Cyber Crime : एक SMS या CALL बना देता है ऐसे कंगाल; क्या बैंककर्मी कभी ग्राहक को फोन कर सकते हैं?

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Cyber Crime Bank Fraud : बैंक वाले कभी आपको कॉल करें तो कैसे जानेंगे कि ये रॉन्ग नंबर है. आपके फोन पर कोई मैसेज आएगा तो कैसे जानेंगे कि ये रॉन्ग मैसेज है. क्योंकि साइबर फ्रॉड (Cyber Fruad) कुछ सेकेंड में ही हमारी गाढ़ी कमाई को बैंक खाते से उड़ा देते हैं. और हमें बना देते हैं कंगाल. आज मेड इन कंगाल (Made In Kangaal) सीरीज में जानेंगे कैसे एक मैसेज भेजकर या फिर कॉल कर हमें ठगी का शिकार बनाया जाता है. ये भी समझेंगे कि ऐसे मैसेज या कॉल को कैसे जानेंगे कि ये फ्रॉड है. क्या आप जानते हैं कि बैंक कर्मचारी कभी KYC के लिए किसी ग्राहक को कॉल कर सकते हैं या नहीं.

MADE IN KANGAAL PART-1 बिजली बिल का मैसेज भेजकर ऐसे होती है ठगी, इस ट्रिक से जानें कैसे जानें ये रॉन्ग मैसेज है

सिमकार्ड ब्लॉक होने के SMS से ऐसे होता है फ्रॉड

SIM Card Block Fraud : हाल में दिल्ली से सटे नोएडा में रहने वाले एक रिटायर्ड ब्रिगेडियर के पास हाल में एक मैसेज आया. उसमें लिखा था कि आपका सिमकार्ड जल्द ही बंद हो जाएगा. क्योंकि आपके नंबर की ऑनलाइन KYC नहीं हुई है. ये मैसेज देखते ही ब्रिगेडियर परेशान हो गए. इसलिए उस मैसेज में दिए नंबर पर उन्होंने फोन कर दिया.

 कॉल करने पर उधर से जवाब मिला...

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नमस्कार, मैं बीएसएनएल कस्टमर केयर से राजेश बोल रहा हूं. आपका नंबर 09415.... है. जैसा कि मैं आपके नंबर की डिटेल चेक कर पा रहा हूं. उसके अनुसार, ये नंबर अगले 24 घंटे में बंद हो जाएगा. इसलिए क्या आप अपना नंबर बंद करना चाहेंगे. या फिर इसे अभी फोन पर बात करते हुए अपडेट कराना चाहेंगे

ये सुनकर ब्रिगेडियर और परेशान हो जाते हैं. वो कहते हैं इसी नंबर से उनकी पेंशन और सरकारी बैंक अकाउंट लिंक है. इसलिए इस नंबर को चलाना जरूरी है. लिहाजा, ऐसा क्या करना होगा कि सिम बंद न हो.

इस पर कस्टमर केयर अधिकारी कहता है कि कोरोना की वजह से आपको ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है. आप चाहे तो ऑनलाइन ही इस नंबर की केवाईसी करा सकते हैं. घर बैठे नंबर को अपडेट कराने की बात सुन ब्रिगेडियर खुश हो जाते हैं.

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ब्रिगेडियर तुरंत पूछते हैं. इसके लिए मुझे क्या करना होगा? राजेश ने जवाब दिया, आपको एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा. इसके बाद आपको केवाईसी फीस के तौर पर सिर्फ 10 रुपये ट्रांसफर करना होगा. सिर्फ 10 रुपये देने से मेरा नंबर बंद नहीं होगा, ये सुनकर ब्रिगेडियर की खुशी और बढ़ जाती है. वो खुशी-खुशी राजेश की बातों में आ जाते हैं.

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अब भले ही रिटायर्ड ब्रिगेडियर खुश थे कि उनका काम काफी शॉर्टकट में हो जाएगा. लेकिन वो बड़े साइबर खतरे से अंजान थे. कॉल सेंटर अधिकारी बना राजेश ब्रिगेडियर से कहता है कि आप मोबाइल के प्ले स्टोर (Play Store) में जाइए. उसमें QS या Team Viewer टाइप करे. अब QS टाइप करते ही Team Viewer-Quick Support के नाम से एक ऐप दिख रहा होगा. इसे डाउनलोड कर लीजिए.

ब्रिगेडियर इसे डाउनलोड कर लेते हैं. इसे डाउनलोड करते ही 9 अंकों यानी डिजिट का नंबर स्क्रीन पर आता है. कस्टमर केयर अधिकारी बना साइबर क्रिमिनल 9 डिजिट नंबर को पूछ लेता है.

इसक बाद कहता है कि आप अपने फोनपे PhonePe से ऑनलाइन एक नंबर पर 10 रुपये ट्रांसफर कर दीजिए. इसके बाद आपका फोन नंबर बंद नहीं होगा. इसके बाद ब्रिगेडियर 10 रुपये ट्रांसफर कर देते हैं. लेकिन थोड़ी देर में ही इनके अकाउंट से लगातार 5 ट्रांजैक्शन होते हैं और 75 हजार रुपये निकल जाते हैं.

इसके लिए OTP का भी कोई मैसेज नहीं आता है. ये मैसेज पढ़ते ही ब्रिगेडियर दंग रह जाते हैं. आखिर ये सबकुछ हुआ कैसे. इसके बाद वो तुरंत सेना के बैंक मैनेजर को कॉल कर अपना अकाउंट ब्लॉक कराते हैं. साइबर ठगी की इस घटना से परेशान ब्रिगेडियर फिर उस कस्टमर केयर को कॉल करते हैं. अब वो फोन नहीं उठाता है.

कई बार कॉल करने पर राजेश फोन उठाता है तो ब्रिगेडियर उसे धमकाने लगते हैं. कहते हैं पैसे वापस कर दो. लेकिन जवाब सुनकर फिर से ब्रिगेडियर दंग रह जाते हैं. राजेश कहता है कि जो करना है कर लो. एसपी हो या कमिश्नर किसी से शिकायत कर लो. हमलोगों का कोई कुछ नहीं कर पाएगा. फिर हंसते हुए राजेश अपना नंबर बंद कर लेता है.

केस स्टडी-2 : बैंक कर्मचारी बन करते हैं खाता खाली

 Cyber Crime News : फोन सिमकार्ड ब्लॉक होने की तरह साइबर फ्रॉड बैंक कर्मचारी बनकर लोगों को कभी KYC तो कभी कोई जानकारी अपडेट कराने के नाम पर फोन करते हैं. वैसे ये तरीका अब काफी पुराना हो चुका है. ऐसे में ये जालसाज अब नया तरीका निकाल चुके हैं. ये कहते हैं कि आपके बैंक खाते को काफी समय से पुराना होने को देखते हुए ऑफर दिया जा रहा है. उस ऑफर को पाने के लिए आपको कुछ जानकारी अपडेट करानी होगी. इस तरह लालच देकर साइबर ठग पैसे आपके बैंक खाते की डिटेल के साथ ओटीपी भी ले लेते हैं और पैसे निकाल लेते हैं.

ऐसे में ये जानना जरूरी है कि क्या बैंक कर्मचारी कभी आपको केवाईसी के लिए कॉल करते हैं. क्या बैंक अफसर खुद किसी ऑफर के लिए कॉल करते हैं. क्या कभी भी बैंक अफसर आपको किसी काम के लिए कॉल कर सकते हैं. इससे जुड़ा नियम कानून आखिर क्या है.

इसे जानने के लिए क्राइम तक (CRIME TAK) ने रिटायर्ड बैंक मैनेजर पुरुषोत्तम शर्मा से बात की. उन्होंने बताया कि ये नियम है कि अगर आपके खाते में कोई कमी है. केवाईसी अपडेट नहीं है या फिर कोई भी किसी तरह की खामी है तो भी बैंक कर्मचारी किसी ग्राहक को कॉल नहीं कर सकते हैं. ये बाकायदा नियम है.

आप खुद सोचिए जब आप कभी बैंक में किसी काम के लिए जाते हैं तो क्या आपका काम बिना लाइन में लगे या फिर बिना इंतजार किए तुरंत हो जाता है. क्या बैंक अधिकारी बिल्कुल फ्री मिलते हैं जो आप वहां पहुंचे और तुरंत काम हो गया. शायद ही ऐसा कभी होता है. ऐसे में कोई बैंक कर्मचारी फोन कर आपसे केवाईसी या फिर बैंक खाते को ब्लॉक करने के बारे में बात नहीं करेगा.

रिटायर्ड बैंक मैनेजर बताते हैं कि हां, ये जरूर हो सकता है कि लोन पर आपकी ईएमआई जा रही है और वो समय पर नहीं जमा हो या फिर लोन से जुड़ा कोई मैटर हो तभी बैंक कर्मचारी आपको फोन कर सकते हैं. इसके अलावा बैंक कर्मचारी किसी ग्राहक को कभी कॉल नहीं करते हैं. इसलिए ये जान लीजिए बैंक के नाम पर कभी कोई कॉल आए या मैसेज तुरंत समझ जाइए कि वो रॉन्ग नंबर है.

साइबर फ्रॉड से बचने के टिप्स

 

बैंक कर्मचारी कभी किसी ग्राहक को कॉल नहीं कर सकते हैं.

बैंक कर्मचारी KYC के लिए भी मैसेज या कॉल नहीं करते हैं

इसलिए बैंक से जुड़े SMS या कॉल को रॉन्ग नंबर समझ लें

मोबाइल कंपनी भी सिम ब्लॉक होने का मैसेज नहीं भेजती हैं

कंपनी मैसेज की जगह ऑटोमेटिक ब्लॉक करेगी, कुछ कहेगी नहीं

बैंक कर्मी आधार या पैन भी अपडेट के लिए कॉल नहीं कर सकते

आप खुद सोचिए बैंककर्मी छोटे से काम में कितना समय लगाते हैं

ऐसे में कोई बैंककर्मी आपको फोन करके ये खास सुविधा क्यों देगा

अगर आपसे ठगी हो जाए तो तुरंत 1930 नंबर फोन कर मदद लें

ये रिमोट ऐप ANYDESK, TEAM SUPPORT, QS डाउनलोड ना करें

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