अरावली की पहाड़ियों में क्यों छिपे बैठे हैं लोग? देखें वीडियो
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Nuh Violence Aravali Hills: नूंह मेवात हिंसा के बाद अरावली की पहाड़ी चर्चा में है।
Nuh Violence Aravali Hills: नूंह मेवात हिंसा के बाद अरावली की पहाड़ी चर्चा में है।
अरविंद ओझा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
Nuh Violence Aravali Hills: नूंह मेवात हिंसा के बाद अरावली की पहाड़ी चर्चा में है। इसकी चोटी से फायरिंग हो रही थी। आखिर ये कौन लोग हैं? अरावली की पहाड़ियों पर कई लोग छिपे हुए हैं। इन लोगों की संख्या कितनी है? अभी पुख्ता तौर पर इनकी संख्या के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है।
दरअसल, एक वीडियो वायरल हो रहा है। एक शख्स पहाड़ी की ओर निशाना लगाकर फायरिंग करता हुआ दिखाई दिया। फायरिंग करने वाले शख्स का नाम अशोक बाबा है। वहां पुलिस की टीम मौजूद रहती है और पुलिस की मौजूदगी में अशोक बाबा फायर कर देता है। अशोक बाबा बजरंगदल से जुड़ा हुआ है। आशोक बाबा दावा करता है कि पहाड़ी के पास बने मंदिर में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। पहाड़ी के ऊपर भारी भीड़ थी, जो हमलावर थी।
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नूंह हिंसा के बाद अऱावली की यही पहाड़ी आरोपियों के लिए हाइडउट बन गई है। ये वो ग्रामीण हैं, जो डर के मारे घर बार छोड़कर पहाड़ी पर डेरा डाल दिए हैं। ऐसे लोगों की संख्या 500 के आसपास हो सकती है। इनको डर है कि नीचे गए तो पुलिस गिरफ्तार कर लेगी? लेकिन सवाल फिर वही है कि आखिर पुलिस क्यों गिरफ्तार कर लेगी? अगर उन्हें ऐसा लगता है कि उनका हिंसा से कुछ भी लेना-देना नहीं है तो वो लोग क्यों डरे हुए हैं?
जो लोग पहाड़ पर चढ़ गए हैं। घर बार छोड़कर भाग गए हैं, उनको इसी बात का डर है कि कहीं पुलिस उन्हें गिरफ्तार ना कर ले। जिन 19 आरोपियों को पुलिस ने कल कोर्ट में पेश किया था, उनमें से ज्यादातर का यही कहना है कि वो तो घटना के वक्त थे ही नहीं, फिर भी धर लिया गया।
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