Terrorist Shot Dead: पाकिस्तान में होने लगी आतंकियों की टारगेट किलिंग, एक हफ्ते के भीतर दो हत्याएं, एक गोली में ही कमांडर का काम तमाम
Terrorist Shot Dead: किसी जमाने में आतंकियों के लिए जन्नत बन चुका पाकिस्तान अब उनके लिए ही जहन्नम बनता जा रहा है। एक हफ्ते के भीतर दूसरा मौका है जब आतंकियों के पूर्व कमांडर की गोली मारकर हत्या हुई। पहले रावलपिंडी में हिजबुल मुजाहिद्दीन का पूर्व क
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पाकिस्तान में एक आतंकियों के ट्रेनर को गोली मारने का किस्सा सामने आया है। ये आतंकी और कोई नहीं बल्कि अल बद्र का पूर्व कमांडर खालिद रजा था। जो कराची में अपने ही घर के पास अपनी कार की तरफ जा रहा था तभी वहां पहले से ही घात लगाकर बैठे बदमाशों ने उसे गोली मार दी।
असल में अल बद्र एक कट्टरवादी संगठन है, जो आमतौर पर कश्मीर में आतंकियों के ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाता है। और खालिद रजा को कश्मीर में आतंकियों को फौजियों जैसी ट्रेनिंग देने की ज़िम्मेदारी थी। बताया जा रहा है कि एक हफ्ते के भीतर ये ऐसा दूसरा मामला है जब किसी आतंकी कमांडर को इस तरह मौत के घाट उतारा गया। इससे पहले पाकिस्तान के रावलपिंडी में ही हिजबुल मुजाहिद्दीन के इम्तियाज की हत्या की गई थी।
ये वाकया रविवार का बताया जा रहा है। जब सैयद खालिद रजा की उनके ही घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस की शुरुआती तफ्तीश का खुलासा कहता है कि जिस बदमाश ने खालिद को गोली मारी वो एक ट्रेंड शूटर रहा होगा। क्योंकि गोली सीधे खालिद के माथे के बीचो बीच लगी है। पुलिस की शुरुआती जांच कहती है कि बदमाश ने पहले खालिद की पहचान की और फिर उस पर हमला किया। इस किस्से का सबसे चौंकानें वाला पहलू ये है कि गोली मारने के बाद बदमाश वहां से बड़ी ही आसानी से चला भी गया और खालिद का पर्स, मोबाइल और दूसरी पहचान की चीजें उसके पास पहले की ही तरह मौजूद रहीं। यानी वो बदमाश सिर्फ और सिर्फ खालिद का खात्मा करने के लिए ही वहां घात लगाकर बैठा हुआ था।
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बताया जा रहा है कि सैयद खालिद रजा अपने घर के पास खड़ी गाड़ी में बैठने जा रहा था। ऐसा माना जा रहा है कि हमलावर पहले से ही वहां मौजूद था। उसने खालिद पर सिर्फ एक फायर किया जो कि सीधा उसके माथे पर जाकर लगा और खालिद की मौके पर ही मौत हो गई। मौका-ए-वारदात के पास पुलिस के बाइक के टायरों के निशान मिले हैं जिससे ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि बदमाश बाइक पर सवार होकर फरार हुआ। कराची के एसएसपी के मुताबिक ये टारगेट किलिंग का मामला लगता है।
इससे पहले पाकिस्तान के रावलपिंडी में भी ऐसा ही एक वाकया सामने आया। जब हिजबुल मुजाहिद्दीन के इम्तियाज की भी अनजान हथियारबंद बदमाश ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बताया जाता है कि इम्तियाज पाकिस्तान की फौज और खुफिया एजेंसी ISIका बेहद दुलारा आतंकी कमांडर था। हैरानी की बात ये है कि जिस वक़्त इम्तियाज पर हमला हुआ वो एक दुकान के बाहर खड़ा था। इम्तियाज आईएसआई के इशारे पर ही काम करता था और उसको आतंकियों को सीमा पार कराने में महारत हासिल थी।
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