'तेहरान के कसाई' की मौत पर ईरान में जश्न, राष्ट्रपति की मौत के बाद जमकर आतिशबाजी

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'तेहरान के कसाई' की मौत पर ईरान में जश्न, राष्ट्रपति की मौत के बाद जमकर आतिशबाजी
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Tehran: जरा सोचिये, देश के राष्ट्रपति या किसी बड़े रहनुमा की किसी बड़े हादसे में मौत हो जाए तो क्या कोई जश्न मनाता है? लेकिन ईरान में ऐसा ही देखने को मिला। सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो से इस बात का खुलासा भी हुआ कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान समेत कई बड़े अफसरों के चॉपर क्रैश में मारे जाने की खबर जैसे ही फैली तो ईरान के कुर्दिस्तान इलाके में लोगों को जश्न मनाते हुए देखा गया। 

साकेज शहर में मनाया मौत का जश्न

राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ईरान में 'बुचर ऑफ तेहरान' भी कहा जाता है। ईरान के साकेज शहर में लोगों ने राष्ट्रपति रईसी की मौत की खबर के बाद आतिशबाजी करके मौत का जश्न मनाया। साकेज ईरान में हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का चेहरा बनी महसा अमीनी का गृहनगर है। महसा अमीनी ईरान में हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था, जिसके चलते वे ईरान की मोरल पुलिस के निशाने पर आ गई थीं। बिना हिजाब के बाहर निकलने पर मोरल पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और बेरहमी से पिटाई की गई थी। अमीनी की अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।

मौत की पुष्टि होते ही शुरू आतिबाजी

रईसी का हेलीकॉप्टर रविवार को ईरान के अजरबैजान की सीमा से लगे पहाड़ी इलाके में दुर्घटना का शिकार हो गया था। रात भर राहत और बचाव टीमें उनकी तलाश में जुटी रहीं लेकिन कोई पता नहीं चला। सोमवार की सुबह उजाला होने पर बचाव दल ने पहाड़ी पर हेलीकॉप्टर का मलबा बिखरा देखा। और मलबा मिलने के थोड़ी ही देर में ये बात साफ हो गई कि ईरानी राष्ट्रपति और उनके साथ सवार सभी लोग मारे जा चुके हैं। राष्ट्रपति की मौत की पुष्टि होते ही ईरान के सरकारी टीवी पर देश भर से गम की तस्वीरें दिखाई जाने लगी लेकिन इसी दौरान देश में रईसी की मौत पर जश्न भी मनाया जा रहा था। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें आतिशबाजी होती दिखाई गई है।

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हिजाब प्रदर्शन की पोस्टरगर्ल अमीनी

मौत के बाद महसा अमीनी ईरान में महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने वाली हीरो के रूप में पहचानी गई। उनके समर्थन में देशभर में महिलाएं सड़कों पर निकल आईं। देखते ही देखते हुए उनका नाम दुनिया भर में छा गया। सिर्फ 22 साल की महसा अमीनी के लिए सिर्फ ईरान ही नहीं बल्कि दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी लोगों ने अपनी आवाज उठाई। महसा अमीनी के शहर में ईरान के राष्ट्रपति रईसी के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा है, जो उनकी मौत के बाद भी सामने आया।

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