दिल्ली कैंट में 9 साल की बच्ची के रेप-हत्या का मामला, नहीं बता सकते मौत की वजह : डाक्टर्स धरना स्थल पर लोगों का पहुंचना जारी,
DELHI CANTT. CASE CASE TRANSFERRED TO CRIME BRANCH . POLICE IS DEPENDING ON FORENSIC EVIDENCES NOW
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दिल्ली से तनसीम हैदर के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
दिल्ली कैंट इलाक में हुई 9 साल की बच्ची की रेप - हत्या के मामले की जांच अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी । इससे पहले ये मामला साउथ-वेस्ट डिस्ट्रिक पुलिस के पास था। इस बीच डाक्टरों का कहना है कि बच्ची के साथ सेक्सुअल असाल्ट हुआ था या नहीं , यह पता करना मुश्किल है।
डाक्टरों ऩे रखी अपनी राय, अब क्या होगा ? बच्ची की मौत जलने से पहले हो गई थी !
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रेप और हत्या के आरोप के मामले में लाश को कब्जे में लेकर पुलिस ने मेडिकल बोर्ड बनाकर पोस्टमार्टम करने को कहा था। इसके लिए दीनदयाल अस्पताल के 3 डॉक्टरों ने पैनल बनाया गया। डॉक्टरों के पैनल ने शव को देखने का बाद बताया कि बच्ची की मौत की वजह क्या है ये नहीं बताया जा सकता है। हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक सिर्फ इतना पता चल सका है कि बच्ची की मौत जलाने से पहले हो गई थी। ये जांच लड़की के दो पैरों की जांच के आधार पर की गई है । शरीर का बाकी हिस्सा जल चुका है।
अब कैसे होगी जांच ? फोरेंसिक जांच ही सहारा
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अब ये समझने की ज़रूरत है कि इस मामले में दिल्ली पुलिस की जांच किस दिशा में जा रही है। दरअसल, इस केस में चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने मौका-ए-वारदात की दोबारा जांच के लिए देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई और सीएफएसएल टीम की मदद ली है। दिल्ली पुलिस सीएफएसएल की टीम मौके पहुंची और छानबीन की।
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पुजारी के कमरे की जांच
उसके बिस्तर पर बिछी चादर की जांच
तकिए और पहने गए कपड़ों की जांच शुरू
फोरेंसिक टीम ने सबसे पहले आरोपी पुजारी पंडित राधेश्याम के कमरे की गहन जांच की । उसके बिस्तर पर बिछी हुई चादर, तकिए और उसके पहने गए कपड़ों को जांच के लिए सीज़ कर लिया गया है और जांच शुरू हो गई है। बाकी आरोपियों के कपड़ों को भी सीज किया गया है।
DNA PROFILING के जरिए होगी जांच
सीएफएसएल की टीम डीएनए प्रोफाइलिंग और माइक्रो साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन के जरिए आरोपी के कमरे की चादर , तकिए पर किसी भी तरह से खून के निशान, वीर्य के निशान, शरीर के रोएं और बालों की मौजूदगी का पता लगाएगी। साथ ही दिल्ली पुलिस जल्द ही चारों आरोपियों के खून की जांच के लिए नमूने भी लेगी, ताकि उनके डीएनए जांच की जा सके।
कूलर की जांच शुरू
जांच में इलेक्ट्रिशयन टीम ने वाटर कूलर का मुआयना किया तो मशीन में शार्ट-सर्किट होना पाया गया। अब दिल्ली पुलिस इस वाटर कूलर मशीन को सीज़ करके फॉरेंसिक एग्जामिनेशन के लिए भेज रही है। इस मशीन पर फिंगरप्रिंट मिलने की संभावनाएं भी हैं।
आरोपियों का हो सकता है पॉलीग्राफ और नार्को एनालिसिस टेस्ट
लिहाजा दिल्ली पुलिस जल्द ही आरोपियों का पॉलीग्राफ और नार्को एनालिसिस टेस्ट कराएगी। इसके लिए पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेगी।
क्रांइम ब्रांच को जांच ?
अक्सर ये देखा गया है कि जब कोई भी मामला तूल पकड़ने लगता है। उस वक्त मामले को क्राइंम ब्रांच के हवाले कर दिया जाता है। ये भी देख गया है कि अगर जांच का दायरा बढ़ा हो और जांच उच्च दर्जे की डिमांड कर रही हो, ऐसी स्थिति में जांच को TRANSFER किया जाता है. इस बीच क्राइम ब्रांच डीसीपी मोनिका भारद्वाज के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम दिल्ली कैंट में हुए 9 साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या की वारदात की जांच करेगी। इस दौरान इस पूरे केस में फोरेंसिक एक्सपर्ट के जरिए सबूत जुटाना सबसे अहम होगा। इस जांच का जिम्मा डीसीपी मोनिका भारद्वाज को दिया गया है।
लोगों का धरनास्थल पर पहुंचना जारी, पुलिस के लिए बना 15 अगस्त से पहले सिरदर्द
इस बीच दिल्ली कैंट घऱना स्थल पर लोगों का पहुंचना लगातार जारी है। इससे पहले परिवार से मिलने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे थे।
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