Rau's IAS में तीन छात्रों की मौत का जिम्मेदार कौन? कोचिंग सेंटर के खिलाफ पहले भी की गई थी शिकायत, दिल्ली पुलिस ने किए 7 गिरफ्तार
Delhi IAS Coaching IAS incident Update: दिल्ली में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत को लेकर अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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न्यूज़ हाइलाइट्स
तीन छात्रों की मौत का जिम्मेदार कौन?
7 आरोपी गिरफ्तार
कैसे मिनटों में भर गया इतना पानी?
Delhi: दिल्ली में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन लोगों की मौत को लेकर अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जांच में ये बात सामने आई है कि कोचिंग सेंटर के खिलाफ स्टूडेंट्स ने एमसीडी से शिकायत की थी। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। UPSC की तैयारी कर रहे एक छात्र किशोर सिंह कुशवाहा ने 26 जून को ही दिल्ली सरकार और MCD से शिकायत की थी कि ओल्ड राजेंद्र नगर में कैसे अवैध तरीके से बेसमेंट में बिना NOC के क्लासरूम संचालित किए जा रहे हैं? Public Grievance Portal के माध्यम से ये शिकायत किशोर ने की थी और कहा था कि कभी भी वहां हादसा हो सकता है, लेकिन उस शिकायत पर MCD ने ध्यान ही नहीं दिया। शिकायत करने वाले छात्र ने 15 जुलाई और 22 जुलाई को शिकायत के संबंध में रिमाइंडर भी भेजा था, फिर भी अनदेखी की गई। DCP सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने क्राइम तक से कहा- इस सिलसिले में कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच जारी है।
13 कोचिंग सेंटर सील, दिल्ली पुलिस करेगी एमसीडी अधिकारियों से पूछताछ
अब दिल्ली पुलिस के अधिकारी इसे लेकर एमसीडी के अधिकारियों से पूछताछ करेंगे। बीती रात दिल्ली में 13 कोचिंग सेंटर सील किए गये हैं। मेयर शैली ओबरॉय ने बेसमेंट में किसी भी तरह की कमर्शियल एक्टिविटी पर रोक लगा दी है। दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने भी शिकंजा कसा है। खबर है कि पुलिस MCD के अधिकारियों से पूछताछ करेगी। ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में तैनात ड्रेनेज सिस्टम से जुड़े अधिकारियों से पुलिस सवाल-जवाब करेगी। MCD को दिल्ली पुलिस नोटिस जारी करेगी और जवाब मांगेगी। आपको बता दें कि FIR में वाटर ड्रेनेज सिस्टम देखने वालों को भी आरोपी बनाया गया है। घटना क बाद पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पांच और लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अभी तक लोगों के मन में सवाल यही है कि हादसा कैसे हुआ होगा? आखिर कैसे बेसमेंट में पानी भरता रहा और छात्रों को सुरक्षित नहीं निकाला जा सका। कुछ ही मिनट के अंदर बेसमेंट में इतना पानी कैसे आ गया कि छात्र बाहर नहीं निकल सके? अब इस हादसे से जुड़े नए-नए वीडियो सामने आ रहे हैं। तस्वीरें चीख-चीख कर कह रही हैं कि कोचिंग सेंटर की तरफ से बड़ी लापरवाही हुई। जलजमाव शुरू होते ही बेसमेंट से छात्रों को निकालने में देरी की गई।
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इस हादसे से जुड़ा एक और वीडियो सामने आया है। वीडियो हादसे के वक्त का है। इसमें छात्र बारी-बारी से बेसमेंट से निकलते दिख रहे हैं। पानी की स्पीड बढ़ती जा रही है। बाहर मौजूद लोग बेसमेंट में फंसे छात्रों को जल्दी वहां से निकलने के लिए कह रहे हैं। कल ऐसे वीडियो सामने आए थे, जिनमें बेसमेंट में पानी जाते दिख रहा है।
बायोमैट्रिक सिस्टम फेल होने से दरवाजा नहीं खुला!
शनिवार शाम करीब 6.20 बजे भारी बारिश हुई। इससे मुख्य सड़क पर पानी भर गया। RAU'S IAS स्टडी सर्किल के बेसमेंट में लाइब्रेरी है और वहां स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे थे। कोचिंग सेंटर में पानी जाने से रोकने के लिए गेट बंद किया गया था। इस बीच कुछ वाहनों के स्पीड से गुजरने के कारण प्रेशर बढ़ा तो पानी कांच का गेट तोड़कर सीढ़ियों से बेसमेंट में जाने लगा और दो मिनट के अंदर 10 से 12 फीट तक पानी अंदर घुस गया। बेसमेंट में सिर्फ एक एंट्री और एग्जिट पॉइंट था और ये बायोमेट्रिक था। बाढ़ के कारण सिस्टम संभवत: बंद हो गया था।
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लाइब्रेरी में बैठे 30 से ज्यादा स्टूडेंट्स फंस गए। बेसमेंट के दरवाजे पर में कुछ दिन पहले ही बायोमैट्रिक सिस्टम लगाया गया था। पंच करने से ही गेट खुलता है। संभवत: पानी भरने और बिजली सप्लाई ना होने से बायोमैट्रिक सिस्टम फेल गया। ऐसे में अंदर फंसे स्टूडेंट्स बाहर नहीं निकल सके। प्रत्यक्षदर्शी स्टूडेंट्स बताते हैं कि बहाव बेहद तेज था। बाहर निकलने का कोई दूसरा रास्ता नहीं दिख रहा था। कई स्टूडेंट्स को रस्सियों की मदद से निकाला गया।
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बिल्डिंग रेगुलेशन का उल्लंघन किया गया
सूत्रों का कहना है कि बेसमेंट से लेकर तीसरी मंजिल तक बिल्डिंग रेगुलेशन का उल्लंघन किया गया। अगस्त 2023 में एमसीडी ने कोचिंग सेंटर के मालिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस साल 9 जुलाई को बिल्डिंग मालिक ने अग्नि अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त कर लिया। बेसमेंट और उसके ऊपर की तीन मंजिलों का दुरुपयोग जारी रहा। मानसून की शुरुआत से पहले सड़क किनारे नालियों की साफ-सफाई नहीं हो सकी और दूसरा, बेसमेंट जहां लाइब्रेरी थी, वहां पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं थी। ये कमियां भी इस हादसे की वजह मानी जा रही हैं। हालांकि पुलिस अब हर एंगल से जांच पूरी करेगी।
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