ब्रह्मपुत्र नदी नाव हादसा : रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद करेगी सेना, अभी लापता हैं 7 लोग
Brahmaputra river boat accident: Army will help in the rescue operation 7 people missing now
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असम में ब्रह्मपुत्र नदी में बुधवार को हुए नाव हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरशन लगातार जारी है। हादसे के बाद अबतक 82 लोगों को बचा लिया गया है, वहीं 7 लापता हैं। एक महिला ने इस हादसे में जान गंवाई है। जोरहाट में निमतिघाट के पास एक नाव डूबी थी। लापता सात लोगों में से पांच का पता चल गया है, जिनको बचाने का काम जारी है। अब रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना और वायुसेना की भी मदद ली जा रही है। गुरुवार को NDRF की 12बी बटालियन की बड़ी टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई है। अब टीम विशाल ब्रह्मपुत्र नदी को कई किलोमीटर तक खंगालते हुए लापता लोगों की तलाश करेगी। बचाव कार्य में NDRF के अलावा SDRF, जिला प्रशासन और राज्य की पुलिस भी लगी हैं। ASDMA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जीडी त्रिपाठी ने बताया है कि गुरुवार सुबह तक सात लोगों के लापता होने की खबर मिली थी, जिसमें से पांच लोगों का पता लगा लिया गया है। उनको बचाने का काम जारी है। अबतक 82 को बचा लिया गया है।
बचाव कार्य में सेना, वायुसेना की मदद
जोरहाट जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकुर जैन ने आजतक को बताया है कि बचाव कार्य में सेना और एयरफोर्स की मदद ली जाएगी। अंकुर जैन ने कहा, 'भारतीय वायुसेना हेलिकॉप्टर्स से और सेना आधुनिक तकनीक जैसे रोवर आदि से बचाव कार्य में सहायता करेगी।'
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ऐसा हुआ था हादसा
बुधवार को निमतिघाट के पास दो नावों में टक्कर हो गई थी। इसके बाद एक नाव डूब गई थी, जिससे उसमें सवार लोग नदी में गिर गए और तब से लापता हैं। दोनों नावों में कुल 120 लोग सवार बताए जा रहे थे। जो नाव डूबी उसमें करीब 90 यात्री थे। हादसे के बाद बचाव कार्य के लिए NDRF की टीम को उतारा गया था। रात से शुरू हुई एनडीआरएफ की मुहिम सुबह तक चलती रही और अभी जारी है।
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जिस महिला की डूबने से मौत हुई, उनका नाम परिमिता दास है। लापता लोगों में से कुछ के नाम नित्यानंद बोरा, धुर्व ज्योति बोरा व डॉ बिक्रम जीत बरुवा हैं। पहले NDRF को लग रहा था कि नाव के नीचे कुछ लोग दबे हो सकते हैं, लेकिन वहां कोई भी नहीं मिला। नाव को काटकर देखा गया था लेकिन वहां कोई शव या कोई शख्स नहीं मिला। टीम को वहां सिर्फ यात्रियों के बैग व अन्य सामग्री मिली। इससे लापता लोगों की पहचान में मदद मिलने की उम्मीद है।
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