Dating App Fraud: तन और मन का सुख तलाश रही महिलाओं को बनाता था ये गैंग निशाना, पुलिस ने पकड़े छह विदेशी, फ्रेंडशिप के नाम पर 200 महिलाओं को बनाया निशाना

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Dating App Fraud: तन और मन का सुख तलाश रही महिलाओं को बनाता था ये गैंग निशाना, पुलिस ने पकड़े छह वि...
नोएडा पुलिस ने फ्रेंडशिप की आड़ में डेटिंग ऐप के जरिए 200 महिलाओं को अपना शिकार बनाने वाले गैंग को
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Cyber Fraud: नोएडा में पुलिस ने कुछ ऐसे शातिरों को दबोचने में कामयाबी हासिल की है जो विदेशी हैं। और सबसे बड़ी बात ये लोग अपने इसी विदेशी होने का फायदा कुछ ऐसे उठा रहे थे कि इनके तो वारे न्यारे हुए जा रहे थे, लेकिन यहां महिलाएं लुटी पिटी और ठगी जा रही थीं। खासतौर पर वो महिलाएं जो डेटिंग ऐप पर अपने तन और मन के सुख की तलाश में अपना ही धन लुटाती जा रही थीं। और नोएडा पुलिस की शुरुआती जांच कहती है कि ऐसी लुटी पिटी महिलाओं की गिनती क़रीब क़रीब दो सौ के आस पास है। हो सकता है कि ये आंकड़ा और बढ़ जाए। 

जी हां करीब 200 महिलाओं को अपनी चाशनी जैसी बातों और उनके तन और मन का सुख देने का झांसा देने वाले एक ऐसे ही गिरोह को पुलिस ने दबोचा है, जिसमें ज़्यादातर शातिर नाइजीरिया के हैं जो एक भूटानी लड़की को मिलाकर डेटिंग ऐप के जरिए शिकार तलाशते थे।  नोएडा पुलिस के डीसीपी हरीश चंदर के मुताबिक जिन छह शातिर लोगों को पुलिस ने दबोचा वो नाइजीरिया के रहने वाले हैं। इनकी पहचान ओकोली स्टीफन, ओकोली डेनियल, ओकोसिंधी माइकल, उमादी रोलैंड, ओकोली प्रोस्पर के तौर पर हुई। लेकिन इस गिरोह में एक लड़की भी है जिसका नाम है कुंजगमो। कुंजगमो भूटानी नागरिक है लेकिन हिन्दी अच्छी बोल लेती है। और उसकी अच्छी हिन्दी ही इन शातिरों का सबसे सटीक हथियार साबित हुई। 

बकौल पुलिस ये शातिर टिंडर, बंबल, ओके क्यूपिड जैसी डेटिंग ऐप पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर ऐसे शिकार की तलाश में रहते थे जो अपने तन और मन के सुख की खातिर किसी भी हद तक जाकर धन खर्च करने को तैयार रहती थीं। ये लोग कोई प्लास्टिक सर्जन बनकर, तो कोई इंजीनियर और कोई कारोबारी बनकर महिलाओं से संपर्क करते, उनके साथ दोस्ती करने और शादी करने का झांसा देते और फिर उनसे मिलने की गरज से विदेश से हिन्दुस्तान पहुँचने का स्वांग करते और बातों और मजबूरी का ऐसा जाल फेंकते की अच्छी खासी पढ़ी लिखी और अच्छे घरानों की महिलाएं इनके चंगुल में फंस जाती और अपने हजारों और लाखों रुपये गवां बैठती। 

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मजे की बात ये है कि इन महिलाओं और लड़कियों को ठगी के जाल में फंसाने का काम भी एक हिन्दी बोलने वाली कुंजगमो करती थी। इनकी मॉडस ऑपरेंडी का हिस्सा ये था कि ये लोग खुद को हवाई अड्डे या कस्टम में फंसा होने का झांसा देते। इनके झांसे के दो खास तत्व जरूर होते थे, एक तो इनके पास मौजूद डॉलर या यूरो इनके कार्गो बैग में है और दूसरा इनके पास महंगे गिफ्ट हैं। जो खासतौर पर उसी शिकार के लिए बताए जाते थे। जिसके लालच में आकर महिलाएं और लड़कियां झांसे में आ जाते थे। उसके बाद शुरू होता था इनके दांव का अगला दौर। उसमें कुंजगमो का रोल होता था। वो हिन्दी में महिलाओं और लड़कियों से संपर्क करती और उन्हें एक रकम बताती जिसे वो कस्टम फीस के तौर पर एक अकाउंट में ट्रांसफर करवाती और यहां से शुरू होती इस प्रेमजाल के फरेब का कभी न खत्म होने वाला सिलसिला। एक बार पैसे ट्रांसफर होते ही इन सभी के नंबर बंद हो जाते। 

इन शातिरों की एक और बड़ी चाल ये होती थी कि ये लोग कभी भी मोबाइल पर वीडियो कॉल नहीं करते थे। हर बार इनका तर्क यही होता था कि इनका मोबाइल का कैमरा खराब है। कैमरे पर ये लोग स्टीकर लगाकर रखते थे। पुलिस के मुताबिक इन सभी के पास से बरामद मोबाइल पर स्टीकर चिपका मिला। खुलासा यही है कि ये लोग महिलाओं से सिर्फ वॉट्सऐप मैसेज या वॉइस कॉल पर ही बात करते थे। 

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पुलिस को पता चला है कि ये सभी नाइजीरियाई बदमाश 2021 में हिन्दुस्तान आए थे और छह महीनों के बाद ही इनका वीजा खत्म हो गया था बावजूद इसके ये लोग यहीं बने रहे और ग्रेटर नोएडा में गॉल्फ लिंक के पास एक किराए का फ्लैट ले कर रह रहे थे और उस फ्लैट का किराया 30 हज़ार रुपये महीना बताया जा रहा है। पुलिस ने जब इस मामले में पकड़े गए आरोपियों की तलाशी ली तो उनके पास तीन लेपटॉप, 17 मोबाइल फोन, इंटरनेट डोंगल और 47 हजार नकद बरामद किए। इसके अलावा पुलिस ने तीन पासपोर्ट भी ज़ब्त किए हैं। 

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