Delhi Crime: फर्जी वीजा के नाम पर बेरोजगारों से लाखों की ठगी, जालसाजों के इंटरनेशनल गिरोह का भंडाफोड़
Delhi Fake Visa: दिल्ली पुलिस ने मीट वीजा नाम की फर्जी वीजा कंपनी के दो मास्टरमाइंड गिरफ्तार किए हैं। 6 मोबाइल फोन और 08 सिम कार्ड बरामद हुए हैं।
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Fake Visa Racket: दिल्ली के पश्चिम जिले की सुभाष प्लेस पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो आम लोगों को फर्जी वीजा मुहैया कराकर उनसे ठगी करता था। उनका मिडिल ईस्ट में नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगार लोग होते थे। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि पिछले 4 महीनों के दौरान लगभग 300 भोलो भाले लोगों को धोखा दिया जा चुका है और लाखों रुपए की ठगी को अंजाम दिया गया है।
पुलिस ने फर्जी वीजे नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए आरोपी गोगराज उर्फ रिजवान व सुशील को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी एक अन्य व्यक्ति के साथ दिल्ली के सुभाष नगर में मीट वीजा के नाम से फर्जी वीजा कंपनी चलाते थे। आरोपी सोशल मीडिया के जरिए पीड़ितों को अपनी ओर आकर्षित करते थे। ऑनलाइन विज्ञापनों का इस्तेमाल करते हुए वे मिडिल ईस्ट में नौकरियों का वादा करते थे। एक बार कोई दिलचस्पी दिखाता तो वे उसे सुभाष नगर स्थित अपने कार्यालय बुला लेते। इसके बाद वे पीड़ित का पासपोर्ट और भुगतान का हिस्सा ले लेते थे। पूरी प्रक्रिया को वास्तविक बनाने के लिए, उन्होंने एक डायग्नोस्टिक सेंटर के साथ एक लिंक स्थापित किया था, जहां आवेदकों का मेडिकल परीक्षण किया जाता था।
पीड़ितों को बताया जाता था कि स्टैंप के लिए उनके पासपोर्ट को नेपाल भेजा जाएगा। जब वीजा दिया जाएगा तब बाकी पैसों का भुगतान करना होगा। पीड़ित फर्जी वीजा ले कर जब एअरपोर्ट पहुंचते थे तब पता चलता था कि उनके साथ ठगी हो गई है। जब तक धोखे का पता चलता था तब तक अभियुक्त अपनी दुकान बंद कर एक नए स्थान पर चले जाते थे। ये मामला स्थानीय पुलिस के संज्ञान में लाया गया। जब शिकायतकर्ता अन्य पीड़ितों के साथ सुभाष नगर थाने पहुंचे। उन्होंने पीएस राजौरी गार्डन में एक संयुक्त शिकायत दर्ज की और इस मामले में वर्तमान मामला दर्ज किया गया। दोनों आरोपित व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य सह आरोपियों की तलाश की जा रही है। पूरे सिंडिकेट का भंडाफोड़ करने के लिए आगे की जांच चल रही है।
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