पांच साल पहले हुई थी न्यूज़ एंकर की हत्या, अब खुला मामला, वजह सुनकर दंग रह जाएंगे!

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पांच साल पहले हुई थी न्यूज़ एंकर की हत्या, अब खुला मामला, वजह सुनकर दंग रह जाएंगे!
Chhattisgarh News Anchor Murder Case
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Chhattisgarh News Anchor Murder Case:छत्तीसगढ़ में एक न्यूज एंकर की पांच साल पहले हुई हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस सिलसिले में महिला के प्रेमी और उसके दो साथियों को अरेस्ट किया है। आरोपियों ने महिला का शव एक पुल के पास दफना दिया था।

Chhattisgarh News Anchor Murder Case

ये वाक्या कोरबा जिले में पांच साल पहले हुआ था। न्यूज एंकर सलमा सुल्ताना लश्कर के परिवार वालों ने जनवरी 2019 में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। लश्कर स्थानीय केबल समाचार चैनल में एंकर के रूप में काम करती थीं। उसकी इस दौरान मधुर के साथ नजदीकियां बढ़ गई थी। एक वक्त ऐसा आया, जब दोनों एक साथ रहने लगे। लश्कर ने कुसमुंडा थाना इलाके में अपने पैतृक घर छोड़ कर शारदा विहार में आरोपी मधुर के साथ रहना शुरू कर दिया था। 
साल 2019 में खबर आई कि लश्कर गायब है। उसका कुछ भी अता-पता नहीं चल रहा था। इस संबंध में पुलिस में भी शिकायत की गई, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ।

परिवार ने मुधर पर शक जताया, लेकिन पुलिस ने शुरुआत में जांच में लापरवाही बरती। किन्हीं वजहों से ये पता नहीं चला पाया कि न्यूज एंकर दरअसल गायब कहां हुई थी। ये मामला अटक गया। एक वक्त ऐसा आया, जब लश्कर के परिजनों ने उम्मीद लगाना छोड़ दिया।

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इसी साल मार्च में  पुलिस ने लापता महिलाओं और बच्चों का पता लगाने के लिए  ‘ऑपरेशन मुस्कान’ शुरू किया। फिर लश्कर केस की फाइल खुली। पता चला कि इस मामले में कई लोगों के बयां तक दर्ज नहीं किए गए हैं। तुरंत एक पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस अधीक्षक (दार्री) रॉबिन्सन गुरिया के नेतृत्व में एक पुलिस टीम बनाई गई, जिन्होंने गहनता से मामले की जांच शुरू की।

 

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जांच में क्या बात आई सामने?

 

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जांच में पता चला कि लश्कर ने एक बैंक से लोन ले रखा लिया था और इसकी किश्तें शुरुआत में इनमें से एक आरोपी द्वारा चुकता की गई थी। इस मामले का आरोपी, साहू जो एक जिम का मालिक है, वह लश्कर के खाते में एक वक्त तक पैसे जमा कर रहा है।

 

...जब पुलिस ने खंगाली लश्कर के कॉल डिटेल रिकॉर्ड

 

पुलिस ने लश्कर के पांच साल पुराने कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच की। पता चला कि उसकी साहू से कई बार बातें होती थी। शक के घेरे में मधुर साहू आ गया। पुलिस ने साहू व मृतक के परिचित लोगों से पूछताछ शुरू की।

 

पांच साल पहले हत्या, आरोपी भागे क्यों नहीं?

 

जब साहू से सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। साहू ने बताया कि उसने ही लश्कर की हत्या की थी। हत्या के पीछे पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद और कुछ और वजहों से लश्कर की हत्या की गई थी। इसमें अवैध संबंध वाली बात भी सामने आ रही है। आरोपियों ने 21 अक्टूबर 2018 को एलजी 17, शारदा विहार में मधुर ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। उन्होंने शव को पुल के नीचे दफना दिया था। ऐसे में अब पुलिस के लिए सबसे अहम काम था कि शव को किसी तरह से बरामद करना।

पुलिस ने उसके पास से एक हार्ड डिस्क और लैपटाप जब्त किया। इसके बाद सिटी एस. पी. रॉबिन्सन गुरिया ने उस जगह पर सलमा की डेड बॉडी बरामद करने के लिए जे.सी.बी. मशीन लगाकर जमीन की मिट्टी हटाने का काम शुरू किया, लेकिन उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी।

सस्पेक्टेड जगह के आस-पास में सेटेलाइट डेटा, थर्मल इमेजिंग और ग्राउण्ड पेनेट्रेशन राडार मशीन के माध्यम से डेड बॉडी के बारे में पता करने की कोशिश की गई, लेकिन उस जगह पर अब नेशनल हाईवे बन चुका है।

 

...जब पुलिस ने लिया 3 डी स्कैनर तकनीक का सहारा

 

इसके बाद पुलिस ने भूवैज्ञानिकों की मदद ली। पुलिस को पता चला कि पांच साल में कोरबा -दर्री मार्ग की भौगोलिक संरचना बदल चुकी है, जहां कभी सिंगल रोड होती थी, वहां अब कांक्रीट की फोर लेन सड़क बन चुकी है। सड़क बनाने के लिए मिट्टी का भराव किया गया है और कांक्रीट की ढलाई की गई है। इस हालात में कांक्रीट की सड़क को भी तोड़ना पड़ सकता है, लेकिन सवाल ये था कि क्या ये सब करना इतना आसान था?

पुलिस ने सलमा की लाश रिकवर करने के लिए 3D स्कैनर तकनीक का सहारा लेने का फैसला किया। सिटी एस. पी. रॉबिन्सन गुरिया का कहना है कि भू- विज्ञान एवं अनुसंधान केन्द्र रायपुर को 3D स्कैनर उपलब्ध कराने के लिए निवेदन किया गया है। इस मशीन के जरिये जमीन के भीतर दफ़न शव की तलाश में आसानी की जा सकती है। पुलिस को इस सिलसिले में अब कोर्ट के निर्देश का इंतजार है, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इस सिलसिले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान मधुर साहू (37), कौशल श्रीवास (29) और अतुल शर्मा (26) के रूप में हुई है, जो कोरबा शहर के ही रहने वाले हैं। ये भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसकी हत्या में साहू के दो दोस्त क्यों शामिल हुए?

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