समीर वानखेड़े ने 'निकाहनामा' क्यों किया? इसके पीछे बताई ये असली वजह, जानें पूरा मामला
समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के 'निकाहनामा' का सच सामने आया, मां के कहने पर उन्होंने उनकी खुशी के लिए ये कदम लिया था, समीर की माँ मुस्लिम धर्म से थी, पढ़े crime news today in Hindi on Crime Tak.
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Sameer Wankhede Case : आर्यन खान ड्रग्स मामले में एनसीबी के मुंबई जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. खासतौर पर एनसीपी नेता नवाब मलिक रोजाना नए-नए खुलासे कर रहे हैं. अभी हाल में ही ये दावा किया गया कि उन्होंने मुस्लिम धर्म को अपनाकर निकाहनामा किया था.
इसके बाद एक काजी भी मीडिया के सामने आए और उन्होंने दावा किया कि निकाहनामा तभी होता है जब वहां मौजूद सभी लोग मुस्लिम धर्म के हों. इस तरह के सवाल उठाए जाने पर समीर वानखेड़े की एक प्रतिक्रिया सामने आई है.
समीर वानखेड़े ने कहा है कि वे हिंदू हैं. मेरे पिता हिंदू हैं. लेकिन मां मुस्लिम थीं. हमारा भारत एक प्रगतिशील सोच वाले लोगों का देश है. ऐसे में मां के कहने पर उन्होंने उनकी खुशी के लिए ये कदम उठाया था. मां की बात मानने के लिए उन्होंने निकाहनामा बनवा लिया. इसमें क्या कोई गुनाह कर दिया?
निकाहनामा कोई लीगल डॉक्युमेंट नहीं : समीर वानखेड़े
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Sameer Wankhede News : एक मीडिया को दिए बयान में समीर वानखेड़े ने ये भी कहा है कि निकाहनामा कोई लीगल डॉक्युमेंट (कानूनी दस्तावेज) नहीं होता है. इसके साथ ही उनके किसी भी कानूनी दस्तावेज में मुस्लिम होने का सबूत नहीं है. इसलिए उनके खिलाफ बिना आधार की बातें फैलाईं जा रही हैं. समीर वानखेड़े का दावा है कि मैंने कभी धर्म परिवर्तन नहीं किया. और ना ही मेरे पिता ने कभी धर्म परिवर्तन किया.
इसके अलावा समीर वानखेड़े 27 अक्टूबर को दिल्ली में एनसीबी के डीडीजी ज्ञानेश्वर से मुलाकात करने पहुंचे थे. यहां मुलाकात के बाद जब वो बाहर निकले तो आजतक संवाददाता से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन पर लगाए गए सभी आरोप झूठ हैं. मेरे ऊपर पर्सनल अटैक हो रहा है. जिसका जल्द ही रिप्लाई करेंगे.
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