मौलाना तौकीर रजा कराएंगे हिंदू लड़कियों का सामूहिक धर्म परिवर्तन और निकाह, 21 जुलाई को बरेली में होना है कार्यक्रम

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मौलाना तौकीर रजा कराएंगे हिंदू लड़कियों का सामूहिक धर्म परिवर्तन और निकाह, 21 जुलाई को बरेली में होना है कार्यक्रम
Maulana Tauqeer Raza
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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21 जुलाई को 15 हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण का दावा

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मौलाना तौकीर रजा कराएंगे मुस्लिम लड़कों से निकाह

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बरेली प्रशासन से मांगी कार्यक्रम कराने की इजाजत

Bareiily: यूपी के बरेली शहर के कट्टरपंंथी मौलाना तौकीर रजा (Maulana Tauqeer Raza) अपने विवादित और भड़काऊ बयानों के लिये सबसे ज्यादा जाने जाते हैं। इसी मौलाना ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है, या यूं कहें कि ऐलान किया है, जिसे लेकर बवाल होना तय माना जा रहा है। दरअसल मौलाना तौकीर रजा ने ऐलान किया है कि वो आने वाली 21 जुलाई को एक सामूहिक धर्मांतरण कार्यक्रम (Mass Religious Conversion Ceremony) में सरेआम हिंदू लड़कियों को इस्लाम धर्म में शामिल कराएंगे और उनके मुस्लिम साथियों के साथ उनका निकाह पढ़वाएंगे। इस घटना ने जहां बरेली शहर के चैन और अमन को खतरे में डाल दिया है वहीं हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच खाई को चौड़ा करने का काम किया है। साथ ही इस ऐलान ने पुलिस और प्रशासन के लिये भी कानून व्यवस्था को लेकर एक बड़ा सिरदर्द पैदा कर दिया है।

मौलाना तौकीर रज़ा का चौंकाने वाला ऐलान

बीते सोमवार अपने खतरनाक इरादों का खुलासा करते हुए मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा कि उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने के ख्वाहिशमंद हिंदू धर्म से जुड़े लड़के-लड़कियों के 23 आवेदन मिले हैं। मौलाना का दावा है कि इनमें से हिंदू लड़कों की तादाद पाँच हैं जबकि पंद्रह हिंदू लड़कियां भी शामिल हैं। तौकीर रजा का कहना है कि इन सभी ने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म अपनाया है और धर्म परिवर्तन की शुरुआती प्रक्रिया भी पूरी की जा चुकी है।

तौकीर रजा के मुताबिक ये विवादास्पद सामूहिक धर्मांतरण और निकाह का कार्यक्रम 21 जुलाई की सुबह 11 बजे बरेली के खलील हायर सेकेंडरी स्कूल (Khaleel Higher Secondary School) में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिये तौकीर रज़ा के सहयोगी नदीम क़ुरैशी ने बरेली सिटी मजिस्ट्रेट राजीव शुक्ला को एक चिट्ठी लिखकर जिला प्रशासन से औपचारिक इजाजत मांगी है। प्रक्रिया के तहत मेजिस्ट्रेट ने इस आवेदन को समीक्षा के लिये स्थानीय पुलिस को भेज दिया है। मगर इस तरह के विवादित और भड़काऊ कार्यक्रम की जानकारी जैसे-जैसे शहर में फैल रही है लोगों के बीच इस कार्यक्रम को लेकर विरोध के स्वर भी उठ रहे हैं। लोगों को सबसे ज्यादा डर इस प्रोग्राम की वजह से शहर का माहौल खराब होने का है।

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मौलाना का दावा पहले से लिव इन में रह रहे थे जोड़े

अपने इस कार्यक्रम को और विवादित बनाते हुए मौलाना तौकीर रजा ने ये भी दावा किया कि हिंदू धर्म छोड़ इस्लाम अपनाने वाले ये जोड़े पहले से ही लिव इन रिलेशनशिप में साथ रह रहे हैं। मौलाना ने तर्क दिया कि हालांकि देश का कानून बिना शादी के दो व्यस्कों को साथ रहने की इजाजत देता है लेकिन इस तरह का रिश्ता न तो हिंदू समाज मंजूर करता है और न ही इसकी इजाजत इस्लाम देता है। ऐसे में धर्म परिवर्तन करा कर ऐसे जोड़ों की शादी करा देने से इनके धर्म के हिसाब से अवैध रिश्ते को समाजिक मान्यता भी मिलेगी। तौकीर रजा ने अपनी सफाई में ये भी कहा कि उनका संगठन, इत्तेहाद--मिल्लत काउंसिल (Ittehad-e-Millat Council), प्यार या लालच के लिए धर्मांतरण की इजाजत नहीं देता। मौलाना ने कहा कि धर्मांतरण के लिये किसी के साथ भी जोर जबरदस्ती नहीं की गई है और हर एक जोड़े को पूरी जांच पड़ताल के बाद ही इस कार्यक्रम में शामिल किया जा रहा है।

'लव जिहाद' बनाम 'भगवा लव ट्रैप'

तौकीर रजा इससे पहले 'लव जिहाद' (Love Jihad) के मुकाबले 'भगवा लव ट्रैप' (Bhagwa Love Trap) की थ्योरी को हवा देकर विवादों में घिर चुके हैं। बीते साल रजा ने ये बयान देकर तहलका मचा दिया था कि संघ से जुड़े हिंदूवादी संगठन मुस्लिम लड़कियों और महिलाओं को चोरी-छिपे हिंदू बनाने की साजिश रच रहे हैं। रजा के इस बयान के बाद देश भर में मुस्लिम लड़कियों से दोस्ती या फिर महज बातचीत करने वाले हिंदू लड़कों पर हमले की घटनाओं में इजाफा हुआ हैं। दूसरी ओर रजा का दावा है कि लव जिहाद, यानी धोखे से हिंदू लड़कियों को प्यार के जाल में फंसा कर मुस्लिम बनाने का आरोप, पूरी तरह झूठ है। उनके मुताबिक ये मुसलमानों को बदनाम करने का हिंदू संगठनों का प्रोपागेंडा भर है।

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हाई अलर्ट पर दोनों समुदाय

जैसे-जैसे तौकीर रजा के संगठन की ओर से आयोजित सामूहिक धर्मांतरण कार्यक्रम की तारीख नजदीक आ रही है, बरेली में हिंदू और मुस्लिम समाज के लोग और उनसे जुड़े संगठन हाई अलर्ट (High Alert) पर हैं। अब देखना ये है कि प्रशासन इस कार्यक्रम की इजाजत देता है या नहीं। और अगर तौकीर रजा को इस कार्यक्रम की इजाजत दी जाती है तो कानून व्यवस्था को काबू में रखने के लिये पुलिस क्या कदम उठाती है। क्योंकि जहां एक ओर ये कार्यक्रम एक समुदाय को सीधे तौर पर चुनौती देता दिखाई देता है वहीं शरारती तत्वों को बरेली शहर में बदअमनी फैलाने का ये खुला न्योता है।

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