प्राइवेट पार्ट पर जख्म, मुंह में ठूसा रूमाल, रस्सियों से बंधी नग्न लाश, 14 साल बाद पुलिस ने इस तरह खोला राज़

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Chandigarh: आज से ठीक 14 साल पहले चंडीगढ़ के जंगलों में एक लड़की की लाश मिलती है बिना कपड़ो के, उसके मुंह में रुमाल ठूस दिया गया था. पुलिस INVESTIGATION करती है तो उनके हाथ कुछ नहीं लगता. इस लड़की का कातिल और रेपिस्ट खुलेआम घूम रहा था. ठीक 12 साल बाद एक और महिला का कत्ल होता है ठीक उसी तरीके से. जंगल में उसकी भी लाश मिलती है. शरीर पर कोई कपड़ा नहीं, मुंह में रुमाल ठूसा गया था और तो और PRIVATE PART पर कई तरीके के जख्म थे. पुलिस बहुत हाथ-पैर मारती है लेकिन हाथ कुछ नहीं लगता. कातिल इस बार भी खुलेआम घूम रहा था. लेकिन फिर एक लेडी SSP कंवरदीप कौर की पोस्टिंग चंडीगढ़ में होती है वो इस PENDING केस को सुलझा कर एक SERIAL रेपिस्ट और SERIAL किलर को अरेस्ट करवाती हैं.

नेहा अहलावत हत्याकांड

साल 2010 में 30 JULY की रात NEHA AHLAWAT नाम की एक MBA STUDENT अपनी कोचिंग से निकल कर घर पर फोन करके बताती है कि वो 9 बजे तक घर आ जाएगी. इस वक्त इसकी उम्र 21 साल थी. 9 बज चुके थे लेकिन नेहा घर नहीं पहुंचती.  पेरेंट्स परेशान होकर नेहा को कॉल करते हैं तो नेहा का फोन SWITCH OFF आता है. घबरा कर पेरेंट्स COACHING CENTER पहुंचते हैं  लेकिन वहां भी नेहा का कुछ पता नहीं चलता तो वे सीधे पुलिस स्टेशन पहुंचकर नेहा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाते है. जिसके बाद पुलिस एक्शन में आती है तफ्तीश शुरू करती है. जब लड़की के मां-बाप पुलिस स्टेशन से लौट रहे थे तब उन्हें एक सुनसान सड़क पर नेहा की SCOOTY दिखाई देती है. पुलिस को खबर की जाती है. जब पुलिस SCOOTY के पास जाती है तब SCOOTY पर खून के छींटे पड़े हुए थे. पुलिस को शक हो जाता है कि नेहा का कत्ल हो चुका है और लाश यहीं कहीं आसपास है.. इसके बाद उस एरिया के जंगल की छानबीन की जाती है तो नेहा की लाश बिना कपड़ों के जंगल में मिल जाती है. नेहा के PRIVATE PART पर कई जख्म के निशान भी थे. लेकिन कातिल का पता लगाने में पुलिस नाकाम रहती है और इस केस की फाइल भी अनसुलझी केस की फाइलों की लिस्ट में चली जाती है.

12 साल बाद साल 2022 में एक और कत्ल

इस वारदात के ठीक 12 साल बाद साल 2022 में एक और कत्ल होता है. कत्ल करने के तरीके से लेकर लाश मिलने के ठिकाने तक बिल्कुल नेहा के केस से मैच कर रहे थे. रेप, कत्ल, बॉडी पर निशान, लाश मिलने की जगह,और गुमनाम कातिल. फर्क था तो बस इतना कि इस महिला की उम्र 40 साल थी. पुलिस हर तरीके से तफ्तीश करती है लेकिन फिर से पुलिस के हाथ नाकामी ही लगती है. क्राइम सीन से पुलिस को ऐसा कोई  भी सुराग नहीं मिलता जिससे उस रेपिस्ट और कातिल तक पहुंचा जा सके. ना किसी मोबाइल नंबर की लोकेशन, ना कोई CCTV फुटेज और ना ही उंगलियों के निशान. कई दिनों तक पुलिस तफ्तीश करती रही, लेकिन कातिल का कोई सुराग नहीं मिला और ये फाइल भी नेहा की फाइल की तरह अनसुलझी केस की लिस्ट में शुमार हो जाती है.

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नेहा की फाइल की तरह अनसुलझी केस की लिस्ट

करीब एक साल बाद चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर ने सभी अनसुलझे मामलों की फाइलें मंगवाई. SSP को नेहा और 1 साल पहले हुए 40 साल की महिला के कत्ल का केस एक जैसा लगा और ये समझने में देर नहीं हुई की कातिल एक साइको किलर है. दोनों ही मामलों में कातिल का प्रोफाइल भी एक जैसा बन रहा था. पुलिस ने दोनों मामलों की तफ्तीश एक साथ फिर से शुरू की और आखिरकार कातिल तक पहुंच ही गई. इसके साथ ही 14 साल पुराना रेप और कत्ल का वो मामला भी सुलझ गया, जिसकी फाइल पुलिस ने बंद कर दी थी.

कैसे पकड़ में आया SERIAL रेपिस्ट  

दोनों केस की तफ्तीश के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई. दोनों ही मामलों से जुड़े करीब 800 संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई. कातिल की प्रोफाइलिंग पर काम किया गया और फिर, इसके आधार पर 100 से ज्यादा DNA SAMPLE लिए गए.आखिरकार  इन DNA SAMPLE में से एक सैंपल क्राइम सीन के सेंपल से मैच हो गया. इस शख्स का नाम मोनू था और ये एक TAXI ड्राइवर था. इसके खिलाफ पहले से ही चंडीगढ़ में चोरी और गैर इरादतन कत्ल के 6 मामले दर्ज थे. पुलिस को आरोपी मिल चुका था. पुलिस ने टीमें उसकी गिरफ्तारी के लिए लगा दी और इसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिसिया पूछताछ  में मोनू ने रेप और कत्ल की बात भी कबूल ली.

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