भारत में हर 10वें क़त्ल की वजह लव-अफेयर और अवैध-संबंध, NCRB की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

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जुर्म की दुनिया में सबसे बड़ा अपराध क्या है? पहला जवाब यही होगा, किसी की जान ले लेना. यानी क़त्ल कर देना. किसी की हंसती-खेलती दुनिया को पल भर में उजाड़ देना. क्योंकि अपराध के दूसरे मामलों में तो एक मौक़ा मिल भी जाता है.

लेकिन जरायम की दुनिया में मर्डर ऐसी घटना है जिसमें कोई दूसरी लाइफ़लाइन नहीं मिलती. मिलती है तो सिर्फ़ मौत. लेकिन इन हत्याओं के पीछे आख़िर कौन सी सबसे बड़ी वजह होती होगी. इस बारे में कभी सोचा है आपने. शायद नहीं.

NCRB यानी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की साल 2021 में आई रिपोर्ट से पता चलता है कि देश में होने वाली हत्याओं के पीछे सबसे बड़ी वजह आपसी विवाद है. इसके बाद हत्याओं के कारण के पीछे दूसरी सबसे बड़ी वजह है अवैध संबंध और लव अफेयर.

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ये जानकर थोड़ी हैरानी हो सकती है. लेकिन ये सच है. एनसीआरबी रिपोर्ट से पता चलता है कि साल 2020 में लव अफेयर व अवैध संबंधों से होने वाले मर्डर देश में होने वाली कुल हत्याओं का करीब 10 फीसदी हैं. यानी भारत में हर 10वें क़त्ल की वज़ह लव-अफेयर और अवैध-संबंध है. इसका खुलासा NCRB की रिपोर्ट में हुआ है.

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देश में रोज़ाना 80 क़त्ल : NCRB REPORT

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NCRB की तरफ से हाल में जारी हुए रिपोर्ट से पता चलता है कि देश में साल 2020 में कुल 29193 मर्डर हुए. यानी रोज़ाना क़रीब 80 मर्डर हुए. अगर आपसी विवाद को छोड़ दिया जाए तो क़त्ल करने की वजह चौंकाने वाली है. दरअसल, देश में हत्याओं के पीछे दूसरी जो सबसे बड़ी वजह सामने आई है वो है अवैध संबंध और लव अफेयर.

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अवैध संबंधों में भारत में पिछले साल 1560 हत्याएं हुईं. वहीं, लव अफेयर में 1418 लोगों के क़त्ल हुए. दोनों हत्याएं कुल क़त्ल की तुलना में क़रीब 5-5 फीसदी है. यानी देशभर में लव अफेयर और अवैध संबंधों में कुल 10 फीसदी हत्याएं हुईं हैं.

लव अफेयर में सबसे ज्यादा हत्याएं UP में

पूरे देश में लव अफेयर को लेकर 1418 मर्डर हुए. इनमें सबसे ज्यादा हत्याएं उत्तर प्रदेश में हुईं. इसके बाद बिहार और गुजरात में लव अफेयर को लेकर क़त्ल हुए. उत्तर प्रदेश में जहां 351 हत्याएं हुईं वहीं बिहार व गुजरात 170-170 मर्डर हुए. मध्य प्रदेश में 147 हत्याएं हुईं. महाराष्ट्र में 116 घटनाएं दर्ज की गईं हैं.

लव अफेयर में हत्या होने की वजह ये हैं

आधुनिक व पुराने सोच का संक्रमण काल : लव अफेयर में मर्डर की घटनाएं कोई पहली बार नहीं है. पहले भी हत्याएं होती रहीं हैं लेकिन वो मामले सामने नहीं आते थे. इस बारे में यूपी में निठारी नरकंकाल केस की जांच में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले रिटायर्ड डीएसपी गजेंद्र सिंह कहते हैं कि अभी लव अफेयर और अवैध संबंधों को लेकर होने वाली हत्याओं में इज़ाफ़ा हो सकता है. क्योंकि अभी हमारा समाज आधुनिक और पुरानी सोच के संक्रमण काल से गुजर रहा है.

सोशल मीडिया : ऐसे में युवा सोशल मीडिया पर ज़्यादा सक्रिय हैं. इसके साथ ही वो रहन-सहन और पहनावे को लेकर आधुनिक हो रहे हैं. वो खुलकर अपनी पसंद और नापसंद जाहिर कर रहे हैं. लेकिन समाज में इस तरह की सोच आने में अभी कई साल लगेंगे.

इसके अलावा सोशल मीडिया के जरिए युवाओं में दोस्ती बढ़ भी रही है तो उसी सोशल मीडिया के जरिए दोनों में दरार भी आ रही है. इसलिए एक दूसरे पर शक़ भी बढ़ रहा है जिसकी वजह से क़त्ल हो रहे हैं. ख़ासतौर पर यूपी और बिहार में इन्हीं वजहों से ऐसी घटनाएं बढ़ रहीं हैं.

अवैध संबंधों में क़त्ल : तमिलनाडु नंबर-1

अवैध संबंधों को लेकर पूरे देश में 1560 क़त्ल हुए. इनमें सबसे ज्यादा तमिलनाडु में 195 मर्डर हुए. जबकि महाराष्ट्र में 183, मध्य प्रदेश में 151 और उत्तर प्रदेश में 111 हत्याएं हुईं. ओडिशा और नागालैंड दो ऐसे राज्य हैं जहां अवैध संबंधों को लेकर साल 2020 में कोई हत्या नहीं हुई.

इस तरह NCRB की रिपोर्ट से पता चलता है कि अवैध संबंधों को लेकर सबसे ज्यादा घटनाएं तमिलनाडु में हो रहीं हैं. इसके बाद दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र का नंबर है. दरअसल, इसके पीछे वजहें बताई जा रही हैं कि इन इलाकों में स्त्री-पुरुष दोनों ज्यादा कामकाजी हैं और लोग जल्दी शक़ भी करने लगते हैं. इसलिए इन इलाक़ों में अवैध संबंधों को लेकर मर्डर केस ज़्यादा आ रहे हैं.

उत्तर भारत के राज्यों में सबसे ज्यादा ब्लाइंड मर्डर

क़त्ल की ऐसी वारदात जिसमें सिर्फ लाश मिलती है लेकिन वजह का पता नहीं चलता. कैसे, क्यों और किसने किया क़त्ल. ऐसे सवालों में उलझी हत्या को ही ब्लाइंड मर्डर केस कहते हैं. ऐसे ब्लाइंड मर्डर केस की घटनाएं सबसे ज्यादा देश के उत्तरी राज्यों में हो रहे हैं.

एनसीआरबी रिपोर्ट से पता चलता है कि पूरे देश में ब्लाइंड मर्डर की कुल 1237 घटनाएं हुईं. इनमें सबसे ज्यादा घटनाएं बिहार में हुईं. यहां साल 2020 में कुल 220 ब्लाइंड मर्डर हुए. इसके बाद 113 घटनाएं झारखंड, 112 मध्य प्रदेश, 108 उत्तर प्रदेश और हरियाणा में 105 ब्लाइंड मर्डर केस हुए. इन केस को सुलझाने में पुलिस को सबसे ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ा.

दहेज हत्या में वेस्ट बंगाल नंबर-1

21वीं सदी में भी दहेज को लेकर हत्याएं हो रहीं हैं. दहेज प्रथा को लेकर तमाम अभियान चलाने जाने के दावे किए जाते हैं. लेकिन इनमें शायद ही कभी कमी आई हो. NCRB की ताजा रिपोर्ट से पता चलता है कि देश में हुईं कुल हत्याओं में दहेज को लेकर 1169 क़त्ल हुए. यानी क़रीब 4 फीसदी मर्डर दहेज को लेकर हुए.

रिपोर्ट के मुताबिक, दहेज हत्या के मामले में पूरे देश में वेस्ट बंगाल में सबसे ज्यादा घटनाएं हुईं हैं. साल 2020 में हुए क्राइम के आंकड़ों से पता चलता है कि दहेज को लेकर वेस्ट बंगाल में 303 हत्याएं हुईं. इसके बाद दूसरे नंबर पर ओडिशा है. ओडिशा में दहेज हत्या के 284 केस दर्ज हुए. तीसरे नंबर पर बिहार में 151, राजस्थान में 67 और यूपी में 52 मामले दर्ज हुए.

Research Report : By Naveen Kaushik

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