AAP सांसद संजय सिंह ने केंद्रीय वित्त सचिव से ED डायरेक्टर पर अभियोजन की मंजूरी मांगी
Delhi news : AAP के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने केंद्रीय वित्त सचिव को पत्र लिखकर दिल्ली आबकारी नीति मामले में उनके खिलाफ लगाये गये “गलत और मानहानिकारक” आरोपों के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निदेशक संजय कुमार मिश्रा तथा सहायक निदेशक जो
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Delhi News : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने केंद्रीय वित्त सचिव को पत्र लिखकर दिल्ली आबकारी नीति मामले में उनके खिलाफ लगाये गये “गलत और मानहानिकारक” आरोपों के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निदेशक संजय कुमार मिश्रा तथा सहायक निदेशक जोगेंद्र सिंह पर अभियोजन की मंजूरी देने का अनुरोध किया है। सिंह का पत्र प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 20 अप्रैल को अदालत में एक आवेदन दायर करने के बाद आया है, जिसमें आरोप-पत्र में उनके नाम से संबंधित “टाइपोग्राफिकल / लिपिकीय” त्रुटि को ठीक करने की मांग की गई थी। ईडी के सूत्रों ने कहा कि आरोपपत्र में सिंह का नाम चार बार आया है, जिसमें से एक संदर्भ गलत है क्योंकि उनका नाम राहुल सिंह के स्थान पर “अनजाने में” टाइप किया गया था। जब नीति तैयार की गई थी तब राहुल सिंह दिल्ली के आबकारी आयुक्त थे।
आप ने आरोप लगाया कि पार्टी और उसके नेताओं को बदनाम करने के लिए “पीएमओ के इशारे पर” मामले में ईडी के आरोपपत्र में संजय सिंह का नाम शामिल किया गया है। आम आदमी पार्टी के नेता ने 22 अप्रैल को जांच एजेंसी को कानूनी नोटिस भेजकर कहा था कि वह दिल्ली आबकारी नीति मामले में उनके खिलाफ कथित रूप से झूठे और अपमानजनक दावे करने के लिए माफी मांगे या दीवानी और आपराधिक मुकदमे का सामना करने को तैयार रहे। सिंह के वकील की ओर से जारी कानूनी नोटिस ईडी के निदेशक मिश्रा और सहायक निदेशक सिंह को संबोधित था।
ईडी के एक वकील ने 29 अप्रैल को सिंह के वकील को लिखा, “राहुल सिंह के बजाय, केवल एक संदर्भ में अनजाने में संजय सिंह का उल्लेख किया गया था। सुधार के लिए आवेदन वर्तमान नोटिस (22 अप्रैल को ईडी को संजय सिंह का नोटिस) की तारीख से बहुत पहले का है, जो एजेंसी की सदाशयता को प्रदर्शित करता है”। आप ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने केंद्रीय वित्त सचिव को पत्र लिखकर ईडी निदेशक संजय कुमार मिश्रा और सहायक निदेशक जोगेंद्र पर अभियोजन की मंजूरी मांगी है।’’ पार्टी ने कहा, ‘‘संजय सिंह के बारे में अपमानजनक और असत्य बयानों के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 500 के साथ धारा 499 के तहत अधिकारियों पर अभियोजन के लिए अनुरोध किया गया है।’’
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ईडी के सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने 20 अप्रैल को विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष अभियोजन पक्ष की शिकायत (आरोपपत्र) में विसंगति को सुधारने के लिए “टाइपोग्राफिकल / लिपिकीय” त्रुटि के सामने आने के बाद एक याचिका दायर की। बुधवार को जारी एक वीडियो संदेश में सिंह ने एजेंसी की खिंचाई की। उन्होंने कहा, “मेरे कानूनी नोटिस के जवाब में, ईडी ने आज स्वीकार किया है कि मेरा नाम गलती से आरोपपत्र में डाल दिया गया था। यह किस तरह का मजाक है? यह किस तरह की फर्जी जांच है?” उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी दिल्ली शराब नीति में कथित घोटाले की “आधारहीन” जांच कर रहा है। सिंह ने आरोप लगाया, “इतिहास में पहली बार मोदी के इशारों पर नाचने वाली ईडी ने अपनी गलती मानी है। मनीष सिसोदिया के खिलाफ कार्रवाई, मुझे बदनाम करने की कोशिश और अन्य की गिरफ्तारी- इन सबके पीछे एक ही मकसद है। मोदी जी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की छवि खराब करना चाहते हैं।”
भाजपा ने इस मामले को लेकर केजरीवाल और सिंह पर हमला बोला और उन पर झूठ व अफवाह फैलाने का आरोप लगाया। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक ट्वीट में कहा, “आप अक्सर शिक्षित होने का दावा करते हैं। ईडी के वकील की चिट्ठी में कहां लिखा है कि संजय सिंह आरोपी नहीं हैं या ईडी ने माफी मांगी है?” उन्होंने कहा, “ईडी ने इसके बजाय संजय सिंह के नोटिस को अवैध बताया है। यदि आप इसे नहीं पढ़ सकते हैं, तो इसे किसी और से पढ़वाएं। झूठ और अफवाह फैलाना आम आदमी पार्टी का असली चरित्र है।”
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