Ankit Murder Case: पहले गर्दन काटी, फिर हाथ-पैर किए अलग, हत्यारे को नहीं कोई पछतावा
Ankit Murder Case: दिल्ली के श्रद्धा मर्डर (Shraddha Murder Case) केस के बाद उसके जैसा ही एक अंकित मर्डर केस का (Ankit Murder case) मामला सामने आया है.
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Ankit Murder Case: दिल्ली के श्रद्धा मर्डर (Shraddha Murder Case) केस के बाद उसके जैसा ही एक और मामला सामने आया है. गाजियाबाद (Ghaziabad Murder Case) के मुरादनगर में एक शख्स ने पीएचडी (PHD Student) कर रहे स्टूडेंट की टूकड़े करके बेरहमी से हत्या कर दी. ये मामला बेहद दी सनसनीखेज है. आरोपी ने शख्स के 4 टुकड़े करके उसे अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया. आरोपी ने आफताब की तरह ही यूट्यूब पर अलग-अलग तरीके देखे और उसके टुकड़े किए. पुलिस की गिरफ्त में आकर आरोपी ने सारे गुनाह कबूल कर लिए. अंकित की हत्या के बाद आरोपी ने उसके फोन का इस्तेमाल किया ताकि लोगों को लगे कि वो जिंदा ही है. जब अंकित खोखर का पता नहीं चला तो उसके दोस्तों ने ही उसका पता लगाया.
हत्या करके यहां फेंके लाश के 4 टुकड़े
आरोपी ने बताया कि हत्या करने के बाद शव के चार टुकड़े किए. उन टुकड़ों में से 2 टुकड़े गंगनहर में फेंके, एक टुकड़ा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर फेंका दिया. अब जो शरीर के धड़ का हिस्सा बचा था उसको आरोपी ने खतौली में फेंका.
6 अक्टूबर को दिया हत्या को अंजाम
Ghaziabad Murder Case: आरोपी ने ये कबूल किया कि उसने 6 अक्टूबर को ही हत्या करने का प्लान बना लिया था. मौका मिलते ही आरोपी मकान मालिक मृतक के पास पहुंचा और उससे बाते करने लगा. आरोपी ने उससे शादी करने के बहाने बातें की. इस तरह से बातें करते हुए आरोपी उमेश उसके पीछे की तरफ जाता है और उसका गला दबा देता है. अंकित तड़पने लगता है और दम तोड़ देता है. इसके बाद वो कही से आरी लेकर आता है और शव के टुकड़े कर देता है. बाजार से उमेश पहले ही पॉलिथीन लेकर आ चुका होता है और अलग-अलग जगाहों पर फेंक देता है.
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यूट्यूब पर देखकर किए लाश के टुकड़े
आरोपी ने बताया कि यूट्यूब पर फिल्म देखकर ये पूरी कत्ल की कहाना रची थी. उसने ये भी पता लगाया कि अगर हत्या के बाद किसी का शव ना मिले तो उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. इसके बाद उमेश ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अंकित के अकाउंट से लाखों पैसे निकाले क्योंकि कुछ वक्त पहने अंकित ने अपनी जमीन बेची थी तो उसके अकाउंट में काफी पैसे थे.
आरोपी ने हॉस्पिटल में सीखा आरी चलाना
उमेश दो साल पहले हड्डी रोग विशेषज्ञ के यहां कंपाउंडर था. इसी जगह उसने प्लास्टर काटने का काम सीखा था. आरी चलाने की कला उसने वहीं सीखी थी. गलत आदतों की वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया गया था. फिलहाल आरोपी ने सारे गुनाह खुद ही कबूल कर लिए है और आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
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