दिल्ली: UNHCR दफ्तर के बाहर अफगानियों का प्रदर्शन,
Delhi में UNHCR(United Nations High Commissioner for Refugees) के सामने Afghani refuges ने किया प्रर्दशन और Immigration letter की मांग की, स्थानीय लोगों को हुई दिक़्क़तों
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दिल्ली से अभिषेक आनंद के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
अफगानिस्तान में जारी बवाल का असर भारत में भी देखने को मिल रहा है। यहां पर दिल्ली में कई अफगानियों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। दिल्ली स्थित UNHCR (United Nations High Commissioner for Refugees ) के ऑफिस के बाहर नारेबाजी की जा रही है। न्याय की मांग की जा रही है, लेकिन इस विरोध प्रदर्शन का दूसरा पहलू भी है जिस वजह से वसंत विहार के स्थानीय लोग परेशान हो गए हैं। उन्हें कोरोना संक्रमण का डर सताने लगा है।
अफगानियों का प्रदर्शन
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लोग परेशान?
दरअसल, UNHCR के ऑफिस के बाहर अफगानी नागरिक संयुक्त राष्ट्र एजेंसी से मांग कर रहे हैं कि उन्हें दूसरे देशों में रहने के लिए इमिग्रेशन लेटर जारी किया जाए। इसके साथ ही रिफ्यूजी स्टेटस/कार्ड की भी मांग भी की जा रही है। इसी मुद्दे पर देश की राजधानी में ये विरोध प्रदर्शन चल रहा है, लेकिन वसंत विहार के स्थानीय लोग मझधार में फंस गए हैं। वे इन अफगानियों का समर्थन तो कर रहे हैं लेकिन उन्हें इस बात की शिकायत है कि ये लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान किसी ने भी चेहरे पर मास्क नहीं लगा रखा है।
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इस बारे में एक स्थानीय शख्स ने कहा है कि हम नहीं चाहते कि इन अफगानियों पर किसी तरह के बल का इस्तेमाल किया जाए। इन लोगों ने काफी सहन किया है। ये पहले से परेशान हैं। उम्मीद यही कर रहे हैं कि इस समस्या का समाधान जल्द निकले क्योंकि यहां बैठे प्रदर्शनकारी मास्क नहीं पहन रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल नहीं है। ऐसे में हमें कोरोना फैलने की भी चिंता है। सड़क पर जगह-जगह कचरा भी फेंका जा रहा है।
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अफगानी हटने को तैयार नहीं हैं
कोरोना का खतरा जरूर है लेकिन प्रदर्शन कर रहे अफगानी अपनी मांगें पूरी तक यहां से हटने को तैयार नहीं हैं। वे एक लंबी लड़ाई के लिए तैयार दिख रहे हैं। यहां मौजूद अफगान रिफ्यूजी अहमद खान अंजाम का कहना है कि हम जब तक प्रदर्शन करेंगे जब तक कि हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं। कुछ रिफ्यूजी का ये भी कहना है कि अगर हमारी मांग को पूरा नहीं किया जाता तो अब भूख हड़ताल की जाएगी। हालांकि, इन लोगों ने भारत सरकार का तो शुक्रिया अदा किया, लेकिन UNHCR पर सवाल खड़े हैं।
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