बाहुबली मुख्तार अंसारी सरकारी गवाह को देखते ही इस वजह से देने लगा मूंछों पर ताव, जानें पूरा मामला
Bahubali Mukhtar Ansari : फर्जी एंबुलेंस कांड के गवाह को देखते ही मुख्तार अंसारी बौखला गया. जेल से वीडियो पर मूंछों पर देने लगा ताव. चुपचाप रहा गवाह.
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UP Mukhtar Ansari News : यूपी का बाहुबली डॉन मुख्तार अंसारी जेल में रहते हुए मूंछों पर ताव देना नहीं भूलता है. हाल में ही एक केस के गवाह को देखकर मुख्तार अंसारी बिना कुछ बोले ही अपनी मूंछों पर हाथ फेरने लगा. इसे देख गवाह चुपचाप रहकर बस देखता रह गया. कुछ देर के लिए तो गवाह की बोलती बंद हो गई थी. असल में ये मामला फर्जी एंबुलेंस से जुड़ा है. जिसमें सभासद सादिक हुसैन सरकारी गवाह हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई पेशी के दौरान सरकारी गवाह बने सादिक को देखते ही मुख्तार अंसारी ने मूंछों पर ताव देना शुरू किया. लेकिन इस दौरान मुख्तार अंसारी ने एक शब्द नहीं बोला. जिसे देखकर गवाह बस चुपचाप खड़ा रहा. इसके बाद कोर्ट के पूछे जाने पर गवाह सादिक हुसैन ने बताया कि जिस घर के पते पर फर्जी एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन हुआ था वो मकान हमारे वॉर्ड में नहीं आता है.
क्या है फर्जी एंबुलेंस कांड
Mukhtar Ansari News : असल में ये घटना अप्रैल 2021 की है. जिसमें पहले सरकार बनाम डॉ. अलका राय पर मुकदमा हुआ था. जांच के दौरान बाहुबली मुख्तार अंसारी और उसके 11 गुर्गों को इस केस में नामजद किया गया था. उसी में गवाही के लिए बुलाया गया था. मुख्तार अंसारी को इस केस में जेल से ही वर्चुअली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया.
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Mafia Don Mukhtar Ansari: उत्तर प्रदेश की बांदा जिला जेल में इस समय कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी बंद है. जेल में काम करने वाले फार्मासिस्ट दिलीप गुप्ता ने सलाखों के पीछे होने के बावजूद मुख्तार अंसारी की जीवनशैली के बारे में कई खुलासे किए हैं. दिलीप ने खुलासा किया कि मुख्तार अंसारी जेल के भीतर भी एक शानदार जीवन शैली का आनंद लेते हैं. उनके पास डेढ़ लाख रुपये से अधिक कीमत के एक जोड़ी चश्मे सहित महंगे ब्रांडेड कपड़े और अन्य सामान हैं.
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एक सरकारी फार्मासिस्ट के रूप में, दिलीप गुप्ता ने साझा किया कि मुख्तार अंसारी एक लंबा आदमी है, जिसकी ऊंचाई 7 फीट है. जेल में अपने लगभग छह महीने के कार्यकाल के दौरान, दिलीप नियमित रूप से मुख्तार के बीपी चेक करते थे. मुख्तार के साथ बातचीत करते समय, वह अक्सर अपने अनुभव साझा करते थे, जिसके दौरान मुख्तार स्वेच्छा से अपने कपड़ों और अन्य संपत्तियों के बारे में के बारे में बताता था. दिलीप ने बताया कि मुख्तार ने एक बार उन्हें बताया था कि उनके चश्मे की कीमत 155,000 रुपये है.
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इसके अलावा, मुख्तार अंसारी के कपड़े विशेष रूप से हाई-एंड ब्रांडों के होते हैं, जिनमें से कुछ दुबई, फ्रांस, इटली और अन्य देशों से आयात किए जाते हैं. दिलीप गुप्ता ने एक घटना का जिक्र किया जहां मुख्तार को दांतों की समस्या का सामना करना पड़ा और एक दंत चिकित्सक द्वारा एक्स-रे कराया गया. जिलाधिकारी आनंद सिंह ने तत्काल उसे बांदा मेडिकल कॉलेज भेजा. इस निर्णय के बाद, जिला कलेक्टर को अपने पद से तत्काल बर्खास्तगी का सामना करना पड़ा.
दिलीप गुप्ता ने बताया कि उनकी पोस्टिंग मंडल कारागार में रही, इस दौरान वह मुख्तार अंसारी की गतिविधियों के हर पहलू से परिचित हुए. मुख्तार खुद अपनी टी-शर्ट और शर्ट की कीमतों पर खुलकर चर्चा करते थे, जिससे यह स्पष्ट हो जाता था कि वह लक्जरी ब्रांडों की दुनिया से अच्छी तरह वाकिफ हैं. कैद में होने के बावजूद, मुख्तार विभिन्न लक्जरी ब्रांड पहनने के लिए जाने जाते थे और खुद ही उनकी कीमतें बताता था. गौरतलब है कि दिलीप ने यह भी बताया कि मुख्तार अंसारी को अन्य कैदियों की तुलना में भारी सुरक्षा में रखा जाता है. वह ट्रिपल लेयर सिक्योरिती में हैं, पूरे बांदा जेल में निगरानी कैमरे लगाए गए हैं, जो 24/7 उनकी हर गतिविधि पर नजर रखते हैं. साथ ही मुख्तार अंसारी पर कड़ी नजर रखने के लिए बॉडी कैमरे का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
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