महिला इंजीनियर की सेलरी तो हजारों में है मगर कमाई करोड़ों में, छापा पड़ा तो खुला इतना बड़ा राज़
Bhopal Engineer Hema Meena: भोपाल में एक असिस्टेंट इंजीनियर के घर जब लोकायुक्त ने छापा मारा तो पांच से सात करोड़ की दौलत का पता चला जो उनकी आय से करीब ढाई सौ गुना ज्यादा थी।
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Bhopal Engineer Hema Meena: एक कहावत बड़ी मशहूर है कि जितनी चादर हो उतने ही पैर फैलाने चाहिए...लेकिन ये कहावत आम लोगों के लिए तो हो सकती है मगर उन लोगों के लिए नहीं जो पढ़ने लिखने और काबिल अफसर बनने के बाद कसम खा लेते हैं कि जो कुछ करेंगे भ्रष्ट करेंगे...और भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं करेंगे। तभी तो अक्सर ऐसे लोगों की चादर ऐसी जगह और ऐसे वक़्त पर फटती है कि लोग बस फिर तमाशा ही देखते हैं।
30 हजार की तनख्वाह और कमाई करोड़ों में
ऐसा ही एक किस्सा सामने आया है मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से। यहां एक इंजीनियर का पता मिला। उनका नाम है हेमा मीणा। जो पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की प्रभारी असिस्टेंट इंजीनियर (संविदा) हैं यानी अभी परमानेंट नहीं हैं। उनकी तनख्वाह यही कोई 30 हजार के अल्ले पल्ले होगी। मगर लोकायुक्त को हेमा जी के बारे में कुछ उड़ती उड़ती खबरें मिलीं तो लोकायुक्त ने अपनी नजरें हेमा जी के इर्द गिर्द टिका दी। और फिर जब छापा मारा तो छापा मारने वालों की आंखें फट गईं। क्योंकि 30 हजार रुपये महीना कमाने वाली एक मामूली इंजीनियर की औकात कई करोड़ में दिखाई दी। और सबसे बड़ी बात कि ये उनकी खानदानी दौलत नहीं...और न ही अपने गाढ़े खून पसीने को बहाकर कमाई है। हां एसी कमरे में बैठकर और अपना शातिर दिमाग चलाकर जरूर ये दौलत दोनों हाथों से बटोरी है।
आय से अधिक कमाई की शिकायत
लोकायुक्त की जिस टीम ने छापा मारा उसको लीड कर रहे थे डीएसपी संजय शुक्ला। बाद में संजय शुक्ला ने बताया कि हेमा मीणा हाउसिंग कॉर्पोरेशन भोपाल में असिस्टेंट इंजीनियर हैं। और उनके खिलाफ 2020 में शिकायत मिली थी कि हेमा जी मेज के नीचे से ऊपर की कमाई कर रही हैं और आय से बहुत अधिक संपत्ति अर्जित कर चुकी हैं। उसके बाद से ही उनकी निगरानी की जा रही है और जांच में जब शिकायत सही पायी गई तो केस दर्ज किया गया और अब छापा मारा गया है।
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करोड़ों के बंगले में रहती है हेमा
डीएसपी शुक्ल जी ने बताया कि हेमा मीणा ने भोपाल के पास एक गांव बिलखिरिया में 20 हजार वर्गफुट जमीन अपने पिता के नाम से खरीदी। और उसी जमीन पर एक करोड़ की रकम खर्च करके आलीशान महल खड़ा किया। इसके अलावा जो पता चला है कि भोपाल, रायसेन और विदिशा के अलग अलग गांवों में भी खेती की बेहिसाब जमीन खरीदी है।
दौलत की खेती करने के लिए किया निवेश
डीएसपी के मुताबिक हेमा मीणा ने खेती का पूरा बंदोबस्त कर रखा था ताकि दौलत की फसल काट सकें। इसके लिए उन्होंने हार्वेस्टर, धान बुवाई मशीन और ट्रैक्टर के साथ साथ खेती के कई उपकरणों पर इनवेस्टमेंट किया था। जबकि उनकी महीने की तनख्वाह सिर्फ 30 हजार है।
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अभी तो असली हिसाब होना बाकी है
अभी तक तो यही पता चला है कि उनके पास करीब 5 से 7 करोड़ रुपये की जायदाद और संपत्तियां हैं। बाकी छापामारी की कार्रवाई पूरी होने के बाद तमाम दौलत का अंदाजा लगाया जाएगा और तब ये तय हो पाएगा कि असल में वो कितनी अंधी दौलत की मालकिन हो गई थीं।
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