मामी के प्यार में भांजा हुआ पागल, तीसरे की एंट्री तो फिर दोनों ने रची खौफनाक साजिश, छह महीने बाद सनसनीखेज खुलासा
Mami Bhanja Love Affair: बिहार के कैमूर जिले की पुलिस छह महीने बाद हत्या की एक पहेली को सुलझाने में कामयाब रही और मर्डर के सिलसिले में मामी और भांजा को गिरफ्तार किया
ADVERTISEMENT
Kaimur Murder Case: ये किस्सा एक मामी और उसके प्यार में पागल उसके ही भांजे का ऐसा सनसनीखेज किस्सा है जिसे सुनकर खुद पुलिसवाले भी हैरान हैं। अपनी सगी मामी को अपना दिल दे चुके भांजे को जब इस बात का पता चला कि उसकी मामी को कोई है जो परेशान कर रहा है तो आशिक बन चुके भांजे ने ऐसा कदम उठाया जिसने उसके साथ साथ उसकी मामी को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। ये किस्सा बिहार के कैमूर जिले का है।
मीडिया के सामने पुलिस का खुलासा
कैमूर जिले में चैनपुर थाना इलाके की पुलिस जब मीडिया के सामने आई तो उसके पास एक ऐसा खुलासा था जिसने खुद पुलिस वालों का सिर चकरा कर रख दिया। असल में ये खुलासा था तो एक ऑटो ड्राइवर की हत्या का लेकिन उसके पीछे की दास्तां बेहद दिलचस्प निकली। असल में पिछले साल कैमूर जिले में एक ऑटो ड्राइवर की हत्या हुई थी। जिसकी गुत्थी पुलिस के लिए पहेली बनी हुई थी। लेकिन शनिवार को जब पुलिस मीडिया के सामने आई तो उसके पास हत्या की सुलझी हुई गुत्थी के दोनों सिरे मौजूद थे।
नहर किनारे मिली थी लाश
बताया जा रहा है कि 25 जुलाई 2023 को कैमूर के ही चैनपुर थाना इलाके के पास केवा नहर के नजदीक पुलिस को एक लाश मिली थी। शुरुआती तफ्तीश में पता चला था कि हत्या चाकू से गोदकर की गई है और लाश को लाकर वहां फेंक दिया गया। उस लाश की पहचान शिवराम के तौर पर हुई जो एक ऑटो ड्राइवर था। थाने में शिवराम की पत्नी की तरफ से एफआईआर लिखवाई गई। लेकिन उस एफआईआर में शिवराम की पत्नी ने किसी मंजू देवी के नाम का जिक्र किया और उन पर हत्या का संदेह भी जताया।
ADVERTISEMENT
ऑटो ड्राइवर की पत्नी का शक
मृतक की विधवा के शक जाहिर करने पर पुलिस ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी। तो पता चला कि जिस मंजू देवी के बारे में शिवराम की पत्नी ने शक जताया। असल में शिवराम का पहले से ही मंजू देवी के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। शिवराम और मंजू के बीच बढ़ती नजदीकियों के बारे में जब मंजू देवी के पति को पता चला तो बात झगड़े की नौबत तक जा पहुँची।
भांजे के साथ हुआ इश्क
रोज रोज के झगड़े के बावजूद मंजू देवी की चाल ढाल नहीं बदली तो उसका पति कैमूर से दूर मुंबई चला गया। इसी बीच पूरी तरह से आजाद महसूस कर रही मंजू देवी को अपने ही सगे भांजे संतोष के साथ इश्क हो गया और दोनों एक दूसरे के साथ काफी वक्त बिताने लगे। इसी बीच मंजू के भांजे को पता चला कि मामी को परेशान करने एक ऑटो ड्राइवर आता है। मंजू ने उस ड्राइवर से छुटकारा पाने के लिए संतोष के साथ मिलकर हत्या की एक साजिश रची और दोनों ने मिलकर उसे अंजाम तक पहुँचाया।
ADVERTISEMENT
ऑटो ड्राइवर के दे दी सुपारी
खुलासा हुआ है कि संतोष ने 25 हजार रुपये में ऑटो ड्राइवर की सुपारी अपने ही एक दोस्त विपिन सिंह को दे दी। इसके बाद विपिन ने अपने तीन और दोस्तों के साथ शिवराम का ऑटो देवरजी खुर्द जाने के लिए बुक किया और चारो दोस्त तय वक़्त पर ऑटो पर सवार हो गए। लेकिन एक सूनसान इलाके में ले जाकर चारो ने शिवराम की चाकू गोदकर हत्या कर दी और लाश को नहर किनारे फेंककर वहां से भाग निकले।
ADVERTISEMENT
हत्या के वक़्त भाग गए नागपुर
इधर हत्या से पहले ही संतोष अपनी मामी मंजू देवी को लेकर नागपुर चला गया था। कई दिनों तक दोनों नागपुर और महाराष्ट्र के अलग अलग हिस्सों में घूमते रहे। और जब दोनों को लगा कि अब मामला ठंडा हो गया है, दोनों अपने गांव वापस लौट आए। पुलिस इस मामले में अपनी तलाश पहले से ही कर रही थी लिहाजा उसने इन लोगों पर अपनी नज़र बनाए रखने के लिए उसके घर के पास सादी वर्दी में पुलिसवाले तैनात कर रखे थे।
मंजू के साथ चारो आरोपी पकड़े गए
मंजू के घर लौटने की खबर जैसे ही थाने पहुँची तो पुलिस ने छापा मारकर मंजू देवी को गिरफ्तार कर लिया। और उसकी ही गवाही के बाद चार और लोगों को भी पुलिस ने पकड़ लिया। खुलासा ये भी हुआ है कि इस हत्याकांड में सुपारी लेने वाला विपिन पहले भी शराब के मामले में दंगा फसाद करने के जुर्म में पहले भी जेल की हवा काट चुका है। ऑटो ड्राइवर की हत्या की गुत्थी सुलझते ही पुलिस ने ये खुलासा मीडिया के सामने आकर कर दिया और आरोपियों के पकड़े जाने की पूरी कहानी भी बता दी।
ADVERTISEMENT