क़त्ल चेहरे का, मौत किसी और की, एक हमशक्ल के अजीब मर्डर की कहानी
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Shams ki Kahani : जर्मन में एक हमशक्ल की अजीब मर्डर मिस्ट्री की कहानी. शम्स ताहिर खान से जानें क्या हैं वो हमशक्ल के हत्या कहानी.
Shams ki Kahani : जर्मन में एक हमशक्ल की अजीब मर्डर मिस्ट्री की कहानी. शम्स ताहिर खान से जानें क्या हैं वो हमशक्ल के हत्या कहानी.
Shams Ki Zubani Story : उस लड़की को अपना ही कत्ल करना था. फिर उसने खुद का मर्डर भी कर डाला. पर वो जिंदा रही. लेकिन दुनिया की नजरों में मर चुकी थी. और अब वो नई दुनिया में आजाद थी. अब वो गुमनाम जिंदगी जी रही थी. पर मरने वाली लड़की की मौत की पहले अब उलझ चुकी थी. लेकिन जब इस पहेली से पर्दा उठा तो मरने वाली जिंदा हो चुकी थी और एक लड़की की बेवजह मौत हो चुकी थी. मरने वाली लड़की का कसूर बस इतना था कि वो हमशक्ल थी. वो सोशल मीडिया पर एक्टिव थी. उसका कद काठी वैसी ही थी जैसी कातिल की थी.
पर जब उसकी लाश मिली तो चेहरे और सीने पर खंजर के निशान थे. एक या दो नहीं बल्कि 50 से ज्यादा बार चाकू से मारा गया था. ऐसा लगता था कि जैसे उसकी हत्या किसी पुरानी रंजिश में बदला लेने लेने के लिए की गई हो. लेकिन इस मर्डर मिस्ट्री पर से जब पर्दा उठा तो मामला ही कुछ और निकला. इसके पीछे की पूरी कहानी क्या थी. क्यों हुआ था मर्डर. आइए जानते हैं इस अजीब मर्डर मिस्ट्री (Murder Mystery) की पूरी क्राइम कहानी (Crime Story) के बारे में...
German Doppelganger Murder Story in Hindi : ये मर्डर मिस्ट्री है जर्मनी की. इस मौत को नाम दिया गया द डॉपेलगैंगर मर्डर (Doppelganger Murder). इसका मतलब कार्बन कॉपी मर्डर. यानी किसी हमशक्ल वाले का मर्डर कर देना. जर्मनी के म्यूनिख शहर में 16 अगस्त 2022 को एक मर्सिडिज कार की पिछली सीट पर लड़की की लाश मिली. वो लड़की 23 साल की थी. पूरा बदन खून से लथपथ था. पूरे शरीर पर चाकुओं के निशान थे. इसकी जानकारी मिलते ही जर्मनी पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया. कार की तलाशी ली.
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कार के नंबर को चेक किया तो पता चला ये शाहरबान के. (Sharaban K) नाम की लड़की की है. उसके घरवालों से बात हुई. पता चला कि हां वो कार लेकर बाहर निकली थी. पर घर नहीं लौटी. उसके देखकर शुरुआत में यही लगा कि शाहरबान की बेरहमी से हत्या की गई है. पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराया. सिर्फ चेहरे को देखकर पहचान करना भी मुश्किल था. इसलिए पुलिस ने उसका डीएनए टेस्ट (DNA Test) भी कराया.
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लेकिन जब इस मौत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई तब पूरा केस ही पलट गया. असल में जिसकी मौत हुई थी वो लड़की कोई और थी. यानी कार तो शाहरबान की थी लेकिन लाश उसकी नहीं थी. तो फिर मरने वाली कौन थी. लाश किसकी थी. अगर मरने वाली शाहरबान नहीं थी तो फिर वो कौन थी. लेकिन मरने वाली लड़की देखने और कद काठी में बिल्कुल शाहरबान जैसी ही क्यों थी. इसके पीछे क्या राज था. ये तमाम सवाल उठने लगे. अब जर्मन पुलिस भी इन सवालों के जवाब को तलाशने में जुट गई.
खदीजा जिसका कत्ल हुआ
वो मरने वाली शाहरबान नहीं बल्कि ब्यूटी ब्लॉगर खदीजा थी
अब पुलिस आसपास से गायब हुई लड़कियों की जांच करने लगी. शाहरबान के बैकग्राउंड की पड़ताल शुरू की. उसके सोशल मीडिया अकाउंट की जांच में जुटी. इनकी जांच के दौरान शाहरबान के एक बॉयफ्रेंड के बारे में जानकारी मिली. ये भी पता चला कि जिस जगह पर शाहरबान की कार मिली थी वहां से 100 किमी की दूरी पर रहने वाली एक ब्यूटीशियन खदीजा ओ. (Khadidja O) लापता है.
उसके परिवार ने मिसिंग की पुलिस में शिकायत भी की थी. लापता खदीजा के फोटो को देखते ही पुलिस भी हैरान थी. वो बिल्कुल शाहरबान की हमशक्ल थी. उसके बाल भी एक जैसे थे. दोनों की उम्र भी करीब करीब 23 साल थी. दोनों की लंबाई भी लगभग समान थी. ये देखकर अब पुलिस को शक हो गया कि मरने वाली खदीजा ही है. पुलिस ने डीएनए टेस्ट कराया तो वो खदीजा के परिवार से मैच हो गया.
इसके बाद पुलिस ने शाहरबान को जब गिरफ्तार किया तब इस मर्डर मिस्ट्री पर से पूरा पर्दा उठा. आखिर उसने हमशक्ल वाली लड़की को कैसे तलाशा. क्यों उसका कत्ल किया. अपनी हमशक्ल का कत्ल कर शाहरबान क्या फायदा उठाना चाहती थी. पुलिस के इन सभी सवालों का जवाब मिल गया.
शाहरबान और उसके बॉयफ्रेंड शकीर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस कत्ल की वजह के बारे में शाहरबान ने अपने परिवार को बताया है. असल में उसके परिवार में पिछले काफी समय से तनाव चल रहा था. इस तनाव से वो किसी तरह से बाहर आना चाहती थी. वो अपना घर भी नहीं छोड़ पा रही थी. इसके चलते उसके बॉयफ्रेंड से भी रिश्ते खराब हो रहे थे. इसलिए शाहरबान ने सोचा कि मुझे खुद को मारना होगा. अगर मैं मर गई तो हमेशा के लिए परिवार से दूर चली जाउंगी.
लेकिन खुद को मारने के बजाय उसने अपनी हमशक्ल वाली का कत्ल कर खुद को जिंदा रख अपने बॉयफ्रेंड के साथ पूरी जिंदगी गुजारने की प्लानिंग कर डाली थी. लेकिन इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के लिए उसे अपने जैसी एक लड़की की तलाश थी. जिसकी उम्र और कद काठी उसकी जैसी ही हो. शाहरबान के बाल लंबे और स्ट्रेट थे इसलिए उसने ऐसी बाल वाली भी चाहिए थी. इसके लिए उसने अपनी हमशक्ल वाली लड़की की तलाश शुरू की.
फर्जी आईडी बना इंस्टाग्राम पर अपनी हमशक्ल को पहले तलाशा
हमशक्ल वाली लड़की की तलाश में शाहरबान ने पहले अपने सोशल मीडिया पर एक फर्जी अकाउंट बनाया. उसी फर्जी अकाउंट के जरिए वो आसपास के एरिया की उन लड़कियों की तलाश में लगी जो उसकी जैसी दिखती थी. अगस्त महीने में ही उसे खदीजा मिली. वो ब्यूटी ब्लॉगर (Beauty Blooger) थी. ब्यटिशियन होने के नाते वो ब्यूटी प्रोडक्ट भी बेचती थी. इंस्टाग्राम पर दोस्ती के दौरान उसने ब्यूटी प्रोडक्ट खरीदने के बहाने खदीजा को एक जगह पर बुलाया. खदीजा वहां पहुंच गई. इधर, शाहरबान पहले से ही अपने बॉयफ्रेंड शकीर के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश तैयार कर चुकी थी.
ब्यूटी ब्लॉगर को इन दोनों ने अपनी कार में बैठाकर हेइलब्रॉन और इंगोल्स्तद इलाके के जंगल के पास ले गए. वहीं पर शाहरबान पर अटैक किया गया. इन दोनों ने पहले से चाकू रखा हुआ था. मर्डर के बाद खासकर उसके चेहरे पर चाकू से 50 से ज्यादा वार किए. ताकी पहचान करते वक्त किसी तरह की दुविधा ना हो. मर्डर के बाद शाहरबान ने जो उस दिन खुद कपड़े पहनकर घर से निकली थी उसे उतारा और मर चुकी खदीजा को पहना दिया.
इसके बाद पहले से लेकर आई दूसरे कपड़े को पहनकर अपने बॉयफ्रेंड के साथ कार छोड़कर भाग निकली. अब आगे कई महीने तक दोनों गुमनाम जिंदगी बिताने की तैयारी में थे. लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. अब दोनों जेल में वही गुमनाम जिंदगी बिताएंगे लेकिन एक बदनुमा और मर्डर के दाग के साथ. उसका कत्ल जिससे ना कोई दुश्मनी थी और ना ही कोई संपर्क. बस उसके चेहरे का ये दोष था कि वो शाहरबान से काफी हद तक मिलता जुलता था.
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