2500 वॉहट्सऐप मैसेज ने खोला स्विस लेडी के कत्ल का राज, इसलिए खारिज हुई इश्क, शादी और रिश्तों में धोखे की थ्योरी
Swiss Woman Murder Case: 20 अक्टूबर को दिल्ली के एक स्कूल के बाहर सूटकेस में बंद मिली स्विस लेडी की लाश और क़त्ल की कहानी की पूरी थ्योरी अब पूरी तरह से बदल गई है।
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Swiss Lady Murder Case: ना इश्क़ का मामला... न शादी की ज़िद... ना रिश्तों का धोख़ा... 20 अक्टूबर को दिल्ली के एक स्कूल के बाहर सूटकेस में बंद मिली स्विस लेडी की लाश और क़त्ल की कहानी की पूरी थ्योरी अब पूरी तरह से बदल गई है। इस कहानी और कहानी की वजह को लेकर एक नया ट्विस्ट सामने आ गया है। और सबसे बड़ा ट्विस्ट पैदा किया मकतूल यानी नीना बरजर के मोबाइल से सामने आए करीब 2500 वॉट्सऐप मैसेज ने। क्योंकि इन्हीं मैसेज में वो तमाम बातें निकलकर सामने आई जिसने इश्क, शादी और रिश्तों में धोखा जैसी थ्योरी की हवा निकाल दी।
पिता की फरारी ने केस को उलझाया
इसके साथ ही एक सवाल भी सामने आ गया है कि क्या स्विस लेडी का क़त्ल एक अकेले शख़्स ने किया या फिर उसका परिवार भी इसमें शामिल था? ख़ास कर आरोपी क़ातिल का पिता। जिसकी फ़रारी मामले और पेचीदा बना रही है। 20 अक्टूबर की सुबह-सुबह पश्चिमी दिल्ली के एक इलाक़े में मौजूद एमसीडी स्कूल के किनारे एक बैग में एक लाश मिली थी। बाद में मकतूल की शिनाख़्त नीना बर्जर के तौर पर हुई थी।
अनलॉक मोबाइल और खुले राज़
पैंतीस साल की नीना 11 अक्टूबर को ही दिल्ली पहुंची थी। बर्जर के क़त्ल के इल्ज़ाम में उसके एक भारतीय दोस्त दिल्ली के गुरप्रीत सिंह को गिरफ़्तार किया गया था। तब दिल्ली पुलिस ने शुरुआती पूछताछ के बाद ये ख़ुलासा किया था कि गुरप्रीत बर्जर से प्यार करता था और उससे शादी करना चाहता था। लेकिन बर्जर ने शादी से करने से इनकार कर दिया। इसी के बाद बर्जर को भारत घुमाने के बहाने गुरप्रीत ने उसे दिल्ली बुलाया और फिर 18 अक्टूबर की रात कार के अंदर बर्जर की गला घोंट कर हत्या कर दी। इस बयान के बाद केस आईने की तरह साफ़ हो चुका था। मगर ऐसा था नहीं। क्योंकि तब तक बर्जर का मोबाइल जो लॉक था, अनलॉक नहीं हुआ था। इधर, गुरप्रीत न्यायिक हिरासत में जेल पहुंच चुका था।
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ढाई हज़ार व्हाट्स एप मैसेजेज़
अक्टूबर महीने के आख़िरी दिनों में काफ़ी कोशिश के बाद आख़िरकार नीना बर्जर का मोबाइल अनलॉक हो गया। इसके बाद जब पुलिस ने मोबाइल के मैसेज को पढ़ना शुरू किया, तो बर्जर के क़त्ल की पूरी थ्योरी ही बदल गई। बर्जर के मोबाइल में बर्जर और गुरप्रीत के बीच ढाई हज़ार व्हाट्स एप मैसेजेज़ थे और इन्हीं मैसेज में क़त्ल की वजह की कहानी भी छुपी थी। कहानी कुछ यूं थी। गुरप्रीत का पिता बर्जर के भारत आने से कुछ वक़्त पहले स्विट्ज़रलैंड गया था। वहां वो कई दिनों तक बर्जर के घर पर भी रुका था। बर्जर के घरवालों पर गुरप्रीत के पिता का क़रीब 8 लाख रुपये उधार था। पैसे ना लौटाने पर उसने बर्जर के घरवालों को बाक़ायदा धमकी दी। इस धमकी के बाद एक व्हाट्स एप मैसेज में बर्जर ने गुरप्रीत से गुज़ारिश की थी कि वो अपने पापा को कह दे कि वो उनके घर से चले जाएं। बाद में गुरप्रीत का पिता भारत वापस लौट आया। लेकिन लौटने से पहले उसने फिर धमकी दी।
ज़िंदगी से परेशान बरजर
उधर, बर्जर की ज़िंदगी में भी काफ़ी ऊथल-पुथल थी। व्हाट्स एप मैसेज में बर्जर और गुरप्रीत के बीच हुई कई ऐसी बातचीत थी, जिसमें बर्जर बार-बार ये कह रही थी कि वो अपनी ज़िंदगी से परेशान है और उसे शांति चाहिए। गुरप्रीत का बाप पहले ही बर्जर के घरवालों को धमका चुका था। दोनों परिवार के बीच रिश्ते ठीक नहीं थे। इसी के बाद गुरप्रीत ने बर्जर को ये कह कर भारत बुलाया कि ये देवी-देवताओं का देश है। यहां ख़ास पूजा के ज़रिए तुम्हें शर्तिया शांति मिलेगी। गुरप्रीत और उसके पिता का जेमस्टोन का अपना कारोबार था। उसने बर्जर को ये भी यक़ीन दिलाया ख़ास क़िस्म के पत्थर पहनने से भी ज़िंदगी में शांति और ख़ुशहाली आती है।
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रिटर्न टिकट कैंसल
बर्जर गुरप्रीत की बातों में आ गई और 11 अक्टूबर को स्विट्जरलैंड से दिल्ली पहुंच गई। लेकिन गुरप्रीत का इरादा कुछ और ही था। उसे पता था कि बर्जर सिर्फ़ एक हफ़्ते के लिए भारत आई है। 18 अक्टूबर को उसकी वापसी की फ़्लाइट थी। लेकिन गुरप्रीत को मौक़ा नहीं मिल रहा था। लिहाज़ा पूजा अर्चना के नाम पर उसने बर्जर की वापसी की टिकट बढ़वा कर 22 अक्टूबर करा दी। फिर 18 अक्टूबर की रात को ही मौक़ा मिलते ही उसने कार के अंदर ही सबसे पहले ख़ास पूजा के नाम पर बर्जर के हाथ-पांव ज़ंजीर से बांध दिए, फिर उसके मुंह को प्लास्टिक की थैली से ढंक दिया। इसके बाद चेन से बर्जर की गला घोंट कर हत्या कर दी। अब बर्जर के व्हाटस एप चैट से हुए नये ख़ुलासे के बाद पुलिस गुरप्रीत के बाप को भी तलाश रही है। जो इस वक़्त भागा हुआ है। अब आइए आपको बताता हूं कि बर्जर के क़त्ल की पूरी प्लानिंग गुरप्रीत ने कैसे की थी?
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