'इस बार तो बच गया, अगली बार नहीं बचेगा', चंद्रशेखर आजाद के लिए की गई थी ये फेसबुक पोस्ट
threatening bhim army chief on facebook: भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पर देवबंद में हुए हमले के सिलसिले में पुलिस ने अमेठी से एक शख्स को गिरफ्तार किया है जिसने फेसबुक पोस्ट में हमले की जिम्मेदारी लेते हुए लिखा कि इस बार तो चंद्रशेखर आजाद बच
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Threatening Bhim Army chief on facebook: बुधवार की शाम से ही ये सवाल हरेक के जेहन में उठ रहा था कि भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) उर्फ रावण (Ravan) को कौन मारना चाहता है? कयासों का सिलसिला चल ही रहा था और पुलिस भी दौड़ भाग शुरू कर चुकी थी। हमले में इस्तेमाल कार तक बरामद कर ली थी। इतना ही नहीं पुलिस के हत्थे कुछ संदिग्ध भी लग चुके थे, लेकिन एक बात सवाल बनकर आजाद से लेकर पुलिस के आला अफसरों तक को हैरान परेशान और बेचैन कर रही थी कि आखिर कौन है जिसने चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर चंद्रशेखर पर निशाना साधा।
फेसबुक की पोस्ट से गहराया रहस्य
इससे पहले कोई किसी नतीजे तक पहुँच पाता एक फेसबुक पोस्ट ने सामने आकर इस मामले पर रहस्य की चादर और ओढ़ा दी। क्योंकि उस पोस्ट में लिखा था कि इस बार तो चंद्रशेखर बच गया अगली बार नहीं बजेगा। जब पुलिस ने इस फेसबुक आईडी को खंगालना शुरू किया तो उसके हाथ अमेठी के एक लड़के के गिरेबां तक जा पहुँचे जो क्षत्रिय ऑफ अमेठी के नाम से फेसबुक आईडी को चला रहा था। क्योंकि इसी आईडी से ही फेसबुक पर जो पोस्ट किया गया था उसमें चंद्रशेखर आजाद को मारने की धमकी छुपी हुई थी।
पोस्ट लिखने वाला गिरफ्तार
उसी पोस्ट में बुधवार को चंद्रशेखर आजाद पर हुए हमले की जिम्मेदारी भी ली गई थी। जिस पर लिखा गया था कि इस बार तो बच गया अगली बार नहीं बचेगा। पुलिस ने जिस शख्स को गिरफ्तार किया है वो अमेठी में गौरीगंज इलाके में रहता है। पुलिस ने उस शख्स को पकड़ तो लिया लेकिन अभी तक आजाद को मारने का मकसद और इस पूरे मामले को इस तरह उलझाने का क्या इरादा है, ये साफ नहीं हो सका। जिसने फेसबुक पोस्ट लिखी क्या वो भी हमले की साजिश में शामिल था या फिर उसका काम सिर्फ फेसबुक पोस्ट लिखकर ध्यान खींचना भर था। पुलिस इस सिलसिले में उस लड़के से पूछताछ कर रही है।
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पेट को छूकर निकली थी गोली
बुधवार की शाम देवबंद में चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर फायरिंग हुई थी और उस फायरिंग में चली चार गोलियों में से एक गोली चंद्रशेखर आजाद के पेट को छूती हुई निकल गई थी। रावण के कमर में गोली लगी और वो बच गए। जिस वक्त हमला हुआ रावण उस समय अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी से पांच लोगों के साथ सहारनपुर जा रहे थे।
सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
हमले की इत्तेला मिलते ही पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी और कुछ संदिग्ध लोगों के साथसाथ सीसीटीवी फुटेज भी हासिल किएहैं जिनमें हमलावरों केहोने का शक जताया जा रहा है। इसी बीच पुलिस ने उस कार को भी बरामद कर लिया जिस पर सवार होकर हमलावरों ने रावण पर गोली चलाई थी।
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फेसबुक पर पहले भी दी गई थी धमकी
पुलिस ने जब फेसबुक पोस्ट को गहराई से खंगाला तो एक दो दिन पहले की भी एक पोस्ट बरामद हुई, जिसमें चंद्रशेखर आजाद को मारने की धमकी दी गई थी। उस पोस्ट में लिखा था कि चंद्रशेखर आजाद को जब भी मारेंगे अमेठी के ठाकुर ही मारेंगे। वो भी दिन दहाड़े बीच चौराहे पर। दोनों पोस्ट वायरल हैं, पुलिस ने इस सिलसिले में रिपोर्ट लिखने के बाद जांच शुरू कर दी है। इस मामले में पुलिस इसलिए भी तेजी दिखा रही है क्योंकि ये संगीन मामला एक सियासी पार्टी के प्रमुख से जुड़ा है, लिहाजा बात का बतंगड़ बनते ज़्यादा देर नहीं लगेगी।
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