टारगेट किलिंग में अर्श दीप डल्ला का कोई सानी नहीं, पांच लाख के इनामी को ऐसे दबोचने की तैयारी की NIA ने

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टारगेट किलिंग में अर्श दीप डल्ला का कोई सानी नहीं, पांच लाख के इनामी को ऐसे दबोचने की तैयारी की NIA...
सुक्खू और अर्शदीप एनआईए की भगोड़ों की लिस्ट में सबसे ऊपर
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Who Is Arshdeep Dalla: अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला ये नाम इस समय न सिर्फ मीडिया की सुर्खियों में है बल्कि भारत की तमाम जांच एजेंसियां और खुफिया एजेंसियों के रडार पर ही नहीं छाया, बल्कि जिस अंदाज में भारत की सबसे बड़ी जांच एजेंसी NIA अपना सारा काम धाम छोड़कर इस गैंग्स्टर के पीछे हाथ धोकर पड़ गई उससे एक बात तो जरूर हरेक के मन में उठने लगी है कि क्या वाकई अर्शदीप सिंह गिल इतना बड़ा बदमाश है कि उसे उस आतंकी से भी ज्यादा खतरनाक कहा जाने लगा है जो जून के महीने में कनाडा में ही अपने दुश्मनों की गोलियों का निशाना बन गया। उसका नाम है हरदीप सिंह निज्जर। जो खालिस्तान टाइगर फोर्स से जुड़ा हुआ था और हिन्दुस्तान के खिलाफ हर दम जहर उगलता रहता था। 

टारगेट किलिंग में माहिर अर्शदीप अचानक एनआईए के रडार पर यूं ही नहीं आया

अर्शदीप डल्ला के पीछे पड़ने की ये वजह

हालांकि वो नौजवानों को खालिस्तान की आइडियोलॉजी के बारे में बहकाने की कोशिश करता था लेकिन उसका दाहिना हाथ कहलाने वाला अर्शदीप गिल उर्फ अर्शदीप डल्ला निज्जर से कहीं ज्यादा खतरनाक कहलाया जा रहा है।  ऐसे में ये समझना जरूरी हो जाता है कि वो कौन सी बात है जिसने भारतीय जांच एजेंसियों को इस गैंग्स्टर से आतंकियों की लिस्ट में शामिल हुए अर्शदीप डल्ला के पीछे पड़ना पड़ा। 

अर्शदीप के साथ गौरव पटियाल भी भगोड़ा 

राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA ने अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला के साथ साथ चंडीगढ़ के गैंग्स्टर गौरव पटियाल उर्फ सौरव ठाकुर उर्फ लक्की को पहले ही भगोड़ा घोषित कर दिया है। NIA की भगोड़ों की उस लिस्ट में पंजाब के तीन और हरियाणा के चार गैंग्स्टर हैं जिन्हें अब केंद्रीय जांच एजेंसी आतंकी मानकर चल रही है। 

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सुक्खा को जहां गोली मारी गई, फ्लैट नंबर 230 में वहीं अर्शदीप का भी काम तमाम करने पहुँचे थे बदमाश

टारगेट किलिंग में माहिर

जांच एजेंसी की तफ्तीश का खुलासा है कि टारगेट किलिंग के मामले में अर्शदीप डल्ला का कोई सानी नहीं। इसके अलावा उसने खालिस्तान टाइगर फोर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन जैसे आतंकी संगठनों के साथ मिलकर कई मॉड्यूल तैयार किए हैं जिन्हें चलाने और उसकी साज़िशों को अंजाम तक पहुँचाने के लिए अर्श डल्ला ने अपने चुने हुए गुर्गों को रखा है। 

पांच लाख का इनामी है 'डल्ला'

हालांकि क्राइम की दुनिया से अर्शदीप डल्ला का रिश्ता 2017 से देखा जा रहा है। अर्श दीप यूं तो पंजाब में ऑपरेट करता था। और जुर्म की दुनिया में कदम रखने के बाद वो पंजाब के बंबीहा गैंग से जुड़ गया था। लेकिन उसके नाम का रौब दिल्ली और हरियाणा में भी चलता था। 2020 में अर्शदीप जांच और सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर विदेश भाग गया था। वो पंजाब से निकलकर सीधे कनाडा गया और वहां उसने सबसे पहले वसूली का धंधा शुरू किया और फिर वो टारगेट किलिंग में उतर आया था। एनआईए ने जो जिन भगोड़ों की सूची जारी की है  उसमे अर्शदीप को सबसे ज़्यादा इनामी बताया जा रहा है। एनआईए ने उसके ऊपर 5 लाख का इनाम रखा है। जबकि गौरव पटियाल भी पांच लाख का इनामी बदमाश है बाकि उस लिस्ट में सभी एक एक लाख के इनामी गुंडे बताए जा रहे हैं। 

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तो सबसे पहले वो लिस्ट देख लीजिए जिन्हें भगोड़ा मानकर केंद्रीय जांच एजेंसी अपना एक्शन प्लान तैयार कर रही है।

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1)- अर्श दीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला, जिला मोगा, पंजाब, इनाम 5 लाख रुपये

2)- गौरव पटियाल उर्फ लक्की पटियाल, ग्राम खुड्डा लाहौरा, चंडीगढ़, इनाम पांच लाख

3)- नीरज पंडित उर्फ पंडित, शिवाजी नगर, गुरुग्राम हरियाणा, इनाम एक लाख रुपये

4)- गुरपिंदर सिंह उर्फ बाबा डल्ला, लुधियाना सिटी, पंजाब, इनाम एक लाख रुपये

5)- सुखदुल सिंह उर्फ सुक्खा, लुधियाना पंजाब, इनाम एक लाख रुपये

6)- दिनेश शर्मा  शिवाजी नगर गुरुग्राम हरियाणा, इनाम एक लाख रुपये

7)-  संदीप उर्फ बंदर, गुरुग्राम, हरियाणा, इनाम एक लाख रुपये

8)- दलेर सिंह उर्फ दलेर कोटिया, करनाल, हरियाणा, एक लाख रुपये

UAPA के तहत कार्रवाई 

केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए की तरफ से जारी इस सूची में तीन बदमाश पंजाब के जबकि चार हरियाणा के हैं। और बताया जा रहा है कि RC-38 NIA के एक्ट के तहत इनाम घोषित किया गया है। इन सभी बदमाशों के खिलाफ आखिरी केस अगस्त 2022 या उससे पहले दर्ज करवाए गए थे। और इन सभी आठों पर संगीन मामले दर्ज हैं। हालांकि ज़्यादातर गैंग्स्टर एक्ट और हत्या हत्या की कोशिश के ही हैं। एनआईए ने UAPA के तहत कार्रवाई की और उनके खिलाफ इनाम घोषित कर दिया। 

निशाने पर अर्शदीप भी

जांच एजेंसियों के इस दस्तावेज से ये बात भी साबित हो जाती है कि अर्शदीप अचानक ही सुर्खियों में नहीं आया बल्कि जांच एजेंसियां काफी अरसे से उसके पीछे पड़ी हुईं थीं और अंदर ही अंदर उसके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रही हैं। जांच एजेंसियों की तफ्तीश कहती है कि जिस समय 20 सितंबर को कनाडा के विनिपेंग सिटी में सुखदुल सिंह सुक्खा को जब बदमाशों ने गोलियों से छलनी किया असल में बदमाशों के निशाने पर उस रोज अर्श दीप डल्ला भी था लेकिन अर्श दीप पहले ही वहां से निकल चुका था। 

NIA की फुल तैयारी है

जांच एजेंसियों ने अपनी सूची में शामिल पंजाब के तमाम बदमाशों की संपत्ति का भी ब्योरा तैयार कर लिया है। बस अब अदालत के फैसला का इंतजार है। जांच एजेंसियों ने इन भगोड़े बदमाशों को काबू में करने और कानून के शिकंजे में लाने के लिए अब लोगों की मदद भी लेनी शुरू कर दी है। 

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