बांग्लादेश हिंसा: दुर्गा मां के पूजा पंडाल में क़ुरान रखने वाले की हुई पहचान
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडाल में मूर्ति पर कुरान रखने वाले की हुई पहचान, आरोपी का नाम इक़बाल हुसैन जिसकी उम्र 30 साल है, इस हिंसा में 7 लोगों की जान गयी थी, पढ़े crime news Hindi on Crime Tak.
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पूरे बांग्लादेश में इस हिंसा को फैलाने वाले उस शख्स की पहचान पुलिस ने कर ली है जिसने दुर्गा मां की मूर्ति पर क़ुरान रखी थी।ईशनिंदा की ये घटना बांग्लादेश के कुमिल्ला शहर के दुर्गा मां के पूजा पंडाल में हुई थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरोपी की पहचान सीसीटीवी फ़ुटेज की मदद से की गई है और उसे पकड़ने के लिए देशभर में छापेमारी की जा रही है। दुर्गा मां के पूजा पंडाल में क़ुरान रखे जाने के बाद बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों, पंडालों और घरों पर हमले हुए थे। इस हिंसा में 7 सात लोगों की मौत हो गई थी।
किसने रखी थी दुर्गा मां पूजा पंडाल में क़ुरान?
अधिकारिक तौर पर कोई भी उस शख्स की पहचान नहीं कर रहा है लेकिन बांग्लादेश के कई मीडिया हाउस ने ना केवल आरोपी के नाम का खुलासा किया है बलकि उसके परिवारवालों के इंटरव्यू और बयान भी इलैक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया में छापे हैं। बांग्लादेश की स्थानीय मीडिया में पुलिस के हवाले से अभियुक्त का नाम छापा जा रहा है।
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बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक आरोपी का नाम इक़बाल हुसैन और उसके पिता का नाम नूर अहमद आलम है। आरोपी कुमिल्ला जिले के सुजाननगर इलाक़े का रहने वाला है। उसकी उम्र 30 साल बताई जा रही है।
आरोपी के बारे में ये भी लिखा गया है कि इकबाल के पास कोई स्थायी रोजगार नहीं है वो इधर-उधर घूमता रहता है। इकबाल की मां ने दावा किया है कि इकबाल को ड्रग्स लेने की आदत है। इस वजह से उसका पूरा परिवार उससे परेशान रहता है वो कुछ न कुछ खुराफात करता रहता है जिसका खामियाजा परिवार को झेलना पड़ता है।
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इससे पहले भी वो कई बार अजीबो-गरीब हरकतें कर चुका है जिससे उसका परिवार उससे परेशान है। परिवार का ये भी कहना है कि वो घर पर नहीं रहता और इधर-उधर घूमता रहता है। कई-कई दिन तक वो घर नहीं आता है।
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इकबाल की मां अमीना बेगम ने बांग्लदेशी मीडिया को कहा है कि इक़बाल को पिछले 10 वर्षों से कुछ मानसिक परेशानी है क्योंकि 10 साल पहले कुछ पड़ोसियों ने उनके पेट में चाकू घोंप दिया था। हालांकि इकबाल का भाई रैहन को इसके पीछे साजिश नजर आ रही है।
उसको लगता है कि कुछ लोगों ने इकबाल को बहला-फुसलाकर इस तरह का काम कराया होगा। इकबाल की मानसिक स्थिति को देखते हुए ही उसका इस्तेमाल इस पूरी साजिश को रचने में किया गया होगा।
आख़िर बांग्लादेश में क्यों निशाना बनाए जा रहे अल्पसंख्यक हिंदू ?सोशल मीडिया पर वायरल हुआ घटना का सीसीटीवी
इस पूरी घटना का सीसीटीवी फ़ुटेज अब सोशल मीडिया पर भी वायरल होने लगा है। फ़ुटेज में नजर आ रहा है कि एक आदमी देर रात पूजा पंडाल में अपने हाथ में कुछ चीज लेकर दाख़िल हो रहा है और फिर हनुमान की गदा लेकर वापस निकल रहा है। यह क़ुरान कुमिल्ला के दुर्गा मां के पूजा पंडाल में बुधवार को पूजा के आठवें दिन यानी अष्टमी को मिला था।
बाद में धर्म विशेष के लोगों ने इस पूजा पंडाल पर हमला बोल दिया और वहां पर जमकर तोड़फोड़ की और वहाँ लोगों पर क़ुरान का अपमान करने का आरोप लगाया। इस घटना के ठीक बाद बांग्लादेश के कई हिंदू मंदिरों पर दंगाई भीड़ ने हमले किए। पुलिस ने हिंसा पर काबू पाने के लिए फ़ायरिंग की जिसमें पाँच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
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