UP Assembly Election : पहले चरण का सबसे बड़ा रंगबाज निकला मेरठ, टॉप-5 क्रिमिनल प्रत्याशी से लेकर धनकुबेर भी मिले
मेरठ के चुनावी रंग में क्राइम का तड़का, पहले चरण के सबसे ज्यादा क्रिमिनल प्रत्याशी मेरठ में, जानिए पूरी कुंडली, Read up election crime news Hindi, साइबर क्राइम, वायरल वीडियो on crime tak
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UP Election Meerut Crime Report Of Candidate : यूपी में चुनावी रंगबाजी देखनी हो तो जिला मेरठ पर एक नजर जरूर डालिए. यकीन मानिए आपकी नजरें बस रंगबाजों के रंग से चौंधिया जाएंगी. आंखें खुली की खुली रह जाएंगी.
अब मेरठ की रंगबाजी को समझने के लिए यहां चुनावी मैदान के गुणा गणित को जरा समझ लीजिए. यूपी में पहले चरण 11 जिलों की 58 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. इन 58 सीटों को अगर आधा कर दीजिए तो कितने होंगे. जाहिर है 29 होंगे.
अब आधा करने वाले इस गणित के बारे में जान लीजिए. क्योंकि पहले चरण में एकमात्र मेरठ ऐसा जिला है जहां के 29 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जो पहले चरण के किसी भी जिले में होने वाले चुनावी मैदान में सबसे बड़ी तादाद है.
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पहले चरण के टॉप-5 आपराधिक उम्मीदवार यहीं से
मेरठ एकमात्र ऐसा जिला है जहां के ना सिर्फ आपराधिक मामलों वाले नेता चुनाव लड़ रहे हैं बल्कि सबसे ज्यादा धनवान भी हैं. लेकिन धनकुबेर वाली कहानी से पहले अपराधी वाली लिस्ट पर नजर डाल लेते हैं.
मेरठ में कुल 7 विधानसभा सीटे हैं. इनमें कुल 29 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. यही नहीं, पहले चरण की 58 सीटों में जो टॉप-10 आपराधिक किस्म वाले उम्मीदवार की लिस्ट बनी है उनमें भी टॉप-5 मेरठ जिले से ही हैं. तो वाकई जिला मेरठ है ना सबसे बड़ी हॉट सीट.
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अपराध में अतुल प्रधान टॉपर : अब पहले नंबर यानी टॉप नेता को जानने की इच्छा तो मन में आ ही गई होगी. तो जान लीजिए उस उम्मीदवार का नाम है अतुल प्रधान. अब भले ही चुनाव परिणाम ना आया हो लेकिन नामांकन से ही वो एक काम तो टॉपर बन ही गए.
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अब ये भी जान लीजिए कि अतुल प्रधान सरधना विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी हैं. और इनके खिलाफ पुलिसिया रिकॉर्ड में कुल 38 मामले दर्ज हैं. जिनका जिक्र उन्होंने चुनाव आयोग को दिए अपने शपथ पत्र में भी किया है. इन 38 मामलों में भी 26 तो गंभीर अपराध वाले है.
दूसरे टॉपर क्रिमिनल की ये है पूरी कुंडली
क्रिमिनल रिकॉर्ड में दूसरे टॉपर की कुंडली भी जान लीजिए. सेकेंड टॉपर हैं योगेश वर्मा. इन पर कुल 32 मुकदमे दर्ज हैं. ये भी समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार हैं. ये हस्तिनापुर से प्रत्याशी हैं. कुल 32 मुकदमों में से 7 गंभीर अपराध वाले हैं. तीसरे टॉपर पर भाजपा प्रत्याशी का नंबर है. नाम है मनिंदरपाल. सीट है मेरठ की सिवालखास विधानसभा सीट.
ये हैं धनकुबेर प्रत्याशी, संपत्ति 148 करोड़
अब आते हैं धनकुबेर वाली लिस्ट पर. आखिर वो धनकुबेर प्रत्याशी कौन हैं जो पहले चरण में टॉपर बने हैं. तो जान लीजिए इनका भी कनेक्शन मेरठ से ही है. और उनका नाम है अमित अग्रवाल. ये भाजपा के कैंट विधानसभा प्रत्याशी हैं.
दौलत के नाम पर इनके पास 148 करोड़ की संपत्ति है. लेकिन आपराधिक केस में भी टॉप-10 लिस्ट में हैं. इनका नंबर 10वें पर है. अगर मेरठ की बात करें तो सरधना सीट से भाजपा प्रत्याशी संगीत सोम के पास 33 करोड़ की संपत्ति है और 2 आपराधिक मामले भी दर्ज हैं.
अपराध पर एक्शन में मेरठ पुलिस नंबर-1 सिंघम भी
अभी तक तो आपने मेरठ की राजनीति में अपराध का लेखा-जोखा देखा. ऐसे में ये भी सोच सकते हैं कि या तो पुलिस यहां कम काम करती है या फिर बहुत ही ज्यादा. क्योंकि अधिकतर नेताओं पर आपराधिक मामले हैं. इसलिए हमने सोचा क्यों ना आपको पुलिस के सिंघम वाले कारनामे की भी स्टोरी बता दें
तो ये जान लीजिए कि मेरठ पुलिस पूरे यूपी में एनकाउंटर करने में नंबर-1 रही है. इसे लेकर हाल में ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक आंकड़ा जारी किया. इन आंकड़ों में ये था कि किस जिले में सबसे ज्यादा बदमाशों पर कार्रवाई हुई. और किस जिले में ज्यादा एनकाउंटर हुए. और कितने बदमाश मारे गए.
अब ये रिपोर्ट आई तो मेरठ पुलिस की खूब वाहवाही हुई. क्योंकि आंकड़ों में ये सामने आया कि पश्चिम यूपी में मेरठ क्षेत्र में कुल 2839 एनकाउंटर हुए. जिसमें 5288 अरेस्टिंग हुईं और 61 बदमाश मारे गए. 1547 बदमाश घायल हुए. वाकई ये आंकड़े पुलिसिया कार्रवाई को सिंघम की श्रेणी में ला देती है. लेकिन जब चुनाव में प्रत्याशियों पर लगे अपराधों के दाग कहीं ना कहीं इस पर पानी फेरते भी दिखाई देते हैं.
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