रेलवे में नौकरी देने का नाम पर ठगी, जालसाज महिला व साथी गिरफ्तार
Delhi Crime News: एक महिला उमा और उसका साथी पूनावाला भास्कर उनसे रेलवे बोर्ड के मेंबर के तौर पर मिले थे। दोनो ने बोला कि रेलवे में ग्रुप सी और डी की नौकरी दिला सकते हैं। इसके बदले उन्होंने मोटी रकम की मांग की।
ADVERTISEMENT
दिल्ली से हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट
Delhi Crime News: दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा ने रेलवे में नौकरी और टेंडर देने के नाम पर ठगी करने एक महिला और उसके साथी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक अब तक उनके पास करीब 15 शिकायतें इन दोनों ठगों के खिलाफ मिल चुकी है। ज्यादा से ज्यादा रकम ऐंठने के लिए यह दोनों जाली ऑफर लेटर और जॉइनिंग लेटर भी जारी कर देते थे। पकड़ में आई महिला का नाम उमा है। उमा की उम्र 61 साल है, जबकि उसके दोस्त का नाम पूनावाला भास्कर है। पूनावाला भास्कर 60 साल का है।
रेलवे बोर्ड के मेंबर के तौर पर मिले
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के मुताबिक उनके पास एस रविचंद्रन और चार लोगों ने एक साथ शिकायत दी थी। शिकायत में कहा गया कि एक महिला उमा और उसका साथी पूनावाला भास्कर उनसे रेलवे बोर्ड के मेंबर के तौर पर मिले थे। दोनो ने बोला कि रेलवे में ग्रुप सी और डी की नौकरी दिला सकते हैं। इसके बदले उन्होंने मोटी रकम की मांग की। लोगों से मोटी रकम बैठने के बाद दोनों ने जाली जॉइनिंग लेटर दे दिया जब पीड़ित रेलवे के ऑफिस में नौकरी ज्वाइन करने पहुंचे तो उन्हें पता लगा कि जो लेटर उन्हें मिला है वह जाली है। जिसके बाद सभी लोग दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के पास शिकायत लेकर पहुंचे और आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी।
ADVERTISEMENT
जालसाजी का अजीब तरीका
पुलिस को जांच में पता चला कि दोनों आरोपी उमा और पूनावाला भास्कर खुद को रेलवे बोर्ड का मेंबर बताते और लोगों से कहते कि वह रेलवे में ग्रुप सी और डी की न सिर्फ नौकरी दिला सकते हैं बल्कि टेंडर भी पास करवा सकते हैं। इस तरीके से लोगों को भरोसा दिला कर इन दोनों ने पिछले कुछ समय में साढ़े तीन करोड़ रुपए की ठगी की है।
पुलिस की जांच
जांच के दौरान आर्थिक अपराध शाखा ने सबसे पहले उन सभी दस्तावेजों को जब्त कर लिया जो दोनों आरोपियों ने पीड़ितों को दिए थे इनमें ऑफर लेटर और जॉइनिंग लेटर भी शामिल था। इसके बाद पुलिस ने उन बैंक अकाउंट को भी खंगाला जिसे अकाउंट में पीड़ितों ने पैसे ट्रांसफर किए थे। इस जांच के दौरान पुलिस को पता लगा कि आरोपियों ने करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए की ठगी की है।
ADVERTISEMENT
इस तरह हुई गिरफ्तारी
एफ आई आर दर्ज करने के बाद आर्थिक अपराध शाखा ने जांच पूरी की और उसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने 27 जून का भास्कर पूनावाला को गिरफ्तार किया और 2 दिन बाद 29 जून को महिला उमा को भी गिरफ्तार कर लिया। भास्कर पूनावाला 12वीं पास है, जबकि 62 साल की उम्र सोशल वर्कर है यह दोनों खुद को रेलवे बोर्ड का मेंबर बताते और उमा विश्वास दिलाने के लिए लोगों को अपने कुछ फोटो नेताओं के साथ के दिखाती।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT