EXCLUSIVE - Delhi Geeta Colony Fire: गीता कालोनी की जिस बिल्डिंग में लगी थी आग वो तो पहले से ही थी बर्बाद, फिर किसने तोड़ी सील?
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Delhi Geeta Colony Fire: दिल्ली नगर निगम किस तरह से काम कर रही है, इसका एक नमूना आपको बताते हैं। जिस बिल्डिंग में रविवार को आग लगी थी, वो बिल्डिंग तो निगम ने पहले ही अवैध निर्माण की वजह से सील कर दी थी।
Delhi Geeta Colony Fire: दिल्ली नगर निगम किस तरह से काम कर रही है, इसका एक नमूना आपको बताते हैं। जिस बिल्डिंग में रविवार को आग लगी थी, वो बिल्डिंग तो निगम ने पहले ही अवैध निर्माण की वजह से सील कर दी थी।
Delhi MCD Corruption: दिल्ली नगर निगम किस तरह से काम कर रही है, इसका एक नमूना आपको बताते हैं। गीता कालोनी की जिस बिल्डिंग में रविवार को आग लगी थी, वो बिल्डिंग तो निगम ने पहले ही अवैध निर्माण की वजह से सील कर दी थी, लेकिन इसकी सील तोड़ी गई। काम चालू किया गया और अब अचानक इसमें आग लग गई। कई सवाल इस घटना से पैदा हुए हैं।
Crime tak के हाथ एमसीडी का आर्डर लगा है, जिसमें इस बिल्डिंग को सील करने की बात कही गई है, लेकिन बावजूद इसके इसे बिल्डिंग में व्यावसायिक गतिविधियां चल रही थी। पिछले साल फरवरी में बिल्डिंग को खाली करने का फरमान एससीडी ने दिया था। इसके बाद बिल्डिंग को सील कर दिया था। बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग के मालिक हरिकिशन अरोड़ा और उनके बेटे राहुल ने सील तोड़ दी थी। सवाल ये उठता है कि मालिक की इस हरकत का एमसीडी को पता क्यों नहीं चला? या सब पता होने के बाद भी कुछ नहीं किया गया पर क्यों?
सवाल ये उठता है कि फिर सील किसने और क्यों तोड़ी?
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क्या ये सील दुकान के मालिक हरिकिशन अरोड़ा और उनके बेटे राहुल ने तोड़ी?
अगर हां, तो किसकी शह पर ये काम किया गया?
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ये जिम्मेदारी किसकी है कि सील किसी ने तोड़ी है या नहीं, इसका ध्यान रखे?
क्या इसके लिए शाहदरा साउथ जोन के अधिकारी जिम्मेदार है?
क्या ये जिम्मेदारी स्थानीय निगम पार्षद की नहीं बनती?
क्या ये जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की है?
क्या ये घटना साजिश तो नहीं?
सच तो ये भी है
Delhi Geeta Colony Fire : सच तो ये भी है कि जब ये इस तरह की बिल्डिंग बन रही होती है, उस वक्त तो नगर निगम और पुलिस सो रही होती है। बनने के बाद, जब मालिक करोड़ों रुपए बिल्डिंग में लग देता है तो उसे तोड़ने के लिए विभाग आ जाता है। ये व्यवस्था बदलनी चाहिए, क्योंकि अगर ऐसा होगा तो जाहिर तौर पर मालिक का तो नुकसान होगा ही, बल्कि उसके परिवार को भी ये भोगना पड़ेगा। विभाग का क्या है, वो तो बस कार्रवाई करने के लिए बैठा है।
MCD DEPT. : लेकिन लोगों को भी ये ध्यान रखना चाहिए कि जब भी कोई बिल्डिंग बनाएं, उसका नक्शा एमसीडी से Approve कराएं, लेकिन जानकारों की मानें तो ऐसा इसलिए संभव नहीं हो पाता है क्योंकि विभाग बिल्डिंग में कमियां निकालता है, काफी जगह खाली रखने की बात करता है, पैसा खाता है, इन सब परेशानियों से बचने के लिए लोग एमसीडी से बिना नक्शा पास कराए ही बिल्डिंग बनाते हैं। साथ में लोगों की कमाई भी कम है, लिहाजा कम खर्चा किए ही काम हो जाए, बस लोग ये ही चाहते हैं।
इस संबंध में पड़ोस में डेयरी चलाने वाले अशोक तनेजा ने कहा, 'हमारा कोर्ट केस चल रहा है पड़ोस में दुकान (जिस दुकान में आग लगी)चला रहे हरिकिशन अरोड़ा के साथ। आग लगने से हमारी बिल्डिंग को भी नुकसान पहुंचा है। हमारा पांच से लेकर 7 लाख रुपए तक का नुकसान हुआ है।'
इस संबंध में स्थानीय निगम पार्षद संदीप कपूर ने कहा, 'बिना नक्शे के तो और भी बिल्डिंग बनी है। सब पर कार्रवाई होनी चाहिए। एकाध पर क्यों? वैसे इस मामले में मालिक का कई करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।'
डीसीपी शाहदरा रोहित मीणा ने कहा, 'हमने एमसीडी को लिखा है, इस बिल्डिंग के बारे में। वो रिपोर्ट देगी। दूसरा फायर विभाग आग लगने की वजहों का खुलासा करेगा। दोनों की रिपोर्ट्स के आधार पर एक्शन लिया जाएगा।'
ऐसे हुई थी घटना?
रविवार सुबह करीब 11 बजे झील कुरंजा तांगा स्टैंड, गीता कॉलोनी के पास एक दुकान में आग लग गई थी। आग ने करीब 200 वर्ग गज क्षेत्रफल में बनी पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया था। यह चार मंजिला इमारत थी जिसमें भूतल पर अचार की दुकान, अन्य तीन मंजिलों पर अन्य सामग्री यानी पैकिंग सामग्री आदि रखी हुई थी। इस बीच पता चला था कि एक बुजुर्ग दंपत्ति जलती हुई बिल्डिंग में फंस गए हैं।
दिल्ली पुलिस के एएसआई बिशन दत्त जोशी, एएसआई विकास डांगरी, हेड कांस्टेबल गौरव, हेड कांस्टेबल हिमांशु, हेड कांस्टेबल तरुण, हेड कांस्टेबल आदेश, कांस्टेबल दारा सिंह सहित कर्मचारी इमारत में घुस गए थे। इस दौरान 62 साल के होती लाल और चंदवतली उम्र 61 वर्ष को बचाया गया। दिल्ली फायर सर्विस के अधिकारियों ने कई घंटों के बाद आग को काबू किया था।
स्टाफ ने बुजुर्ग व्यक्ति को अपने कंधे पर उठाया और एम्बुलेंस के माध्यम से सफलतापूर्वक एसडीएन अस्पताल पहुंचाया। मौके पर डीसीपी रोहित मीणा भी पहुंचे थे। बुजुर्ग दंपत्ति को पुलिसवाले अपने कंधों पर उठा कर ले आए थे।
इसका वीडियो भी वायरल है। दिल्ली पुलिस ने वाकई सराहनीय काम किया था। ये बिल्डिंग कृष्णा नगर वार्ड में थी, जब कि गीता कालोनी थाना मौके पर पहुंचा था।
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