पहली बार देखिए UP का माफिया मुख्तार अंसारी जेल में कैसे रहता है, खुफिया CCTV कैमरे से 24 घंटे नजर रख रही है पुलिस
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Mukhtar Ansari Banda Jail : मुख्तार अंसारी की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम. देखिए कैसे बांदा जेल में लगे कैमरे से लखनऊ से हो रही मॉनिटरिंग.
Mukhtar Ansari Banda Jail : मुख्तार अंसारी की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम. देखिए कैसे बांदा जेल में लगे कैमरे से लखनऊ से हो रही मॉनिटरिंग.
लखनऊ से आशीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट
Mukhtar Ansari News : यूपी की बांदा जेल में बंद कुख्यात मुख्तार अंसारी पर खुफिया कैमरे से नजर रखी जा रही है. जेल की बैरक में और आसपास सीसीटीवी कैमरे से 24 घंटे मॉनिटरिंग हो रही है. असल में मुख्तार अंसारी ने आवेदन किया है कि जेल में उसकी हत्या हो सकती है. ऐसे मेें मुख्तार अंसारी की बैरक के आसपास के बैरक को भी खाली करा दिया गया है. इसके साथ ही बांदा जेल में रहते हुए हाईकमान लखनऊ से अधिकारी उस पर नजर बनाए हुए हैं. जरा सी भी कोई गतिविधि बदलने पर तुरंत बांदा जेल में संपर्क किया जा रहा है. आप इस वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे सीसीटीवी कैमरे से जेल के अंदर नजर रखी जा रही है.
ऐसे हाई सिक्योरिटी वाले स्पेशल सेल में रखा गया है मुख्तार
Mukhtar Ansari in Jail CCTV : मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में रखा गया है और बेहद हाई सिक्योरिटी वाले स्पेशल सेल में रखा गया है। बांदा जेल में सैकड़ो की तादाद में सीसीटीवी लगाए गए हैं और लगातार लखनऊ से भी मुख्तार अंसारी समेत अन्य मुलजिमों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। आपको बता दें कि अगर कहीं भी लखनऊ में मॉनिटरिंग कर रहे अधिकारियों को कुछ भी नजर आता है तो तुरंत फोन करके इंचार्ज को जानकारी दी जाती है। फिलहाल, मुख्तार अंसारी को 10/12 के स्पेशल सेल में रखा गया है। मुख्तार अंसारी के इर्द-गिर्द किसी भी सेल में कोई भी कैदी को नहीं रखा गया है। लगातार जेल वार्डन मुख्तार अंसारी के स्पेशल सेल के बाहर मुस्तैदी से पहरेदारी करते हैं और मुख्तार अंसारी के सेल में दाखिल होने के लिए भी एक गेट लगाया गया है. जहां 24 घंटे पहरेदारी होती है।
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यानी अगर किसी भी जेल के अधिकारी को ही मुख्तार अंसारी को मिलना हो तो उसे भी काफी प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है। इसके अलावा मुख्तार अंसारी की सुरक्षा में तैनात जेल वार्डन की ड्यूटी जब एक बार मुख्तार अंसारी के स्पेशल सेल के बाहर लग जाती है तब उसका दोबारा नंबर 1 साल बाद आता है। यही नहीं, लखनऊ में बैठे जेल के अधिकारी रैंडमली प्रदेश के किसी भी जेल से वार्डन को बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की सुरक्षा के लिए तैनात कर देते हैं ताकि कोई भी जेल वार्डन मुख्तार अंसारी का करीबी ना बन पाए। मुख्तार अंसारी से जेल में मिलने के लिए अगर उनके कोई परिजन भी आते हैं तब जेल के अधिकारी गहन पूछताछ और चेकिंग करने के बाद ही मिलने का अनुमति देते हैं। वैसे बेहद करीबी परिजन ही मुख्तार अंसारी से मिल सकते हैं।
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