रेगिस्तान में भूख-प्यास से नहीं मरा था इंटरनेशनल बाइकर, 3 साल बाद सामने आई बीवी की खूनी साजिश
biker death in jaisalmer desert turned out to be murder
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जैसलमेर से संवाददाता विमल भाटिया की रिपोर्ट
15 अगस्त 2018 को जैसलमेर के शाहगढ़ बल्ज इलाके में राईडिंग का ट्रेक देखने के बाद 16 तारीख को वो अपने साथी संजय, विश्वास, साबिक और संतोष के साथ रैली के ट्रैक पर प्रेक्टिस करने गए थे लेकिन शाम होने तक वो वापस नहीं लौटे जबकि उनके साथ वापस आ गए। ऐसा माना जा रहा था कि मोन रेगिस्तान में रास्ता भटक गए हैं जिस वजह से वो वापस नहीं आ पाए।
मोन की खोजबीन शुरु हुई और इसी खोजबीन के दौरान 18 अगस्त को जैसलमेर के रेगिस्तान के एक बियाबान इलाके से मोन की लाश मिली। जहां पर मोन की लाश मिली थी वहां पर मोबाईल नेटवर्क नही था लेकिन मोन की बाइक स्टेंड पर खड़ी हुई थी और उस पर हेलमेट टंगा हुआ था। लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया तो चौंकाने वाली चीज सामने आई।
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पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह पीठ के ऊपर वर्टिकल चोट लगना सामने आई यानि मोन की मौत गर्दन की हड्डी पर वार करने से हुई थी। मोन की मौत के बाद 18 अगस्त को जैसलमेर आई उनकी पत्नी ने इसे सामान्य मौत मानते हुए इस मामले में किसी पर कोई शक जाहिर नहीं किया था। मोन की पत्नी सुमेरा ने पुलिस को दिए गए अपने बयान में कहा था कि पति की मौत रेगिस्तान में भटकने की वजह से हुई है और ये एक सामान्य मौत है।
हालांकि जैसलमेर पहुंचे मोन के परिवार ने उसकी हत्या पर शक जाहिर किया था क्योंकि मोन की अपनी पत्नी सुमेरा से पटरी नहीं खाती थी। जैसलमेर पुलिस ने भी मामले में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई। मामला आया-गया हो गया, इस बीच इस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई जिसको पास कराने के लिए एसपी दफ्तर भेजा गया।
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ये फाइल जब जैसलमेर के एसपी अजय सिंह के पास पहुंची तो उन्होंने फाइल को पड़ा। उसमें उन्हें काफी बातें संदिग्ध लगीं। उन्होंने फैसला किया कि इस केस को दोबारा से खोला जाएगा।
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उन्होंने मामले की तफ्तीश करनी शुरु की तो पता चला कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया था कि मोन की मौत गर्दन की हड्डी में चोट लगने की वजह से हुई थी। जिसमें सफाई दी गई थी कि मोन बाइक चलाते वक्त किसी हादसा का शिकार हो गए होंगे।
हालांकि एसपी ने जब मौके की तस्वीरें देखीं तो उसमें बाइक स्टैंड पर खड़ी दिखी। हैलमेट बाइक पर रखा हुआ था। बाइक पर गिरने से लगने वाली किसी खरोच का निशान तक नहीं था।
पत्नी सुमेरा ने पुलिस को दिए अपने बयान में ये भी कहा था कि मोन की मौत रेगिस्तान में हादसे का शिकार होने के साथ-साथ भूख-प्यास से भी हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मोन के पेट में अधपचा खाना मिला था ।
इसका मतलब ये था कि दो दिन के भीतर भूख से उसकी मौत नहीं हो सकती है। मोन के घरवालों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि मोन सुमेरा से दूर दुबई में रहता था जिसकी वजह से दोनों में लड़ाई-झगड़ा रहता था। सुमेरा की मोन से ये दूसरी शादी थी। मोन पहले दुबई रहता था बाद में बैंगलुरु शिफ्ट हो गया।
पुलिस ने पत्नी सुमेरा के अलावा पांच और लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। जैसलमेर पुलिस ने सुमेरा को भी पूछताछ के लिए जैसलमेर बुलाया लेकिन वो पुलिस के पास नहीं पहुंची।
पुलिस को यकीन हो चुका था कि मोन का क़त्ल कोई हादसा नहीं बलकि सोच समझी साजिश के तहत उसकी हत्या की गई है। जैसलमेर की एक टीम बैंगलुरु रवाना हो गई और वहां छापेमारी कर पुलिस ने संजय और विश्वास को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक दोनों ने बताया कि उन्होंने जान-बूझकर रेस प्रैक्टिस के लिए एक ऐसे सुनसान रेगिस्तानी इलाके को चुना जहां पर ना तो मोबाइल सिग्नल थे और ना ही किसी इंसान की आवाजाही थी। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को मोन के साथ रास्ते की रेकी करने के लिये संजय व विश्वास गए थे।
उन्होंने ही पूरे रास्ते की रेकी की और 16 अगस्त को जब प्रेक्टिस करने गए तब संजय आगे चल रहा था और बीच में मोन था और पीछे विश्वास चल रहा था। एक जगह पर रुकने के बहाने इन्होंने किसी भारी चीज से मोन की गर्दन की हड्डी पर वार किया जिसकी वजह से वो बेसुध हो गया और फिर वहां पड़े-पड़े उसकी मौत हो गई।
इसके बाद दोनों वहां से जैसलमेर आ गए। शाम को संजय ने मोन की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करा दी लेकिन इस बात की इत्तिला रेस आयोजित करने वाले लोगों को नहीं दी। रात को ये दोनों अपने तीसरे साथी साबिक के साथ पार्टी करने चले गए।
18 अगस्त को जब पुलिस की टीम मोन को ढूंढने गई तो संजय उन्हें उस ओर ले गया जहां पर मोन की लाश पड़ी हुई थी। पुलिस की टीम से नजर बचाकर संजय ने मोन का मोबाइल फोन भी उठा लिया और उसमें से कुछ मैसेज और फोटो डिलीट भी कर दिए।
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद संजय और विश्वास ने बताया है कि मोन की हत्या की सुपारी उसकी पत्नी सुमेरा ने उनको दी थी। अब तक की तफ्तीश के मुताबिक सुमेरा का अफेयर नीरज नाम के एक शख्स से चल रहा है। वो मोन की प्रॉपर्टी हड़पना चाहती थी। मोन की दुबई में काफी प्रॉपर्टी है जिस पर सुमेरा की निगाह थी।
इस कत्ल की पूरी कहानी तब सामने आएगी जब इस मामले में आरोपी सभी लोग पुलिस की गिरफ्त में आएंगे जिनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
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