Bulandshahr: एक हजार करोड़ के जादुई सिक्के के लिए कर दिया डबल मर्डर, ऐसे खुला राज़
Bulandshahr Double Murder: बुलंदशहर पुलिस ने एक दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाई तो हैरतअंगेज कहानी सामने आई। ये कहानी है जादुई सिक्कों की जिसकी कीमत हजारों करोड़ में तय हो चुकी थी।
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Bulandshahr Double Murder: रातों रात अमीर बनने की चाहत किसी भी बेसब्र इंसान को कहां से कहां तक पहुँचा देती है। ये ताजा वाकया सामने आया है उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से। यहां एक नौकर ने अमीर मालिक बनने का सपना देखा। मगर उस सपने को पूरा करने के चक्कर में वो जादुई सिक्कों के चंगुल में ऐसा फंसा कि हत्या के आरोपियों की जमात में शामिल होकर जेल की सलाखों के पीछे पहुँच गया। इस केस का सबसे हैरान करने वाला पहलू यही है कि पुलिस कातिल को सात लेकर डबल मर्डर के कातिल की तलाश में निकली थी, लेकिन जल्दी ही सब साफ हो गया।
200 CCTV की फुटेज में दिखा कातिल
गुरुवार को ये खुलासा बुलंदशहर की पुलिस ने किया। हत्या की वारदात का खुलासा करते समय जिस सच को उजागर किया उसने सभी को हैरत में डाल दिया। 31 मार्च की दोपहर नगर के ब्रह्मनपुरी इलाके में रहने वाले जनसेवा केंद्र के संचालक राजीव गर्ग और उनके फूफा सुधीर गर्ग अचानक लापता हो गए थे। असल में दोनों अपने कर्मचारी ऋषभ के साथ किसी से मिलने के लिए स्कूटी से निकले थे उसके बाद उनका कहीं कोई पता नहीं मिला था। दोनों के लापता होने की इत्तेला जब पुलिस को मिली तो पुलिस की टीमों ने करीब 200 सीसीटीवी की फुटेज खंगाली। उन्हीं सीसीटीवी फुटेज में एक में ऋषभ एक शख्स के साथ खड़ा चाय पीता दिखाई दिया। जब ऋषभ से पूछताछ हुई तो उस शख्स का पता चला जो ऋषभ का ही दोस्त तनु था।
नौकर को पकड़ा और डबल मर्डर का खुला राज
पुलिस का सारा शक अब ऋषभ पर आकर टिक गया कि हो न हो राजीव गर्ग और उनके फूफा के लापता होने के बारे में ऋषभ कुछ न कुछ तो जरूर जानता है। लिहाजा पुलिस ने ऋषभ को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पुलिस की पूछताछ में जल्दी ही ऋषभ ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस के सामने ऋषभ ने खुलासा किया कि उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर डबल मर्डर किया। लेकिन आखिर डबल मर्डर उसने क्यों किया। पुलिस के इस सवाल का जवाब बेहद चौंकानें वाला मिला।
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पहली बार सुना जादुई सिक्कों के बारे में
ऋषभ ने बताया कि उसने अक्सर राजीव और उसके फूफा सुधीर गर्ग को कुछ जादुई सिक्कों के बारे में बात करते सुना था। उसने ये भी सुना था कि वो लोग नेपाल के अलावा विदेशों में कहीं उन जादुई सिक्कों का सौदा करने की बात कर रहे हैं। उसी बातचीत में उसने ये भी सुना था कि राजीव बार बार एक हजार करोड़ रुपयों का भी जिक्र करते थे। ऋषभ ने समझ लियाकि ये लोग अपने पास मौजूद जादुई सिक्कों को एक हजार करोड़ रुपये में बेचना चाहते हैं।
पूरी दुनिया में सिर्फ 28 सिक्के
ऋषभ ने पुलिस को ये भी बताया कि राजीव को उसने ये कहते भी सुना था कि जो सिक्के उसके पास हैं, वैसे सिर्फ 28 सिक्के ही पूरी दुनिया में हैं। लिहाजा ये बेहद कीमती सिक्के हैं लिहाजा उनके पास मौजूद सिक्कों की कीमत एक हजार करोड़ होगी। राजीव की ही बातचीत का हवाला देते हुए ऋषभ ने पुलिस को बताया कि जिन सिक्कों के बारे में बातचीत करते सुना था वो तीन तरह के सिक्के थे। एक सिक्का तो बारिश लाता है जबकि दूसरा सिक्का किसी भी तरह की दुनिवायी परेशानी को दूर कर देता है और तीसरी तरह का सिक्का किसी भी धातु को दूसरी धातु में बदल देता है।
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एक हजार करोड़ में सिक्कों का सौदा
ऋषभ ने ही पुलिस को बताया कि एक तरफ तो राजीव अपने पास मौजूद जादुई सिक्कों को एक हजार करोड़ रुपयों में बेचने का सौदा करता घूम रहा दूसरा उसने मेरी कई महीनों की तनख्वाह भी नहीं दी थी। साथ ही जब उससे अपने हक के पैसे मांगे तो राजीव ने ऋषभ की पिटाई कर दी थी। लिहाजा उन जादुई सिक्कों को हड़कपने और अपनी पिटाई का बदला लेने की गरज से ऋषभ ने खतरनाक प्लान बनाया था।
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नहर किनारे ले जाकर हत्या
ऋषभ ने बताया कि पहले वह राजीव को पैसे दिलाने के बहाने से नहर के किनारे ले गया। वहां उसने राजीव की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। और हत्या के बाद उसने कपड़े बदले। मगर उसकी गाल पर खून लगा रह गया। जब वह नहर से जनसुविधा केंद्र पर लौटा तो वहां सुधीर गर्ग ने ऋषभ से चेहरे पर लगे खून के बारे में पूछा। उसने झूठ बोला और कहा कि राजीव का हो गया है। इस पर सुधीर भी स्कूटी पर सवार होकर ऋषभ के साथ नहर के पास गया। ऋषभ ने चाकू से गोदकर सुधीर की भी हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपना हुलिया बदला वो नाई की दुकान पर पहुंचा और वहां पर दाढ़ी और बाल कटाए। ऐसा उसने इसलिए किया ताकि सीसीटीवी में उसकी पहचान बदल जाए जिससे कोई उसे पहचान भी न सके।
कातिल कर रहा था कातिल की तलाश
इसके बाद ऋषभ घरवालों के साथ मिलकर उन दोनों की तलाश में जुट गया जिन्हों वो मौत के घाट उतार चुका था। दो दिन तक वो पुलिसवालों के साथ मिलकर सारी जगहों को दिखाता रहा और उन्हें गुमराह करता रहा। आरोपी ऋषभ ने पुलिस को बताया कि हत्या से एक दिन पहले 30 मार्च को सुधीर कुछ सिक्के लेकर हरिद्वार गए थे। वहां कई बड़े व्यापारी और उद्योगपति से मिले। उन्होंने लोगों से कहा कि 100 करोड़ रुपये के कालेधन को वह सफेद कराने के लिए आए हैं। इस मामले में भी पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
जादुई सिक्कों का वायरल वीडियो
इसी बीच पुलिस को कुछ ऐसे वायरल वीडियो भी मिले जो कुछ अरसा पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। उन वीडियो में सुधीर के हाथ में एक सिक्का दिखाई पड़ रहा है। दावा यही किया जा रहा है कि ये जादुई सिक्का है और घुमाते ही बरसात करवा देता है। वीडियो में दिखता है कि जैसे-जैसे वो सिक्के को घुमाते जा रहे, वैसे-वैसे तेज बरसात होने लगी। इसी तरह से दूसरे वीडियो में वह बारिश के लिए सिक्का घुमा रहे हैं, जिसमें तेजी से बारिश आनी शुरू हो गई है।
वीडियो में पीछे कुछ लोग कहते नजर आ रहे हैं बारिश और तेज बुलाओ। बारिश और तेज हो रही है। तीसरे वीडियो में सुधीर एक घर के अंदर बंद कमरे में जमीन पर एक कपड़े के ऊपर सिक्के को रखकर बिना हाथ लगाए चलाकर दिखा रहे हैं। ऋषभ ने पुलिस को बताया कि सुधीर पर कुछ दैवीय शक्ति भी आती थी। हालांकि पुलिस उसकी कही तमाम बातों को कोरी बकवास मान रही है और वीडियो की जांच कर रही है।
पेट और छाती पर 40 वार
बकौल पुलिस ऋषभ ने दोनों की बड़ी ही बेरहमी से हत्या की थी। गर्दन को काटने के साथ ही पेट और छाती पर चाकू से 40 से अधिक वार किए गए थे। इस हत्या की खबर सामने आने के बाद पूरे शहर में व्यापारियों ने थाने के सामने धरना दिया और जमकर प्रदर्शन किया था। इस डबल मर्डर में शामिल आरोपी ऋषभ और उसके साथी तनु को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मौके से हत्या में इस्तेमाल चाकू और खून से सने कपड़े बरामद कर लिए हैं। पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया है।
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