Bihar: जेल प्रशासन का कारनामा, शराब तस्कर बन गया मनरेगा मजदूर!

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Bihar: जेल प्रशासन का कारनामा, शराब तस्कर बन गया मनरेगा मजदूर!
जेल प्रशासन का कारनामा
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आलोक कुमार जायसवाल के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Bihar Crime News: बिहार के सारण जिले में जेल में बंद एक कैदी को प्रशासन ने कागजों पर मनरेगा मजबूर बना दिया है। इतना ही नहीं, उसकी नकली हाजिरी लगाई जा रही थी और उसे सैलेरी भी दी जा रही थी। सवाल उठता है कि ऐसा क्यों किया जा रहा था और इससे किसको फायदा पहुंच रहा था? इतना ही नहीं, अब इस बात की भी तहकीकात की जा रही है कि क्या कुछ और कैदियों को भी कागजों में मनरेगा मजदूर बना दिया गया था?

 

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रामप्रवेश महतो गोपालगंज की चनावे जेल में 15 मार्च 2022 से 24 मई 2022 तक बन्द था। इस दौरान मनरेगा मजदूर के रूप में 2 मार्च से 15 मार्च 2022 यानी उसके गिरफ्तारी वाले दिन तक उसकी हाजिरी लगाई गई है। फिर 17 मार्च से 31 मार्च 2022 तक हाजिरी लगी है। उसे इन दिनों का भुगतान भी किया गया।

रामप्रवेश महतो को शराब तस्करी के आरोप में 15 मार्च 2022 की सुबह 6 :15  बजे गिरफ्तार किया गया था और उसे कोर्ट द्वारा उसी दिन जेल भी भेज दिया गया था। उसकी जमानत 25 मई 2022 को हुई थी। ये मामला  बंगरा पंचायत के हंसापीर गांव का है। आरोपी हंसापीर का रहने वाले है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

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