BMW Hit & Run Case: महिला के पति ने रोते रोते कहा, 'मेरी बीवी को कार से घसीटता हुआ Sea Link तक ले गया, वो इंसान नहीं जानवर है'
मुंबई के BMW हिट एंड रन केस में जिस महिला को कार से घसीटकर शिवसेना के नेता के बेटे ने मौत के घाट उतार दिया उस महिला के पति ने पहली बार मीडिया के सामने रो रोकर अपनी आप बीती और अपना दुखड़ा सुनाया।
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न्यूज़ हाइलाइट्स
मरने वाली महिला के पति ने बताया आंखों देखा हाल
आरोपी की कार में महिला बोनट में फंस गई थी
महिला को कार से घसीटता हुआ Sea Link तक ले गया
Mumbai, Maharashtra: 'साहब यहां पर सिर्फ पैसा चलता है, पैसा फेंको तमाशा देखो'...ये शब्द हैं उस शख्स के जिसकी पत्नी को मुंबई के वर्ली में उसकी आंखों के सामने BMW कार कुचल कर फरार हो गई थी। तब से लेकर अब तक उसकी आंखों से बहते आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे। इसी बीच ये खबर सामने आई है कि इस बीएमडब्ल्यू कांड के मुख्य आरोपी मिहिर शाह को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मीडिया के सामने रोया दुखड़ा
BMW हिट एंड रन केस का ये वो दुखद खौफनाक पहलू है जब खुद उस महिला के पति ने मीडिया के सामने आकर अपना दुखड़ा जाहिर किया है। 7 जुलाई की सुबह कावेरी और उनके पति प्रदीप स्कूटी पर ससून डॉक से लौट रहे थे। तब सुबह के ठीक 5 बजकर 25 मिनट हुए थे। स्कूटी तब वर्ली के डॉक्टर एनी बेसेंट रोड से गुजर रही थी। तभी अचानक पीछे से एक तेज रफ्तार BMW कार आती है और स्कूटी को टक्कर मार देती है। टक्कर इतनी तेज थी कि स्कूटी चला रहे प्रदीप और पीछे बैठी उनकी पत्नी कावेरी दोनों हवा में उछल गए। इसके बाद BMW की बोनट पर गिर पड़ते हैं। किसी तरह प्रदीप खुद को बोनट से अलग करता है। नीचे गिर पड़ता है। जबकि कावेरी बोनट पर फंस जाती है।
दो किलोमीटर तक घसीटा
कार ड्राइवर जानता है कि उसने एक स्कूटी को टक्कर मारी। वो देख रहा होता है कि उसकी कार के बोनट पर एक महिला फंसी हुई है। लेकिन इसके बावजूद वो BMW को भगाता रहता है। करीब 2 किलोमीटर दूर जाने के बाद कावेरी बोनट से नीचे गिरती है। तब भी कार ड्राइवर ने उतर कर ये देखने की कोशिश नहीं की, कि वो जिंदा है भी कि नहीं। इसके बाद BMW बांद्रा-वर्ली सी लिंक कि तरफ भाग जाती है। कावेरी पर कुछ लोगों की नजर पड़ती है। बेबस रोते हुए सब कुछ बस देखता रहा।
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इकलौते चश्मदीद की रोती गवाही
ये बात अब जाहिर हो चुकी है कि 45 साल की कावेरी नखवा वर्ली के कोलीवाड़ा में रहती थीं। वो एक मछुआरा थीं। अपने पति प्रदीप नखवा के साथ वो हर सुबह मुंबई के ससून डॉक से मछलियां खरीदती और फिर उसे लोकल मार्केट में बेचा करती थी। उसी एक्सीडेंट के पीड़ित और अपनी आंखों के सामने पहियों तले रौंदी जाती अपनी बीवी को देखने वाले इस पूरी वारदात के इकलौते चश्मदीद प्रदीप ने अब अपनी बात मीडिया के माइक पर आकर जब कही तो उनके आंसू लगातार बहते जा रहे थे। प्रदीप ने पूरी बात सिलसिलेवार तरीके से कुछ इस तरह बताई।
इतनी तेज गाड़ी भगाई टायर से धुआं निकल आया
'हम लोग मछली खरीदने जाते हैं और यह हमारा डेली रूटीन है। जब हम वापस आ रहे थे तभी जब हमें पीछे से टक्कर मारी, टक्कर मारने के बाद हम जमीन पर गिर गए मैं बगल में गिर गया और मेरी बीवी चक्के के नीचे आ गई, मैंने उठकर उसके बोनट पर हाथ मारा और उसको देखा और मैंने उसको बोला रूको, लेकिन वह मुझे देखकर रुका ही नहीं। इतनी जोर से उसने गाड़ी भगाई कि साहब टायर में से धुआं निकल आया। इतना फास्ट वह मेरी बीवी को लेकर खींच कर चला गया, मैं जोर से चिल्ला रहा था पर मेरे अगल-बगल में कोई नहीं था।
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Sea Link तक घसीट ले गया था
मैंने उसको बोला रूको लेकिन वह नहीं रुका। एक टैक्सी वाले ने मुझे अपने साथ लेकर गया और मैं आधा किलोमीटर तक गया लेकिन वह नहीं मिली। मैं टर्न लेकर दूसरी तरफ ढूंढने गया लेकिन वह वहां भी नहीं मिली तब टैक्सी वाले ने कहा कि चलो पुलिस स्टेशन में शिकायत करते हैं। मेरी बीवी की बॉडी सी-लिंक के किनारे पर पड़ी थी और यह लोग कहते हैं कि मेरी बीवी की बॉडी 100 मीटर आगे गिरी थी अगर 100 मीटर आगे गिरी थी तो मुझे नहीं मिलती क्या? फिर वह क्या सीलिंक पर चल कर गई। उसको घसीट कर वह लेकर गया वह आदमी है या जानवर है कोई जानवर के साथ भी ऐसा नहीं करता। मेरी बीवी चिल्ला रही थी जब वह उसको घसीट कर लेकर गया।
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गरीबों की कोई नहीं सुनता
यह प्रशासन सिर्फ बोलने के लिए है यह प्रशासन कुछ नहीं करेगा, अगर उसने कुछ किया नहीं होता तो वह क्यों भाग गया। उसने शराब पिया होगा, ड्रग्स लिया होगा इसीलिए वह भाग गया। अगर वह रुक जाता तो कम से कम मेरी बीवी तो आज जिंदा होती। अगर उनके किसी सगे वाले के साथ ऐसा होता तो वह क्या करते। सरकार कहती है कि यह गरीबों की सरकार है। कौन से गरीबों की सरकार है यह ? गरीब ऐसे ही रास्ते पर मारेगा और रोज मरेगा। कोई नहीं है उसे देखने वाला। हम क्या करें? हम ऐसे ही मरेंगे, हमारा कोई नहीं है।
यहां सिर्फ पैसा चलता है
हमारे पीछे कौन है? उसके पिता को जमानत कैसे मिली अगर वह लड़का नहीं मिल रहा है तो उसके पिता को कैसे जमानत दे दी? आज पिताजी को जमानत मिली है कल ड्राइवर को जमानत मिल जाएगी परसों लड़के को जमानत मिल जाएगी तो हमको न्याय कौन देगा? न्याय देने वाला कोई तो होना चाहिए यह अदालत है या क्या है सिर्फ पट्टी बांध की अदालत है चलती है क्या ? अगर जज की लड़की उसके टायर के नीचे आ जाती तो जज क्या करते?
15 हजार की जमानत कैसे मिला ? न्याय अब नही मिलेगा। यहा पर सिर्फ पैसा चलता है पैसा फेको तमाशा देखो।'
आरोपी मिहिर शाह गिरफ्तार
इसी बीच खबर सामने आई है कि इस बीएमडब्ल्यू केस का आरोपी मिहिर शाह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वारदात के तीसरे दिन पुलिस आखिरकार मिहिर शाह के ठिकाने तक पहुँचने में कामयाब हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
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