देश के साइंटिस्ट फंसे पाकिस्तानी एजेंट के जाल में और मोहतरमा को बताए सारे टॉप सीक्रेट
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DRDO Scientist: हनीटैप में फंसे सीनियर साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर, जानिए पूरा मामला शम्स ताहिर खान से.
DRDO Scientist: हनीटैप में फंसे सीनियर साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर, जानिए पूरा मामला शम्स ताहिर खान से.
जारा (पाकिस्तानी एजेंट)- बेबी, मैंने अभी इसे देखा... क्या तुम इसी पर काम कर रहे हो?
प्रदीप (DRDO साइंटिस्ट)- हां, मैं SAMs पर ही काम कर रहा हूं..
जारा (पाकिस्तानी एजेंट)- तुम ये आर्मी को दोगे या एयरफ़ोर्स को?
प्रदीप (DRDO साइंटिस्ट)- दोनों को..
जारा (पाकिस्तानी एजेंट)- तो क्या टेस्टिंग और ट्रायल पूरा हो गया?
जारा (पाकिस्तानी एजेंट)- अच्छा ये बताओ.. क्या ब्रह्मोस भी तुम्हारा आविष्कार है बेबी?
जारा (पाकिस्तानी एजेंट)- ये खतरनाक है
प्रदीप (DRDO साइंटिस्ट)- मेरे पास शुरुआती डिजाइन्स की रिपोर्ट्स हैं (ब्रह्मोस की कुछ विशेष जानकारी उसमें नहीं है)
जारा (पाकिस्तानी एजेंट)- बेबी...
जारा (पाकिस्तानी एजेंट)- ये एयर लॉन्च्ड वर्जन था ना? हमने इसके बारे में पहले बात की थी न?
प्रदीप (DRDO साइंटिस्ट)- हम्म (स्पेशल डिटेल्स)
Honeytrap News: ये तकरीबन रोज़ की बात थी... और उस रोज उन दोनों के बीच कुछ ऐसी ही बातचीत हुई... इसके बाद बातचीत करनेवाले इन दो किरदारों में से एक ने अपने दिल के साथ-साथ दफ्तर की फाइल भी मोहतरमा के सामने खोल कर रख दी... वो फाइल जिसमें ऐसे-ऐसे डिटेल्स दर्ज थे, जिन्हें सीक्रेट नहीं बल्कि टॉप सीकेट रखने की हिदायत दी जाती है... असल में फोन पर बातचीत करनेवाले ये दोनों कोई मामूली लोग नहीं, बल्कि वो किरदार हैं जिनकी ये बातचीत सुनने के बाद अब देश की तमाम खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ गई है... सरकार को समझ में नहीं आ रहा कि अब वो नुकसान की भरपाई करे, तो कैसे करे?
क्योंकि इस बातचीत में एक तरफ डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन यानी डीआरडीओ के नामी साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर हैं तो वहीं दूसरी तरफ वो अंजान हसीना जिसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट बताया जा रहा है... प्रदीप कुरुलकर सिर्फ एक साइंटिस्ट ही नहीं बल्कि डीआरडीओ के पुणे इकाई के डायरेक्टर भी रहे हैं... अब इतने संवेदनशील जगह पर होते हुए अगर कोई व्हाट्स एप पर अपने काम से जुड़ी जानकारियों का खुलासा करने लगे, तो फिर खुफिया एजेंसियों से लेकर सरकार तक के कान खड़े होना लाजिमी है... और फिलहाल हालत कुछ ऐसी ही है... साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर के हनीटैप में बुरी तरह फंसे होने की खबर सामने आने के बाद महाराष्ट्र एटीएस ने ना सिर्फ उन्हें गिरफ्तार कर लिया है, बल्कि अब तो एटीएस ने उनके खिलाफ पूरे 1800 पन्नों की चार्जशीट भी दाखिल कर दी है... लेकिन कुरुलकर के हनीटैप मेें फंसने की इस कहानी की पड़ताल करते हुए एटीएस को ऐसी-ऐसी जानकारियां पता चल रही हैं, जो दिमाग घुमानेवाली हैं...तो आइए, सबसे पहले आपको डीआरडीओ के इस सीनियर साइंटिस्ट के हनीटैप में फंसने की कहानी सिरसिलेवार तरीके से बताते हैं...
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ये वो दिन थे, जब एक रोज अचानक प्रदीप कुरुलकर के मोबाइल फोन में एक मैसेज आता है... मैसेज करनेवाला या करनेवाली, जो भी कहें वो लिखती है:
अंजान लड़की- मैं लंदन से एक खूबसूरत भारतीय लड़की आपकी बहुत बड़ी प्रशंसक हूं... जो काम आप भारत के लिए कर रहे हैं, वो बेमिसाल है...
अंजान लड़की- मेरा नाम ज़ारा दासगुप्ता है... मैं लंदन में रहती हूं और आपको सोशल मीडिया पर फॉलो करती हूं...
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DRDO Scientist: बस, यही वो पहले दो मैसेज थे, जिसे पढ़ते ही 59 साल के बुजुर्ग साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर का दिल उनके हाथों से फिसल गया... दिमाग में लड्डू फूटने लगे... और फिर तो इस अंजान मुरीद लड़की से कुरुलकर साहब कुछ ऐसी और इतनी चैट करने लगे कि सब गड्डमड्ड हो गया... और आखिरकार इन्हीं चैट ने कुरुलकर साहब को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया... असल में चैट के लिए जिस व्हाट्सएप अकाउंट का इस्तेमाल किया रहा था, उसका नंबर +44 से शुरू होता था... ये कोड यूके का है... ये नंबर इसलिए चुना गया, ताकि कुरुलकर को लगे कि वो किसी ब्रिटिश भारतीय लड़की से बातचीत कर रहे हैं...
धीरे-धीरे कुरुलकर साहब की इस लड़की से तकरीबन रोजाना बात होने लगी... उम्र के इस पड़ाव पर कुरुलकर भी खुद को अकेला महसूस करने लगे थे और फिर तो उस लड़की की चिकनी चुपड़ी बातों में जनाब ऐसे बहके कि बहकते ही चले गए... लड़की ने बताया कि वो मूल रूप से अंबाला की रहनेवाली है और साइंस की स्टूडेंट है... उसे डिफेंस रिसर्च से जुड़ी बातों में खास इंटरस्टेट और इसी वजह वो उन्हें सोशल मीडिया पर फॉलो करती है... कुरुलकर साहब को उसकी हर बात अच्छी लग रही थी... धीरे-धीरे दोनों में नजदीकियां बढ़ने लगीं और फिर तो एक वक्त ऐसा आया, जब न्यूड तस्वीर और सेक्स चैट का सिलसिला शुरू हो गया... और इन्हीं चैट के बदले में अब वो लड़की प्रदीप कुरुलकर से एक से बढ़ कर एक जानकारियां निकलवाने लगीं... एटीएस की तफ्तीश में वो जानकारियां भी सामने आई हैं, जो इस जासूस लड़की ने प्रदीप कुरुलकर से हथिया ली... हम उसकी भी बात करेंगे, लेकिन पहले कुरुलकर और उस जारा दासगुप्ता के नाम पर उन्हें फंसानेवाली लड़की के बीच हुई एक और चैट का हिस्सा देख लेते हैं, जिससे आपको समझ में आ जाएगा कि ये मामला कितना खतरनाक और संवेदनशील है...
ज़ारा (पाकिस्तानी एजेंट)- आपका टेस्ट सफल रहा?
प्रदीप (DRDO साइंटिस्ट)- लॉन्चर मेरा डिज़ाइन है बेब
ज़ारा (पाकिस्तानी एजेंट)- टेस्ट कैसा रहा बेब?
ज़ारा (पाकिस्तानी एजेंट)- सक्सेसफुल या नहीं
प्रदीप (DRDO साइंटिस्ट)- बड़ी सफलता
ज़ारा (पाकिस्तानी एजेंट)- मेरा मतलब है नए पैरामीटर या कोई बदलाव होता है?
ज़ारा (पाकिस्तानी एजेंट)- और मैंने यह भी सुना है कि अग्नि 6 पर भी काम चल रहा है, उसका टेस्ट कब करना है?
प्रदीप (DRDO साइंटिस्ट)- नाईट फायर
प्रदीप (DRDO साइंटिस्ट)- करेंगे थोड़ा धीरज रखो
ज़ारा (पाकिस्तानी एजेंट)- बेब, रात की आग से आपका क्या मतलब है?
ज़ारा (पाकिस्तानी एजेंट)- उसे बुरा कहा जाता है ये आर्मी या एयरफोर्स?
तो देखा आपने? हनीटैप में फंसे सीनियर साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर उस अंजान लड़की से क्या और कैसी बाते कर रहे थे... ये वो बातें हैं जिन्हें दुश्मन मुल्क की कोई एजेंट तो क्या, इतने संवेदनशील जगहों पर काम करनेवाले साइंसदानों और अफ़सरों को अपने दोस्तों या घरवालों तक से साझा करने की इजाजत नहीं होती... लेकिन यहां तो सारी सीमाएं ही टूट चुकी थी... कुरुलकर अग्नि मिसाइल के बारे में एक से बढ़ कर एक जानकारियां लुटाने में लगे थे... अग्नि के बाद मेटेओर मिसाइल, राफेल, एके सिस्टम और एस्ट्रा मिसाइल के बारे में भी बातचीत हुई...
अब सवाल ये है कि इतने अहम और संवेदनशील जगह पर इतने सीनियर पोस्ट पर होते हुए भी कुरुलकर हनीटैप के इस जाल में कैसे फंस गए? तो जांच एजेंसियां फिलहाल इसी बात का पता लगाने में जुटी हैं... हैरानी इस बात है कि ऐसे महकमों में काम करनेवाले अफसरों और मुलाजिमों के दरम्यान बीच-बीच में ऐसे जागरुकता प्रोग्राम किए जाते हैं, जिसमें हनीटैप का तौर तरीका समझाने के साथ-साथ उससे बचने के टिप्स भी दिए जाते हैं... आपको जानकर हैरानी होगी कि कुरुलकर जब इस जाल में फंसे, उससे बमुश्किल चंद महीने पहले ही उन्होंने खुद पुणे के अपने डीआरडीओ इकाई में हनीटैप के तौर तरीकों और उससे बचने के उपाय पर एक प्रोग्राम करवाया था...कुरुलकर ने जासूस लड़की से क्या और कैसी जानकारियां साझा कीं, ये जानने से पहले आप ये जान लीजिए कि कुरुलकर डीआरडीओ में होते हुए किन-किन और कैसे-कैसे प्रोजेक्ट्स से जुड़े हुए थे...
जांच एजेंसियों के मुताबिक कुरुलकर न्यूक्लियर वेपन यानी परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम अग्नि मिसाइल, एंटी सैटेलाइट मिसाइल शक्ति और ब्रह्मोस मिसाइल के प्रोजेक्ट से भी जुडे हुए थे... जांच एजेंसियों की मानें तो उस लड़की ने कुरुलकर से ब्रह्मोस मिसाइल से जुड़ी कई अहम जानकारियां निकलवा ली हैं... मसलन भारत के पास मौजूद इन मिसाइलों की तादाद कितनी हैं और उन्हें कहां-कहां लगा कर रखा गया है... भारत के पास मिसाइलों का कुल ज़खीरा कितना बड़ा है और इन्हें कैसे-कैसे अपगेड किया जा रहा है... इसी तरह अग्नि मिसाइल और एंटी सैटेलाइट मिसाइलों का काम किस स्टेज पर है... ज़ाहिर है ये वो जानकारी है, वो बेहद गोपनीय और संवेदनशील हैं... लेकिन एजेंसियों की मानें तो लड़की के हाथों अपना दिल हार चुके कुरुलकर साहब ने ये सारी जानकारियां उससे शेयर कर दीं...
जांच एजेंसियों की मानें तो हनीटैप के जरिए भारत के इंटेलिजेंस अफसरों, आर्मी ऑफिशियल्स को, डीआरडीओ के वैज्ञानिकों और बडे पदों पर काम करनेवाले राजनयिकों को फंसाना या फंसाने की कोशिश करना पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की पुरानी मॉडस ऑपरेंडी है... इससे पहले भारत के कई अफसर और कर्मचारी इस जाल में फंस कर मामला गुड़ गोबर कर चुके हैं, लेकिन अब आईएसआई ने हनीटैप का जो नया हथकंडा अपनाया है, वो थोडा नए किस्म का है... इस हथकंडे के मुताबिक आईएसआई के एजेंट चाहे वो पुरुष हो या महिला, वो खुद को एक खूबसूरत लड़की के तौर पर ही अफसरों के सामने इंटोड्यूज करते हैं... और फिर बातचीत शुरू होते ही ये बता देते हैं कि वो कट्टर देशभक्त किस्म की लड़की है... और उसके दिल में हमेशा अखंड भारत का सपना पलता है... और फिर इसी के साथ वो भारत के डिफेंस मैकेनिज्म, टेक्नोलॉजी और इंटेलिजेंस में खास इंटरेस्ट रखती है... असल में इन जासूसों का खुद को इस तरीके से इंटोड्यूज करने के लिए पीछे एक ही मकसद होता है कि वो हर हाल में अपने संभावित शिकार का भरोसा जीत ले, ताकि उससे हर जानकारी आसानी से निकलवाई जा सके...
एक चौंकानेवाली बात ये भी है कि कुरुलकर को अपने जाल में फंसा चुकी ये लड़की उन्हें अपनी न्यूड तस्वीरें तो भेज रही थी, लेकिन उसने एक बार भी कुरुलकर को अपना चेहरा नहीं दिखाया... हैरानी ये है कि बगैर चेहरा देखे हुए सिर्फ किसी लड़की की अश्लील तस्वीरें देख कर कुरुलकर साहब ने आखिर उससे इतनी अहम जानकारियां कैसे साझा कर दीं... एजेंसियां फिलहाल इसका पता लगाने में जुटी हैं... जांच में पता चला है कि जब कुरुलकर साहब हनीटैप में फंसे थे, लड़की को तमाम संवेदनशील और खुफिया जानकारियां लुटाने में लगे थे, उन्हीं दिनों उन्होंने कम से कम छह देशों की यात्राएं भी की थीं... इस बीच लड़की ने उनसे लंदन में मिलने का वादा भी किया था... और कुरुलकर ने भी उसे पहले रूस के दौरे पर जाने और फिर वहां से लंदन जाकर उससे मिलने की बात कही थी... लेकिन ये मौका हाथ नहीं लग सका... अब एजेंसियां ये पता लगाने में भी जुटी है कि कहीं कुरुलकर ने लड़की से कोई खुफिया मुलाकात तो नहीं की...
जांच में ये भी पता चला है कि कुरुलकर ने पुणे के ही डीआरडीओ गेस्ट में किसी गुमनाम लड़की को अपनी गेस्ट के तौर पर एंटरटेन किया ता... अब एजेंसी ये जानने में लगी है कि आखिर वो गुमनाम लड़की कौन थी? कहीं ऐसा तो नहीं कि वो लड़की भारत में मौजूद ही कोई पाकिस्तानी सीकेट एजेंट हो जो कुरुलकर से आमने-सामने मिल कर कोई और जानकारी जुटा ले गई हो? एटीएस के मुताबिक, साइंटिस्ट कुरुलकर और पाकिस्तानी एजेंट जून 2022 से दिसंबर 2022 तक संपर्क में थे... कुरुलकर की गतिविधियां संदिग्ध पाए जाने के बाद डीआरडीओ ने जांच शुरू की... लेकिन इससे ठीक पहले कुरुलकर ने फरवरी 2023 में जारा नाम की उस लड़की का नंबर ब्लॉक कर दिया... इसके बाद एक एक दूसरे अंजान भारतीय नंबर से उन्हें एक वॉट्सएप पर मैसेज भेजा जिसमें उसने पूछा, 'आपने मेरा नंबर क्यों ब्लॉक किया.'? चार्जशीट के मुताबिक चैट रिकॉर्ड से ये भी पता चला है कि कुरुलकर ने उस लड़की से अपने पर्सनल प्रोग्राम और जगहों की जानकारी एजेंट से शेयर की थी... यह जानते हुए भी कि ऐसी जानकारियां उन्हें किसी के साथ शेयर नहीं करनी चाहिए...
हनीटैप पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का पुराना हथियार है... खुफिया सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान ने इस काम के लिए बाकायदा सात मॉड्यूल तैयार कर रखे हैं, जिसमें 25 से ज़्यादा लड़कियां अलग-अलग रोल में अलग-अलग टाइम पर हिंदुस्तानी जवानों और अफ़सरों को टार्गेट कर रही हैं...
तो अब आइए सिलसिलेवार तरीके से आपको पाकिस्तानी फ़ौज और वहां की खुफिया एजेंसी के हनीटैप रैकेट का एक-एक सच बताते हैं...
आईएसआई और पाकिस्तान की मिलिटी इंटेलिजेंस कराची, लाहौर और हैदराबाद जैसे शहरों में खूबसूरत लडकियों और सेक्स वर्कर्स को इस काम के लिए तैयार करती है... इन लड़कियों के सेलेक्शन का सबसे पहला पैमाना उनकी खूबसूरती ही होती है... कई बार इस काम के लिए कॉलेज गर्ल्स को भी अलग-अलग किस्म का लालच देकर तैयार कर लिया जाता है... इन लड़कियों को टेनिंग के बाद इंडियन फोर्सेज़ के जवानों और अफ़सरों से बातचीत करने के लिए तैयार किया जाता है... इस टेनिंग में उन्हें इंडियन फोर्सेज के बारे में जानकारी दी जाती है... अफ़सरों के रैंक, यूनिट के बारे में जानकारी और उनकी लोकेशन के बारे में बताया जाता है... हनीटैप के इस पूरे खेल के दौरान मिलिटी इंटेलिजेंस के अफसर भी उन्हें मोनिटर करते रहते हैं... यानी इन लड़कियों का रोल एक कठपुतली से ज़्यादा कुछ नहीं होता... जिन्हें बाद में या तो हटा दिया जाता है या फिर नया काम सौंपा जाता है...
पाकिस्तानी हनीटैप की इस साज़िश के टार्गेट पर इंडियन आर्मी के साथ-साथ एयरफोर्स, नेवी, डीआरडीओ, रेलवे और बीएसएफ से जुडे जवान और अफ़सर शामिल होते हैं... और इस पूरे मिशन में इस बात का पूरा ख्याल रखा जाता है कि लड़कियों को अपने टार्गेट के सामने ऐसे पेश किया जाए, जिससे टार्गेट को दूर-दूर तक उन पर शक ना हो और उनकी असलियत पता ना चले... इसके लिए टेनिंग के बाद लड़की आर्मी कैंट या वहां के किसी कॉलेज में एक कमरा दे दिया जाता है... जिसे वो लडकी अपने कमरे के तौर पर टार्गेट को दिखाती है... कमरे की दीवारों पर भगवान की तस्वीरें, पूजा पाठ की सामग्री रखी होती है.. यहां तक कि इस दौरान लड़कियों को सिर्फ़ और सिर्फ़ इंडियन डेस पहनने की ही इजाजत होती है... और वीडियो कॉल में ये चीजें देख कर इंडियन आर्मी से जुडे जवानों और अफसरों को इन लड़कियों के हिंदू होने का पूरा यकीन हो जाता है... असल में ऐसा करने के पीछे फ़ोकस पाकिस्तान से हिंदुस्तान शिफ्ट करने का होता है, ताकि किसी भी कीमत पर लड़कियों की पोल ना खुलने पाए...
अब बात मॉडस ऑपरेंडी यानी अफ़सरों और जवानों को फंसाने के तौर तरीके की... तो इसकी शुरुआत होती है दोस्ती से... पाकिस्तानी हनीटैप रैकेट में शामिल ये लड़कियां पहले सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बना कर जवानों और अफसरों की तलाश करती हैं और फिर उन्हें फेंड रिक्वेस्ट भेजती हैं... प्लानिंग के मुताबिक रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होते ही बातचीत, दोस्ती, प्यार मुहब्बत का सिलसिला शुरू हो जाता है... यहां तक कि इस दौरान जवानों और अफ़सरों से शादी का वादा तक किया जाता है... भरोसा जमाने और उसे बनाए रखने के लिए ऐसी लड़कियां जरूरत के मुताबिक बगैर कमरों के भी वीडियो चैट शुरू कर देती हैं... और इस तरह के न्यूड टॉक के दौरान तमाम तरह की कहानियों के साथ जाल में फंस चुके जवान या अफ़सर से गोपनीय जानकारियां जुटा ली जाती हैं.. अगर कहीं शिकार जानकारी या तस्वीरें देने से इनकार कर दें, तो फिर ये जासूस उन्हें ब्लैकमेल करने लगती हैं..
इसके लिए ये लड़कियां पहले अपने टार्गेट से व्हाट्सएप की ओटीपी हासिल कर लेती हैं और फिर उसी नंबर से चैट करती हैं, ताकि किसी को भी नंबर भारत के एसटीडी कोड +91 से शुरू हो और चैट करनेवाली लड़की भी भारत की ही लगे... पाकिस्तान में इस काम के लिए जो सात मॉड्यूल एक्टिव हैं, उनमें...
पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई
आर्मी इंटेलिजेंस लाहौर
पाकिस्तान मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट 412
आईएसआई कराची
मालिर कैंट यूनिट
पाकिसतान एयरफोर्स 552 मॉड्यूल
और..
चकलाला कैंट रावलपिंडी शामिल हैं... फिलहाल हनीटैप के इस लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए अब इंडियन आर्मी समेत हमारे देश की तमाम संवेदनशील इकाइयों ने इसके लिए जवानों और अफ़सरों को अलग से जागरूक करना शुरू कर दिया है...
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