जब RAPE रोका न जा सके, तो मज़े लो! नेताजी के बिगड़े बोल

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जब RAPE रोका न जा सके, तो मज़े लो! नेताजी के बिगड़े बोल
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विधानसभा में बारिश और बाढ़ से संबंधित नुकसान को लेकर चर्चा हो रही थी जिसमें कई विधायक अपने -अपने क्षेत्र के लोगों की दशा को पटल पर रखना चाह रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी के पास वक्त की कमी थी और उन्हें शाम छह बजे तक चर्चा को पूरा कराना था जबकि विधायक समय बढ़ाने का आग्रह कर रहे थे। कागेरी ने हंसते हुए कहा, 'मैं उस स्थिति में हूं जहां मुझे मजा लेना है और हां, हां करना है। ठीक है। मुझे तो यही महसूस होता है। मुझे स्थिति को नियंत्रित करना छोड़ देना चाहिए और कार्यवाही व्यवस्थित तरीके से चलानी चाहिए। मुझे सबसे कहना चाहिए कि आप अपनी बात जारी रखें।' उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत केवल इतनी है कि सदन का कामकाज नहीं हो रहा है।

पूर्व मंत्री रमेश कुमार ने इस पर हस्तक्षेप करते हुए कहा, 'देखिए, एक कहावत है- 'जब बलात्कार होना ही है, तो लेटो और मज़े लो। आप एकदम इसी हालत में हैं।' कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने इस पर कार्रवाई करने की बजाय इस पर हंस दिया। 2 साल पहले भी रमेश ने दिया था विवादित बयान, 2019 में रमेश कुमार ने अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कहा था कि वो एक बलात्कार पीड़िता की तरह महसूस करते हैं। उन्होंने तब कहा था कि मेरी हालत रेप पीड़िता जैसी है। बलात्कार सिर्फ एक बार हुआ था। अगर आपने इसे वहीं छोड़ दिया होता, तो ये बीत जाता। जब आप शिकायत करते हैं कि बलात्कार हुआ है, तो आरोपी को जेल में डाल दिया जाता है। लेकिन वकील पूछते हैं कि ये कैसे हुआ? ये कब हुआ और कितनी बार हुआ? रेप एक बार होता है लेकिन कोर्ट में 100 बार रेप होता है। ये मेरी हालत है।

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