Delhi Kanjhawala: दिल्ली पुलिस कंझावला वारदात में गवाहों के बयान दर्ज कर रही है, जांच में आई तेजी

ADVERTISEMENT

Delhi Kanjhawala: दिल्ली पुलिस कंझावला वारदात में गवाहों के बयान दर्ज कर रही है, जांच में आई तेजी
social share
google news

Kanjhawala Girl Case: कंझावला कांड में एक गवाह (Witness) सामने आयी है और पुलिस का कहना है कि उसके बयान (Statements) से इस मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकता है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि महिला का बयान दर्ज किया जा रहा है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इस घटना की एक गवाह सामने आई है और जब यह वारदात हुई उस समय वह पीड़िता के साथ थी।

विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत उसका बयान दर्ज किया जा रहा है। पीड़िता के साथ स्कूटर पर गई महिला को हादसे में कोई चोट नहीं आई है। हुड्डा ने कहा कि चूंकि वह डरी हुई थी, इसलिए जब दुर्घटना हुई तो वह अपनी दोस्त को छोड़कर भाग गई। पुलिस ने बताया कि पीड़िता के दोस्त ने हादसे के बारे में किसी और नहीं बताया।

उन्होंने कहा, “इसलिए, अब हमारे पास घटना का एक चश्मदीद गवाह है और वह पुलिस के साथ सहयोग कर रही है। हम सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उसका बयान दर्ज कर रहे हैं। यह वारदात में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है।” हुड्डा ने कहा, “आरोपी को सजा दिलाने के लिए यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण सबूत होगा।”

ADVERTISEMENT

उन्होंने कहा, “जांच अभी भी चल रही है। यह प्राथमिक स्तर पर है और कई कोणों से जांच की जा रही है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही जांच पूरी हो जाएगी और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिले।” पुलिस के अनुसार, युवती अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाली थी। 31 दिसंबर की रात को उसकी स्कूटी कार से टकरा गई और वह कार के नीचे फंस गई।

उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था और कंझावला में एक सड़क पर वह निर्वस्त्र अवस्था में पायी गयी। सुल्तानपुरी की रहने वाली महिला एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में ‘पार्ट-टाइम’ काम करती थी और घटना के समय नए साल की पूर्व संध्या पर काम पर गई हुई थी। कथित तौर पर कार में सवार पांच लोगों पर सोमवार को गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस पर हालांकि मामले में ‘ढुलमुल जांच’ करने का भी आरोप लगा। पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

ADVERTISEMENT

दिल्ली पुलिस ने विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है और उनसे घटना के संबंध में जल्द से जल्द एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है। सभी पांच आरोपियों को सोमवार को तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेजा गया था।

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜