यूपी की कोर्ट में फायरिंग: शाहजहांपुर की कोर्ट में वकील की गोली लगने से मौत, हत्या या आत्महत्या? जांच में जुटी पुलिस
dead body of advoacte found in court in uttar pradesh
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UP CRIME:उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिला अदालत के अंदर एक वकील की मौत का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि वकील की मौत कोर्ट परिसर में तीसरी मंजिल पर हुई है. वकील की पहचान जलालाबाद निवासी भूपेंद्र प्रताप सिंह के रूप में हुई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोपहर के करीब 12 बजे भूपेंद्र प्रताप सिंह किसी काम से रिकॉर्ड रूम में जा रहे थे.
उसी दौरान कोर्ट में लोगों ने गोली चलने की आवाज सुनी, जिसके बाद तीसरी मंजिल पर भूपेंद्र प्रताप सिंह का शव मिला. शव के पास एक देसी कट्टा भी मिला है. पुलिस पता लगा रही है कि मामला हत्या का है या भूपेंद्र प्रताप सिंह ने आत्महत्या की है.
भूपेन्द्र प्रताप सिंह काफी समय से शहर में वकालत कर रहे थे. आज भी वह रोज की तरह कोर्ट पहुंचे. करीब 12 बजे वह न्यायिक भवन की तीसरी मंजिल पर कार्यालय में मुकदमों के बारे जानकारी लेने पहुंचे थे. तभी अचानक गोली चलने की आवाज आई.
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वहां मौजूद अधिकारियों ने देखा तो वहां कोई नहीं था. भूपेंद्र के सिर में गोली लगी थी. वहीं एक तमंचा भी मिला है. कुछ देर में उनकी मौत हो गई। कार्यालय में मौजूद अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस के मुताबिक जांच चल रही है और पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का कारण साफ होगा.
एसपी एस आनंद का बयान
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शाहजहांपुर के एसपी एस आनंद ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि वकील भूपेंद्र प्रताप वहां अकेले खड़े हुए थे. उनके आसपास कोई नहीं था. गोली लगने से उनकी मौत हुई है और पास में एक देसी कट्टा मिला है. एसपी एस आनंद ने बताया कि फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया है. मामले में जांच के आधार पर आगे की आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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सरकार को विपक्ष ने घेरा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि शाहजहांपुर के कोर्ट परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक है. यहां की बीजेपी सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है. यही सवाल उठता है कि यूपी में आखिर सुरक्षित कौन?
यूपी के जिला शाहजहाँपुर के कोर्ट परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक जो यहाँ की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है। अब अन्ततः यही सवाल उठता है कि यूपी में आखिर सुरक्षित कौन? सरकार इस ओर समुचित ध्यान दे।
— Mayawati (@Mayawati) October 18, 2021
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट कर कहा कि यूपी में कोई सुरक्षित नहीं है- ना महिलाएं, ना किसान और अब ना वकील........
The legal and judicial fraternity is an integral pillar of our democracy. The brutal murder of an advocate in broad daylight in court premises in Shahjahanpur is another chilling reminder that no one is safe in today’s UP - not women, not farmers and now not advocates.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 18, 2021
NOTE : ये ख़बर क्राइम तक के साथ इंटर्नशिप कर रहे नवीन कौशिक ने लिखी है.
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