Atiq on the Way to Prayagraj: UP 70 AG 4063 इसलिए बन गया खास, यूपी के तमाम पुलिसवालों की लगी इस नंबर पर नज़र, रातों रात रट गया कैदी गाड़ी का ये नंबर
Atiq on the Way to Prayagraj: इस वक्त पुलिस की एक गाड़ी का नंबर ज़्यादातर यूपी वालों को रट सा गया होगा UP 70 AG 4063। हालांकि इस नंबर में ऐसा कुछ खास नहीं...लेकिन इस वक़्त ये नंबर बेहद खास है, क्योंकि इस नंबर की गाड़ी हर वक़्त यूपी पुलिस के अदना
ADVERTISEMENT
Atiq on the Way to Prayagraj: UP 70 AG 4063…यही नंबर है उस वैन का जिसमें यूपी के माफिया डॉन अतीक अहमद को लेकर यूपी की पुलिस अहमदाबाद की साबरमती जेल से निकलकर राजस्थान मध्यप्रदेश होते हुए उत्तर प्रदेश पहुँचने के रास्ते पर है। गाड़ी का ये नंबर इस वक़्त लाखों नज़रों पर चढ़ा हुआ है। मीडिया में इस नंबर की गाड़ी को बड़ी ही शिद्दत से दिखाया जा रहा है और कैमरे अपलक इस नंबर की गाड़ी को देख रहे हैं और उन्हें किसी भी सूरत में अपनी आंखों से ओझल नहीं होने दे रहे। गाड़ी के इस नंबर पर उत्तर प्रदेश के अदना से लेकर आला पुलिस अफसरों की भी नज़र है। लिहाजा ये नंबर इस वक़्त शायद दुनिया का सबसे खास नंबर बन गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के हर अदना से लेकर आला अफसरों तक के मोबाइल पर ये नंबर झलकता दिख जाएगा…क्योंकि इस नंबर पर ज़मीन से लेकर और आसमान तक में लगे कैमरों की नज़र में लगी हुई है। वैसे तो इस नंबर की गाड़ी पर आज से पहले कभी शायद ही किसी ने तवज्जो दी हो…थाने या जेल में खड़े होकर ये गाड़ी धूल भी फांकती रही होगी…लेकिन इस वक़्त ये नंबर गोल्डन नंबर है क्योंकि ये नंबर यूपी पुलिस के लिए बेहद क़ीमती है…इसी नंबर पर उसकी पूरी इज्जत दांव पर भी लगी हुई है। लिहाजा निजी न्यूज चैनल के कैमरे हों या फिर पुलिस की कैमरे वाली आंख हर कोई बिन पलक झपकाए इस नंबर को लगातार देख रहा है और दिखा रहा है…
यूपी का डॉन अतीक अहमद के डर का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जिस कानून को वो ठेंगे पर रखता था..अब उसी कानून की दुहाई देकर कोर्ट का शुक्रिया अदा करता नज़र आ रहा है।
यूपी के प्रयागराज जाने के रास्ते में जब वो राजस्थान के बूंदी में उतरा तो वहां उसने मीडिया के माइक पर आकर एक छोटी सी बात कही जिसमें उसकी दहशत साफ महसूस की जा सकती है। अतीक अहमद ने कहा कि उसका परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। उमेश पाल की हत्या के बारे में उसने एक बार फिर खुद को फंसाए जाने की दलील देते हुए कहा कि वो जेल में था, उसे इस बारे में कुछ भी नहीं पता।
ADVERTISEMENT
उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में ही आरोपी बनाकर यूपी पुलिस की टीम अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज पहुँच रही है। साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद को सड़क के रास्ते प्रयागराज पहुँचाया जा रहा है। और प्रयागराज जाने के रास्ते में उसका या यूं कहें यूपी पुलिस का काफिला राजस्थान के उदयपुर, कोटा, बूंदी होता हुआ मध्यप्रदेश के शिवपुरी तक पहुँच चुका है। अब उसे झांसी के रास्ते से प्रयागराज ले जाया जाएगा।
राजस्थान के बूंदी में डाबी थाना में ये काफिला कुछ देर के लिए रूका। तो वहां वैन से नीचे उतरते ही अतीक ने मीडिया के कैमरे और माइक पर अपनी और अपने परिवार के बर्बाद होने की बात कही। उसने साफ साफ कहा है कि माफियागीरी तो कब की खत्म हो चुकी है...लेकिन ये बात हम अब भी कह रहे हैं कि उमेश पाल की हत्या का हमसे कोई लेना देना नहीं हम जेल में बंद थे।
ADVERTISEMENT
अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज तक पहुँचाने की जिम्मेदारी जिस पुलिस टीम पर है उसमें एक इंस्पेक्टर और 30 कॉन्स्टेबल मौजूद हैं। अतीक अहमद पर इल्जाम यही है कि उसने ही उमेश पाल हत्याकांड की सारी स्क्रिप्ट लिखवाई और वही इस शूटआउट का मास्टरमाइंड है। लेकिन साबरमती जेल से बाहर निकलकर यूपी पुलिस की गाड़ी पर सवार होते वक्त इसी माफिया डॉन की आंखों में दहशत नज़र आई। उसके हलक में आवाज अटक रही थी।
ADVERTISEMENT
वैसे बीते 15 दिनों के दौरान अतीक की ये दूसरी बार गुजरात से यूपी तक की यात्रा है जो उसे यूपी पुलिस ट्रक में बैठकर करनी पड़ रही है। पिछली बार जब उसे यूपी लाया जा रहा था तब उसने कहा था कि ये पुलिसवाले कोर्ट के कंधे पर रखकर मुझे मारने की फिराक में हैं।
बताया जा रहा है कि अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस का ये काफिला करीब 1300 किलोमीटर का सफर तय करके बुधवार की शाम करीब 6 बजे के आस पास प्रयागराज पहुँचेगा। प्रयागराज की कोर्ट में अतीक अहमद को उमेशपाल हत्याकांड के सिलसिले में पेश किया जाएगा।
ADVERTISEMENT