UP ELECTION 2022: मतदान के दौरान शामली में बवाल, कैराना में वोटरों को हड़काने का इल्ज़ाम
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पहले चरण का मतदान, थोड़ा सा हुआ बवाल
UP ELECTION 2022:उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव अब अपने पूरे शबाब पर है। और यूपी में चुनाव की बात हो और कोई बवाल न हो ऐसा कैसे हो सकता है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान के दौरान शामली ज़िले में फर्ज़ी वोटिंग को लेकर जमकर बवाल हुआ। और इस बवाल के दौरान दो सियासी पार्टी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ भी गए।
पश्चिम उत्तर प्रदेश के शामली ज़िला में फर्जी वोटिंग को लेकर बवाल इस कदर बढ़ा कि वहां कुछ देर के लिए मतदान को ही रोकना पड़ा। दरअसल शामली में फर्जी मतदान को लेकर समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन के प्रत्याशी प्रसन्न चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर इल्ज़ाम लगाया।
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फ़र्ज़ी वोट डालने को लेकर हुआ बवाल
UP ELECTION 2022:प्रसन्न चौधरी का कहना था कि कुछ महिलाएं एक बूथ पर फ़र्ज़ी वोट डाल रही थीं। इस बात का पता चलते ही जब प्रसन्न चौधरी ने इस बात का विरोध किया तो महिलाएं मारपीट पर उतारू हो गईं। ये घटना शामली के हिन्दू कन्या इंटर कॉलेज में हुई। प्रसन्न चौधरी का आरोप है कि इस मारपीट और महिलाओं के हमले से उन्हें और उनके दो साथियों को चोट भी आई है।
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इसी बीच मतदान अधिकारियों के सामने हिन्दू कन्या इंटर कॉलेज में SP-RLD गठबंधन के प्रत्याशी प्रसन्न चौधरी के कार्यकर्ताओं और BJP कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद कुछ देर तक पोलिंग रुकवा भी दी गई थी। बाद में पुलिस का पुख़्ता इंतज़ाम होने के बाद फिर से वोटिंग शुरू हो सकी।
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कैराना में अलग कलह
UP ELECTION 2022: प्रसन्न चौधरी का इल्ज़ाम है कि BJP के समर्थक महिलाओँ को फर्जी पर्ची बनाकर उनसे वोट डलवाने की कोशिश में थे। लेकिन जब इसका विरोध किया गया तो BJP के कार्यकर्ता उन पर टूट पड़े। ये बात दो गुट से होती हुई शहर के प्रशासनिक अमले तक जा पहुँची और तब जाकर मामला शांत हुआ।
उधर कैराना में भी मामला काफी गर्मा गर्मी को हो गया था जब समाजवादी पार्टी और रालोद गठबंधन के प्रत्याशी नाहिद हसन की बहन इकरा हसन ने भी वोटरों को धमकाने का आरोप लगाकर माहौल में अचानक गर्मी पैदा कर दी।
कैराना में वोटरों को धमकाने का इल्ज़ाम
UP ELECTION 2022: इकरा अहमद का इल्ज़ाम था कि वोटरों को धमकाने के आरोप की शिकायत पुलिस प्रशासन को देने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई और न ही आरोपियों के ख़िलाफ कोई कार्रवाई हुई, जिसकी वजह से कैराना के एक बूथ में काफी देर तक तनाव के हालात बने रहे।
उत्तर प्रदेश चुनाव के पहले चरण में 11 जिलों में मतदान हुआ। पहले चरण के मतदान के दौरान समाजवादी पार्टी की तरफ से कई गंभीर आरोप लगाए गए। समाजवादी पार्टी का ये आरोप रहा कि कैराना और शामली में ग़रीब वोटरों को धमकाकर उन्हें लाइन से हटाने और घर लौटाने की कई बातें सामने आई हैं।
EVM में बंद 623 उम्मीदवारों की क़िस्मत
UP ELECTION 2022: जबकि मेरठ की सिवालखास विधानसभा के एक बूथ पर कई मतदाताओं को ये कहकर भगा दिया गया कि उनका वोट तो पहले ही पड़ चुका है। समाजवादी पार्टी के आरोपों से उलट सत्ताधारी BJP ने पलटवार करते हुए कहा कि ये चुनाव हारने से पहले ही अपने लिए रेडिमेड बहाने तैयार करने की कवायद भर है।
इसीलिए सपा ने इस बार ये पैंतरां अख्तियार किया है। ताकि अपनी हार को किसी भी सूरत में जस्टिफाई कर सकें।
पश्चिम उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर इस बार 623 उम्मीदवार अपनी क़िस्मत आजमाने चुनाव मैदान में उतरे। और शाम 6 बजे तक उनकी क़िस्मत अब EVM में क़ैद हो गई।
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