Atiq Updates: 'मेरा उससे कोई लेना-देना नहीं...' बोला आरोपी का पिता

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Atiq Updates: 'मेरा उससे कोई लेना-देना नहीं...' बोला आरोपी का पिता
लवलेश के पिता यज्ञ कुमार
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सिद्धार्थ गुप्ता के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Atiq Updates: अतीक अहमद और अशरफ को मारने वाले आरोपियों में एक लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है। वो बांदा के क्योतरा इलाके में रहता है। लवलेश के पिता यज्ञ कुमार ने कहा, 'मेरे बेटा नशा करता है, हमारे उससे कोई लेना-देना नहीं है। वो कब आता है, कब जाता है, हम कुछ नहीं पता। उसने दो साल पहले भी एक युवक को थप्पड़ मार दिया था, जिसके बाद उसके खिलाफ मामला चला और वो जेल में भी रहा।'

उसने 12वीं की पढ़ाई करने के बाद बीए में एडमिशन लिया था, लेकिन बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी थी।

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आरोपी सनी का भाई का कहना है कि हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है। उसने पहले ही घर छोड़ दिया था।

 

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आरोपी नंबर 1 -  लवलेश तिवारी

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लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है।

आरोपी नंबर 2 - अरुण मौर्य

अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है।

आरोपी नंबर 3 - सनी

सनी कासगंज जनपद से है।

तीनों ने इस हत्याकांड की प्लानिंग की। पुलिस कई सवाल इनसे पूछे रही है - मसलन

1.तीनों एक-दूसरे को कैसे जानते है?

2. क्यों तीनों ने मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया?

3. इनके दिमाग में ये बात आई कहां से?

4.क्या इन्हें पकड़े जाने का डर नहीं था?

5.घटना को अंजाम देने के बाद भागे क्यों नहीं?

6.'जय श्रीराम' के नारे क्यों लगाए?

7.हथियार कहां से लाए?

8.इसके लिए पैसा किसने दिया?

9.क्या कोई गैंग तीनों की मदद कर रहा था?

10.प्रेस रिपोर्टर बनने का क्यों सोचा?

11.अस्पताल के बाहर अटैक करने  का क्यों सोचा?

12.क्या अतीक की सुरक्षा के बारे में पहले से जानकारी थी?

13. कब प्रयागराज आए थे?

एक बात तो साफ हो गई है कि तीनों आरोपी अतीक और अशरफ की हत्या के मकसद से ही प्रयागराज आए थे, लेकिन इस घटना ने पुलिस पर तमाम सवाल खड़े कर दिए है।

इन सवालों का जवाब देना होगा पुलिस को!

1. क्यों पुलिस कर्मियों ने गोलियां नहीं चलाई?

2. वीडियो में एक पुलिस कर्मी आरोपी को पकड़ने से क्यों डर रहा था?

3. क्यों अतीक और अशरफ की सुरक्षा में सीनियर पुलिस अधिकारी तैनात नहीं थे?

4. 17 पुलिस वाले तीन आरोपियों को काबू क्यों नहीं कर पाए?

5. क्या पुलिस कर्मियों को इस तरह की ट्रेनिंग नहीं जाती कि ऐसे हालतों में कैसे रिएक्ट करे?

बताया जा रहा है कि तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बताया, 'कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे, बड़ा माफिया बनना है इसलिए हत्याकांड को अंजाम दिया।'

कौन कौन पुलिस वाले थे अतीक की सुरक्षा में?

इंस्पेक्टर धुमलगंज राजेश मौर्य की टीम अतीक अहमद को अस्पताल लेकर आई थी। इस टीम को वो ही लीड कर रहे थे। हमलावर की बाइक का नंबर था - Up 70M7337। जांच की गई तो पता चला कि ये नंबर सरदार अब्दुल मन्नान खान के नाम से रजिस्टर है। ये मन्नान खान कौन है? कैसे उसकी बाइक आरोपियों के पास पहुंची? क्या ये नंबर फर्जी है? पुलिस के मुताबिक, बाइक का यह नंबर हीरो होंडा की पुरानी गाड़ी Cd 100ss बाइक पर दर्ज है। इसे 3 जुलाई 1998 को cash में खरीदा गया था।

बाइक कहां से लाई गई,

ये बाइक किसकी है?

कैमरा कहां से लिया?

माइक आईडी कहां से बनवाया?

इस बीच अतीक और अशरफ के मर्डर में परिवार की तरफ से FIR दर्ज करवाई जाएगी। अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा की तरफ से ये शिकायत दी जाएगी।

 

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