अतीक अहमद को मारने वाले हमलावरों ने प्रयागराज के इस होटल से रची थी साजिश
Atiq Ahmed Ashraf Murder : अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले तीनों हमलावरों के बारे में अब एक एक करके तमाम जानकारी सामने आ रही है। खुलासा हुआ है कि प्रयागराज मेडिकल कॉलेज के पास के एक होटल में तीनों ने 48 घंटे पहले ही डेरा जमाया था और
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Atiq Ahmed Ashraf Murder : 15 अप्रैल की रात 10 बजकर 38 मिनट पर प्रयागराज मेडिकल कॉलेज में जो कुछ हुआ उसको लेकर अब पर्तों पर पर्तें खुलती जा रही हैं। अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या करने के मामले में भी नए नए खुलासे होते जा रहे हैं।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर सरेआम हत्या कर दी गई. ये सनसनीखेज मर्डर कैमरे के सामने हुआ. मर्डर को 3 लोगों ने अंजाम दिया. तीनों हमलावर पत्रकार बनकर आए थे. तीनों के गले में पत्रकार वाली आईडी थी. तीनों ने कैमरे के सामने गोलियों की बरसात कर दी. अतीक और उसके भाई अशरफ की कनपटी पर निशाना बनाकर गोली मारी गई. जिससे दोनों की मौके पर मौत हो गई.
इस घटना के बाद उन हमलावरों को हिरासत में ले लिया गया. तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है. तीनों हमलावरों ने बताया कि अतीक और अशरफ की हत्या करने की साजिश कुछ दिन पहले ही बना लिया था. तीनों हमलावरों ने बताया कि जब अतीक अहमद और अशरफ को 5 दिनों की रिमांड मिली थी तभी से दोनों की गोली मारकर हत्या करने की साजिश रच डाली थी. इसके बाद ही फर्जी तरीके से मीडिया के आईडी कार्ड बनवा लिए. फिर जैसे ही मौका मिला वैसे ही दोनों को गोली मार दी.
तीनों हमलावरों के बारे में सबसे ताजा खुलासा यही है कि तीनों ने वारदात से 48 घंटे पहले ही मेडिकल कॉलेज के पास एक होटल में अपना डेरा जमाया था। आजतक के संवाददाता अरविंद ओझा के मुताबिक अतीक और अशरफ को गोली मारने वाले आरोपियों ने प्रयागराज में रुकने का इंतजाम एक होटल में किया था और तीनों ही एक कमरा लेकर उसमें टिके थे।
हत्या के वक्त की जो तस्वीरें सामने आई हैं उनके मुताबिक हमलावरों में से एक पिट्ठू बैग भी टांगे हुए था। पुलिस उन तीनों के ठिकाने वाले होटल में भी छापमारी करके तमाम जानकारी इकट्ठा कर रही है। पुलिस को पता चला है कि जिस होटल में ठहरे थे वहां हमलावरों का सामान मौजूद होने की बात कही जा रही है।
हत्याकांड के बाद से ही प्रयागराज की सड़कों पर भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है। और चप्पे चप्पे पर पुलिस की गश्त हो रही है। इसी बीच अतीक और अशरफ को गोली मारने वाला अरुण उर्फ कालिया सोरो थाना इलाके के गंव बघेला पुख्ता का बताया जा रहा है। और पिछले 6 सालों से वो घर से बाहर ही था। अरुण के पिता हीरालाल के मुताबिक अरुण पर जीआरपी थाने में एक पुलिसकर्मी की हत्या करने का इल्ज़ाम भी है और वो तभी से घर से बाहर रह रहा था।
जबकि इस हत्या कांड के दूसरे हमलावर सनी के भाई पिंटू के मुताबिक सन्नी आपराधिक किस्म का ही है और पहले से ही उस पर कई मामले दर्ज हैं। वो घर से भाग गया था और उसका घर ना जाना न के बराबर था
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