16 घंटे बाद मिला क्रैश हेलिकॉप्टर का मलबा, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत

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Iran President Raisi Hekicopter Crash: पूरे 16 घंटे तक कोहरे की घनी चादर को खंगालने के बाद ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलिकॉप्टर का मलवा आखिरकार मिल ही गया। तुर्की के ड्रोन ने एक हीट सोर्स के जरिए उस मलबे का पता लगाया। मलबे का पता लगते ही एक रेस्क्यू टीम पहुँची। 

राष्ट्रपति की मौत की पुष्टि

हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के 16 घंटे बाद मिले मलबे को देखने और मलबे के इर्द गिर्द बिखरी लाशों को देखने के बाद आखिरकार ईरान के मीडिया ने राष्ट्रपति इब्राहिम राईसी की मौत की घोषणा कर ही दी। हेलिकॉप्टर में ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी, विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर, अन्य अधिकारियों और अंगरक्षकों को ले जाया जा रहा था।

ईरान की सीमा से लौट रहे थे राष्ट्रपति

राष्ट्रपति राईसी अज़रबैजान के साथ ईरान की सीमा की यात्रा से लौट रहे थे, जहाँ उन्होंने अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन किया था।अधिकारियों का ये कहना है कि हेलिकॉप्टर का मलबा जिस हाल में और जहां मिला है वहां से उनके बचने की संभावना करीब करीब न के बराबर है। ये भी बताया जा रहा है कि इस हेलिकॉप्टर में करीब नौ लोग सवार से जिनमें से किसी के भी बचने की उम्मीद नहीं है। 

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हेलिकॉप्टर पर नौ लोग सवार थे

तुर्की ने छह वाहन और 32 पर्वतारोही और बचाव कर्मियों को ईरान भेजा है। तस्नीम न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को उत्तर पश्चिमी ईरान में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर में नौ लोग सवार थे, जिनमें तीन अधिकारी, एक इमाम और हेलीकॉप्टर के क्रू मेंबर और सुरक्षा दल के सदस्य शामिल थे। 
रान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी समेत नौ लोगों को ले जा रहा चॉपर जहां क्रैश हुआ वहां पर मलबा मिलने के बाद इब्राहिम रईसी रायसी के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस चॉपर हादसे में कोई भी जिंदा नहीं बचा है।

किसी के बचने की संभावना नहीं

ईरान के सरकारी मीडिया आउटलेट्स ने ये जानकारी वहां के अफसरों के हवाले से तब दीं, जब दुर्घटना के बाद मौके से लोकेशन का पता चला और वहां मलबा मिल गया। ईरान की स्टेट न्यूज एजेंसी आईआरआईएनएन और सेमी ऑफीशियल न्यूज एजेंसी मेहर न्यूज के हवाले से 'सीएनएन' की रिपोर्ट में सोमवार सुबह बताया गया कि जिस जगह हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ, वहां पर 'कोई भी जीवित नहीं' मिला है।

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मलबा दिखा हालात बदतर

तुर्किश ड्रोन ने ईरान के अधिकारियों के साथ उस जगह के संबंध में जानकारी साझा की। उसके बाद उस जगह की भौगोलिक स्थिति का सटीक पता लगाया गया। दुर्घटनास्थल से चॉपर का मलबा मिलने के बाद रेड क्रीसेंट के चीफ पीर हुसैन कोलीवांद ने ईरान के सरकारी टीवी को जानकारी दी, "हम मलबा देख सकते हैं और वहां पर स्थिति अच्छी नहीं नजर आ रही है." इस बीच, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ईरान के अफसरों के हवाले से कहा गया कि हादसे के बाद राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के जीवित होने की उम्मीद कम ही है।

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चॉपर वाली जगह का सुबह पता लगा 

ईरान के राष्ट्रपति को ले जा रहा चॉपर जिस जगह क्रैश हुआ था, रेक्स्यू टीम ने सोमवार सुबह यानी भारतीय समयानुसार उस लोकेशन का पता लगा लिया है। ईरान की स्टेट न्यूज एजेंसी आईआरएनए और सेमी-ऑफीशियल न्यूज आउटलेट आईएसएन ने इस बात की जानकारी दी। आईएसएन ने ईरान रेड क्रीसेंट के चीफ पीर होसैन कोलिवंद के हवाले से बताया, "राहत और बचाव कार्य में जुटी टीम मौके पर पहुंच रही है।"

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