हिंदुस्तान में बैठकर अमेरिकी महिला को लगाया करोड़ों का चूना, क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर ठगी, ईडी ने किया गिरफ्तार

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हिंदुस्तान में बैठकर अमेरिकी महिला को लगाया करोड़ों का चूना, क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर ठगी, ईडी ने किया गिरफ्तार
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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क्रिप्टो अकाउंट से कई वॉलेट में बिटकॉइन ट्रांसफर किए

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लक्ष्य विज ही धोखेधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का मास्टरमाइंड

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मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी से अकाउंट खोला

Delhi: Enforcement Directorate ने क्रिप्टोकरंसी हैंडलर लक्ष्य विज को मनी लांड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। ईडी ने लक्ष्य विज को बुधवार को अदालत में पेश कर 5 दिन की डिमांड पर ले लिया है और आरोपी से पूछताछ की जा रही है। ईडी के मुताबिक इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच सीबीआई की एक एफआईआर पर शुरू की गई थी जिसमें एक अमेरिकन नेशनल महिला के साथ भारत मे बैठे कुछ लोगो ने करोड़ो रूपये की धोखाधड़ी की जानकारी मिली थी। 

भारत में बैठकर अमेरिकी महिला से ठगी

ईडी की एफआईआर के मुताबिक आरोपियों ने यूएस नेशनल  महिला से संपर्क कर महिला को क्रिप्टोकरंसी मैं पैसा इन्वेस्ट करने के लिए कन्वेंस किया। जिसके बाद आरोपियों ने पीड़ित महिला के कंप्यूटर का रिमोट एक्सेस हासिल कर लिया और फिर पीड़ित महिला के मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी का इस्तेमाल कर क्रिप्टोकरंसी अकाउंट खोला और उस अमेरिकन नेशनल महिला ने अपने क्रिप्टोकरंसी अकाउंट में चार लाख अमेरिकी डॉलर ट्रांसफर कर दिए।

आरोपी लक्ष्य को ED ने किया अरेस्ट

दरअसल अमेरिका की एक महिला, लिसा रोथ को 4 जुलाई, 2023 को एक शख्स का फोन आया, जिसने खुद को माइक्रोसॉफ्ट का एजेंट होने का दावा किया था। उसने उसे एक क्रिप्टोक्यूरेंसी वॉलेट में 400,000 डॉलर ट्रांसफर करने के लिए कहा। महिला की शिकायत पर अमेरिकन ऑथोरिटी ने इंडियन अथॉरिटीज से संपर्क किया था और  सीबीआई ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। रोथ को इस बात का बिल्कुल अंदेशा नही था कि वह साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गई हैं और उनसे 3.3 करोड़ की ठगी की जा चुकी थी। 

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क्रिप्टोकरेंसी और लाखों डॉलर की ठगी

इस घटना के एक साल बाद प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली से बाहर एक सट्टेबाज और एक क्रिप्टोक्यूरेंसी हैंडलर को गिरफ्तार किया। सट्टेबाज लक्ष्य विज पूर्वी दिल्ली के दिलशाद गार्डन का रहने वाला है। लक्ष्य का नाम तब सामने आया जब पिछले साल मार्च में गुजरात पुलिस ने उसे पूर्वी दिल्ली के क्रॉस रिवर मॉल से गिरफ्तार किया और आरोप लगाया गया कि दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उसे रिहा करा दिया था। दरअसल एनफोर्समेंट डायरेक्टेड ने भी मनी लॉन्ड्रिंग में जांच शुरू की थी।

महिला के मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी से अकाउंट खोला

जांच में ईडी को पता चला था की पीड़ित महिला के क्रिप्टो अकाउंट से बाद में बिटकॉइन को कई दूसरे वॉलेट में ट्रांसफर किया गया और फिर बाद में पैसे को इंडियन करेंसी में कन्वर्ट कर कई लोगों के अकाउंट में ट्रांसफर किया गया था। एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने जांच के दौरान उन लोगों के बयान भी दर्ज किए थे जिनके अकाउंट में क्रिप्टोकरंसी और बिटकॉइन ट्रांसफर किये गए। जांच में खुलासा हुआ कि लक्ष्य विज ही इस धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का मास्टरमाइंड था। जिसके बाद ईडी ने इसे गिरफ्तार कर लिया है।

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