दिल्ली हवाई अड्डे पर कार्डियक अरेस्ट से कैप्टन की मौत, पायलटों में मचा हड़कंप, उठने लगी थकान की बात
Air India pilot dies: एयर इंडिया के एक 37 साल के पायलट की गुरुवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई।
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Air India pilot dies: हवाई जहाज के एक पायलट के कंधों पर सैकड़ों जान का दारोमदार टिका होता है। पायलट की जरा सी थकान चंद सैकेंड में सैकड़ों लोगों की सांसों को उखाड़ सकती है। पायलट की जरा सी झपकी हजारों लोगों को हमेशा हमेशा के लिए मौत की नींद में सुला सकती है। ये बात जितनी कहने और सुनने में अजीब लग रही है इन दिनों भारत के तमाम पायलटों के बीच में ये बात एक मुद्दा बनकर सामने आकर इसलिए खड़ी हो गई क्योंकि ट्रेनिंग के दौरान एक पायलट की मौत हो गई।
हवाई अड्डे पर कार्डियक अरेस्ट से मौत
असल में एयर इंडिया के एक 37 साल के पायलट की गुरुवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। वैसे देखने में ये एक मामूली और सामान्य का किस्सा लग सकता है लेकिन जब ये वाकया डीजीसीए के सामने आया तो हड़कंप मच गया। हालांकि देश की एविएशन रेगुलेटरी बॉडी ने पायलट को आए हार्ट अटैक के पीछे उसकी थकान जैसे दावों को सिरे से खारिज भले ही कर दिया, मगर ये बात अब बहस से आगे निकलकर लोगों की जुबान पर आ चुकी है। और बातों ही बातों में अब ये वायरल होने लगी है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के शीर्ष सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि कैप्टन हिमानिल कुमार ने 23 अगस्त को अपना मेडिकल करवाया था और उन्हें उस टेस्ट में फिट घोषित किया गया था।
डीजीसीए ने आरोप खारिज किए
डीजीसीए के मुताबिक कैप्टन का मेडिकल सर्टिफिकेट अगस्त 2024 तक वैध है। और डीजीसीए ने इस बात को भी खारिज कर दिया कि फ्लाइंग ड्यूटी से थकान जैसी कोई समस्या जैसी बात नहीं है। असल में पायलट अपने B777 फुल टाइप ट्रांजिशन से गुजर रहा था जो असल में ग्राउंड टेक्निकल कोर्स भी है। इस कोर्स के तहत पायलट को A320 टाइप एयरक्रॉफ्ट से B777 टाइप के एयरक्राफ्ट पर स्विच होने के लिए ट्रेनिंग करनी होती है। और कैप्टन हिमानिल का ये कोर्स 3 अक्टूबर से चल भी रहा था।
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ऑपरेशन ऑफिस में ही कैप्टन को हुई बेचैनी
लेकिन सूत्रों से पता चला है कि कैप्टन हिमालिन दिवाली वाले दिन से ही छुट्टी पर चल रहे थे। और गुरुवार को अपनी ट्रेनिंग क्लास में आए थे। असल में ये उनका B777 एयरक्राफ्ट का विजिट प्लान था। एयरइंडिया ने अपने बयान में कहा है कि कैप्टन हिमानिल कुमार ने टी3 दिल्ली हवाई अड्डे में मौजूद ऑपरेशन ऑफिस का दौरा किया था और वहीं ऑफिस में ही उनको अचानक बेचैनी महसूस होने लगी। तब उनके ही सहयोगियों ने उनकी सहायता की। उन्हें फौरन एयरपोर्ट के ऑफिस में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो कैप्टन को बचा नहीं सके।
एक्टिव फ्लाइट ड्यूटी पर नहीं थे
एयर इंडिया ने कहा है कि कैप्टन हिमानिल एक्टिव फ्लाइट ड्यूटी पर नहीं थे। जबकि भारतीय एयरलाइनों के पायलटों ने तनाव और थकान का मुद्दा उठाया था और इस मामले पर चिंता जाहिर की थी। इसके लिए पायलटों ने शेड्यूलिंग की प्रक्रिया को जिम्मेदार माना है, क्योंकि इसमें लगातार नाइट शिफ्ट और फ्लाइंग असाइनमेंट शामिल होते हैं। जिसकी वजह से पायलटों को कई कई दिनों के लिए अपने घर और परिवार से दूर रहना पड़ता है।
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अगस्त महीने में भी हुआ था एक हादसा
अभी बीते अगस्त के महीने में नागपुर में एक हादसा हुआ था जब इंडिगो पायलट हवाई अड्डे पर बोर्डिंग गेट पर गिर पड़ा और उसे अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। चौंकानें वाली बात ये है कि ये घटना उस पायलट के नागपुर पुणे फ्लाइट उड़ाने के कुछ समय पहले ही हुई। इंडिगो का कहना है कि डीजीसीए के दिशानिर्देशों के मुताबिक उड़ान से पहले पायलट को अच्छी तरह से आराम दिया था।
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