'काहे बात के बाबा, यौन शोषण तक के केस हैं, हाथरस भगदड़ पर पूर्व DGP विक्रम सिंह ने खोल दी बाबा की पोल!
Hathras Stampede News: यूपी के हाथरस में बड़ा हादसा हुआ है. यहां रतिभानपुर में भोले बाबा का सत्संग चल रहा था, सत्संग खत्म होने के बाद भगदड़ मच गई. जिसमें 107 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. मामले को लेकर यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने भोले बाबा पर सवाल उठाए हैं. देखिए उन्होंने क्या कहा.
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Hathras Stampede News: यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं. घायलों को हाथरस और एटा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. सत्संग भोले बाबा का था, जिसमें 50 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे. सत्संग खत्म होने के बाद लोग एक साथ निकल रहे थे, जिससे हॉल और गेट की तंगी के कारण भगदड़ मच गई और लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े. यूपी सरकार ने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर भेजा है.
यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने Crimetak से बात करते हुए कहा कि यह हादसा अपर्याप्त इंतजामों के कारण हुआ है. वहां न तो एंबुलेंस व्यवस्था थी, न ही पर्याप्त पुलिस, अग्निशमन और चिकित्सा सुविधाएं थीं, विक्रम सिंह ने कहा कि आयोजकों पर कई मुकदमे दर्ज हैं और यह उनकी जिम्मेदारी थी कि वे समुचित व्यवस्था करते.
'यौन शोषण तक का केस दर्ज है'
उन्होंने बताया कि बाबा के पर 6 मामले दर्ज हैं, जिसमें यौन शोषण के भी मामले शामिल हैं. विक्रम सिंह ने कहा कि इतने बड़े आयोजन के लिए बेसिक पुलिस व्यवस्था, आवागमन के रास्ते और इमरजेंसी व्यवस्थाएं होनी चाहिए थीं. यह घटना अत्यधिक चिंता और शोक का विषय है.
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स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी बनती थी कि ऐसे आयोजनों के लिए सही इंतजाम किए जाएं. उन्होंने सवाल उठाए कि क्या आवागमन के रास्ते सैनिटाइज किए गए थे? क्या आवश्यक अनुमति ली गई थी? क्या पुलिस व्यवस्था का भुगतान बाबा से कराया गया था? यह घटना बताती है कि बिना समुचित इंतजाम के इतना बड़ा आयोजन कैसे किया गया.
प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
प्रशासन ने जनपद हाथरस में हुई दुर्घटना के दृष्टिगत हेल्पलाइन नंबर 05722227041 और 05722227042 जारी किए हैं ताकि आम लोग सहायता प्राप्त कर सकें.
सीएम योगी ने किया मुआवजे का ऐलान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. उन्होंने अधिकारियों को घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश भी दिए हैं। घटना की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है.
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