Gangster Nabbed: दिल्ली का मोस्टवांटेड गैंग्स्टर मैक्सिको में पकड़ा गया, लॉरेंस और गोल्डी बराड़ से भी जुड़े थे तार

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Gangster Nabbed: दिल्ली का मोस्टवांटेड गैंग्स्टर मैक्सिको में पकड़ा गया, लॉरेंस और गोल्डी बराड़ से ...
मैक्सिको में पकड़ा गया तीन लाख का इनामी गैंग्स्टर दीपक बॉक्सर
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Delhi Smart Police: दिल्ली पुलिस को यूं ही स्मार्ट पुलिस का तमगा हासिल नहीं हुआ, बल्कि उसकी सोच और समझ का लोहा पूरी दुनिया में माना जाता है। दिल्ली की स्मार्ट पुलिस का हालिया कारनामा किसी हैरतअंगेज से कम नहीं। दिल्ली का मोस्टवॉन्टेड गैंग्स्टर दीपक बॉक्सर को आखिरकार दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन यानी FBI के साथ मिलकर मैक्सिको से गिरफ्तार कर लिया है। दीपक को इसी हफ्ते के आखिर तक हिन्दुस्तान ले आया जाएगा। बताया जा रहा है कि दीपक बॉक्सर अगस्त 2022 से फरार चल रहा था उस पर एक बिल्डर की हत्या का इल्जाम है। पुलिस के सूत्रों की मानें तो दीपक ने बिल्डर अमित गुप्ता को उसके सिविल लाइंस इलाके में गोली मारी थी। वैसे ये पहला मौका है जब भारत की किसी पुलिस ने हिन्दुस्तान से बाहर किसी गैंग्स्टर को किसी दूसरे मुल्क की जांच एजेंसी के साथ मिलकर इस तरह दबोचा हो। 
पुलिस के मुताबिक दीपक बॉक्सर ने सिविल लाइंस के भीड़ भाड़ वाले इलाके में अगस्त 2022 को बिल्डर अमित गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। खुलासा यही है कि इस हत्या का मकसद दरअसल किसी भी तरह की रंगदारी की वसूली नहीं थी बल्कि एक पुरानी रंजिश का बदला लेना भर था। इसी बीच पुलिस को ये भी खबर मिली कि दीपक बॉक्सर का ताल्लुक टिल्लू ताजपुरिया गैंग से भी है। ये वही गैंग है जिसे उस बिल्डर का दुश्मन गैंग बताया जा रहा है। पुलिस की तफ्तीश में ये भी खुलासा हुआ है कि असल में बिल्डर अमित गुप्ता उस गैंग का सारा कैश और नकद की देख रेख करता था और गैंग के फाइनेंस का काम संभालता था। 
पुलिस की तरफ से सामने आई जानकारी के मुताबिक दीपक बॉक्सर इस वक्त गोगी गिरोह को संभाल रहा था और वो खुद को इस गिरोह का सरगना बताता था। कहते हैं कि गिरोह के सरगना होने का दम उसने तब से भरना शुरू किया ता जब 2021 में जितेंद्र गोगी की हत्या हो गई थी। 
पुलिस की तफ्तीश में ये बात सामने आई है कि दीपक बॉक्सर ने हिन्दुस्तान से बाहर जाने के लिए नकली पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था। वो कोलकाता से मैक्सिको की उड़ान के जरिए देश से फरार होने में कामयाब हो गया था। इसी बीच दिल्ली पुलिस ने इस भगोड़े गैंग्स्टर को पकड़ने के लिए तीन लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। 
दीपक के बारे में ये बात सामने आई है कि उसकी उम्र 27 साल है और जितेंद्र गोगी को कोर्ट के बाहर गोली मारे जाने की घटना के बाद सितंबर 2021 से वो गोगी गैंग को संभाल रहा था। वैसे दीपक तभी से पुलिस की नज़रों में चढ़ गया था जब उसने 2016 में जितेंद्र गोगी को हरियाणा पुलिस के हिरासत से भगाने में कामयाब हो गया था। ऐसा माना जा रहा है कि दीपक बॉक्सर का ताल्लुक तिहाड़ में बंद और पंजाब के सबसे बड़े गैंग लॉरेंस बिश्नोई से भी है। खुलासा यही है कि लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ दोनों ही दीपक बॉक्सर की मदद कर रहे थे और उसे देश से फरार कराने में भी उनका हाथ सामने आ रहा है। पुलिस को ऐसी खबर मिली है कि जिस फर्जी पासपोर्ट के जरिए दीपक बॉक्सर देश से भागने में कामयाब हुआ था उसे गोल्डी और लॉरेंस के गैंग ने ही मुहैया करवाया था। खबर तो यहां तक है कि लॉरेंस बिश्नोई असल में दीपक बॉक्सर को विदेश में ही सेट करना चाहता था ताकि वहीं से वो गैंग को चलाता रहे।

 

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