लोकसभा में सुरक्षा में हुई चूक को लेकर बड़ा एक्शन, 8 अधिकारियों को किया सस्पेंड
Parliament Security Breach : लोकसभा में सुरक्षा में हुई चूक को लेकर बड़ा एक्शन लिया गया है।
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Parliament Security Breach : लोकसभा में सुरक्षा में हुई चूक को लेकर बड़ा एक्शन लिया गया है। इस सिलसिले में संसद भवन सुरक्षा स्टाफ से जुड़े हुए 8 लोगों को सस्पेंड किया गया है। उधर, पुलिस की जांच भी तेज हो गई है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपियों के खिलाफ UAPA के तहत केस दर्ज कर लिया है। गिरफ्तार चारों आरोपियों से पुलिस की पूछताछ जारी है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पूछताछ कर रही है। आईबी के अधिकारी भी पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस इस केस के मास्टरमाइंट और घटना के मकसद के बारे में जानकारियां इकट्ठा कर रही है। इस मामले गृह मंत्रालय भी एक्शन में है। गृह मंत्रालय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल सिंह की अगुवाई में जांच कमेटी बनाई गई है। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी बेरोजगारी, मणिपुर हिंसा, किसानों की दुर्दशा से परेशान थे। आरोपियों ने कहा- सरकार को संदेश देना मकसद था।
साजिश में पांच लोग शामिल थे! कुल छह लोगों को पकड़ा गया
इस साजिश में पांच लोग शामिल थे, जो घटना के वक्त संसद के अंदर और बाहर मौजूद थे। जो शख्स सबसे पहले सभा में कूदा उसका नाम सागर शर्मा है। दूसरे व्यक्ति का नाम मनोरंजन है, जो कूदने वाला था लेकिन उससे पहले ही पकड़ा गया। तीसरा आरोपी अमोल शिंदे और चौथी आरोपी नीलम आजाद संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे।
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ललित झा फरार
इन चारों के अलावा पाचवां शख्स भी था। उसका नाम ललित झा है। जैसे ही संसद के अंदर और बाहर अफरा तफऱी मची ललित झा वहां से फरार हो गया। ललित झा के पास चारों आरोपियों के मोबाइल फोन थे, वो उन्हें भी लेकर भाग गया। 4 लोग तुरंत गिरफ्तार कर लिए गए, लेकिन ललित झा भाग गया। शुरुआती जांच में पता चला है कि सभी आरोपी गुरुग्राम में विक्रम शर्मा नाम के शख्स यहां ठहरे थे। गुरुग्राम पुलिस ने इस संबंध में विक्रम शर्मा को भी हिरासत में लिया है। फॉरेंसिक जांच में पता चला है कि जो रंगीन धुआं इन लोगों ने संसद के अंदर और बाहर किया था, वो जहरीला नहीं था, उससे किसी प्रकार का खतरा नहीं था। इस तरह का स्मोक प्रदर्शन के लिए विदेशों में खूब इस्तेमाल होता है।
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देश के अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं आरोपी
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उपद्रव मचाने वाले सभी आरोपी देश के अलग अलग राज्यों के रहने वाले हैं। सागर शर्मा लखनऊ का रहने वाला है और ई रिक्शा चलाता है। मनोरंजन मैसूर का रहने वाला है। वो पेशे से इंजीनियर है। नीलम आजाद हरियाणा के हिसार की रहने वाली है और अमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है। ये सभी लोग भगत सिंह फैन क्लब फेसबुक पेज से जुड़े हैं।
मैसूर में मिले थे आरोपी
करीब डेढ़ साल ये लोग मैसूर में मिले थे। इसी साल मार्च में इन्होंने एक और बैठक की और उसी मीटिंग में प्लान बनाया गया। मार्च में ही मनोरंजन दिल्ली आया और संसद भवन के बारे में जानकारी इकट्ठा की। दिल्ली में ही मनोरंजन को पता चला कि जूते में अगर कुछ छुपाकर लाया जाए तो उसकी जांच नहीं होती। सागर शर्मा जुलाई में दिल्ली आया लेकिन संसद भवन में नहीं जा पाया तो वापस लौट गया। 10 दिसंबर को चारों एक बार फिर दिल्ली आए और गुरुग्राम में विक्रम के घर ठहरे। ललित झा इनसे गुरुग्राम में ही मिला था। जांच में पता चला है कि कलर स्मोक केन अमोल शिंदे महाराष्ट्र से लेकर आया था। प्लान के मुताबिक 13 दिसंबर को इन्होंने बीजेपी सांसद सिम्हा के पीए से पास लिया और सभी लोग इंडिया गेट पहुंचे। इंडिया गेट पर फाइनल ब्रीफिंग के बाद इन्होंने घटना को अंजाम दिया।
सागर शर्मा ने कहा था कुछ बड़ा करके आऊंगा
संसद हमले में शामिल सागर शर्मा के घर से तफ्तीश में पता चला कि सागर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव था। वो केंद्र सरकार के खिलाफ पोस्ट करता था। यहां तक इतिहास लिखने की बात करता था और अपना स्टेट्स लगता था। उसने अपनी मां को बताए था की कुछ बड़ा करके आऊंगा। वो हिंदू धर्म पर भी काफी टिप्पणी करता था। हालंकि सागर शर्मा भगत सिंह को अपना आईडियल मानता था।
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