक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन रविवार को उसकी मौत हो गई। उसकी उम्र 40 साल की थी। कैसे वो सेक्स वर्कर बनी? ये तो साफ नहीं है कि लेकिन उसका अंत बेहद दर्दनाक था। असहनीय था और इससे कई सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं।
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मसलन
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कब से सेक्स वर्कर अस्पताल आ रही थी?
क्या रात के वक्त अस्पताल में ये सब कुछ भी होता है?
उस वक्त अस्पताल में सुरक्षा कर्मी कहां थे?
क्या अस्पताल परिसर की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के पास है?
महिला अपनी स्वेच्छा से ये काम कर रही थीं। हालांकि माली हालात खराब थी, लेकिन महिला ने ये करना ही ठीक समझा। लेकिन ये हक तो किसी को नहीं है कि कोई किसी को बेरहमी से पीटे, उसके दांत तोड़ दे, जिससे उसकी मौत हो जाए। समाज ऐसी महिलाओं को अच्छी नजर से नहीं देखता, लेकिन उन लोगों का क्या जो इनके ग्राहक बनते हैं? क्योंकि ये महिला छिपाती नहीं, और ऐसे आरोपी महात्मा बनने का ढोंग रचते हैं।
सवाल और भी है
1. क्या मामला मारपीट का था, लिहाजा बाद में पुलिस ने दबाव में रेप का मामला दर्ज किया?
2. घटना ने क्या अस्पताल परिसर की सुरक्षा पर सवाल नहीं खडे़ किए है?
सवाल खत्म नहीं होंगे, लेकिन सच तो ये भी है कि पुलिस ऐसे मामलों को हल्के में ही लेती है, क्योंकि महिला सेक्स वर्कर जो ठहरी। पुलिस के पास और बहुत काम है।
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