गुरु अतीक अहमद के नक्शे कदम पर चलता है चेला, जुर्म का रंगबाज आशाद कालिया, जानें कौन है ये

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गुरु अतीक अहमद के नक्शे कदम पर चलता है चेला, जुर्म का रंगबाज आशाद कालिया, जानें कौन है ये
Atiq ahmed news : अतीक अहमद और कालिया की फोटो
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प्रयागराज से आनंद राज की रिपोर्ट

Atiq Ahmed : भले ही अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हो गई हो लेकिन उसके गुर्गों की कहानी का अंत नहीं हो रहा है. अब अतीक गैंग के एक खास गुर्गे के बारे में पता चला है. उसका नाम है आशादा कालिया. अब इसके रिकॉर्ड के बारे में प्रयागराज जिला प्रशासन से लेकर पुलिस भी तफ्तीश कर रही है. आशाद कालिया का जुर्म से गहरा नाता रहा है. ये वो अपराधी है जिसकी किताब में जुर्म का पहला हिसाब महज 14 साल की उम्र में दर्ज हुआ था. अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले आशाद कालिया बेहद शातिर रहा है. गिट्टी के काम में हाथ डालना इसकी आदत थी. इसी काम से शुरुआत की और फिर उसके जुर्म का हिसाब बढ़ता रहा. लोगों से रंगदारी मांगना और धमकी देना तो इसके बाएं हाथ का खेल बन चुका था. अब इसी तरह आशाद कालिया की अवैध प्रॉपर्टी पर पीडीए यानी प्रयागराज विकास प्राधिकरण की निगाह है. जिस पर कार्रवाई का सिलसिला करते हुए अवैध निर्माण को पीडीए ने सील कर दिया है. बाकायदा पीडीए के कर्मचारियों ने अवैध निर्माण पर अपना नोटिस भी चस्पा दिया है. 

जानिए कौन है आशाद कालिया 

Atiq Ahmed Murder : अतीक अहमद के गैंग में शामिल होने के लिए हर एक अपराधी उत्सुक रहता था क्योंकि इस गैंग में शामिल होने के बाद आदमी अपराध की दुनिया में दुगनी तरक्की करता था। इसलिए हर एक आदमी अतीक गैंग का मेंबर बनने के लिए तैयार था और अतीक अहमद ऐसे मेंबर को तरजीह भी देते थे जो उनके लिए कुछ कर सके. कुछ ऐसा ही अतीक अहमद के गैंग का मेंबर आशाद कालिया है जो महज 14 से 15 साल के उम्र में पहला क्राइम किया. हालांकि, इस क्राइम में हल्के मुचलके में ये छूट भी गया. लेकिन अपराध की ओर बढ़ते कदम ने इसको एक बड़े अपराधी की तरफ बढ़ा दिया. उसके बाद जब जेल से छूट कर बाहर आया तो अपने अपराध के कदम को बहुत तेजी से बढ़ने लगा और बढ़ते कदम को देखकर उसे गैंग के साथ अतीक अहमद ने अपने गैंग में शामिल कर लिया. 

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आशाद कालिया (फाइल फोटो)

लाखों की रंगदारी, आज भी डरते हैं लोग

Ashad Kalia : प्रयागराज के चकिया का रहने वाला आशाद कालिया ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है. लेकिन कहा जाता वो सिर्फ आठवीं पास है लेकिन अपराध की दुनिया में इसने अच्छी पढ़ाई की. बिल्डर का काम करने वालों से रंगदारी वसूलना लोगों को किसी न किसी मामले में धमकाना और किसी के जमीन पर कब्जा करना ऐसे आरोपों से घिरे आशाद कालिया ने काफी अपराध की दुनिया में पैसा भी कमा लिया. हालांकि आशाद कालिया को अब पुलिस ने पकड़कर जेल भेज दिया है लेकिन अभी भी आशाद कालिया से पीड़ित चाहे मकसूद हों या जीशान उर्फ जानू खौफ में है. पीड़ित जीशान के मुताबिक, कालिया बहुत खतरनाक है उसके गैंग भी कई अभी मौजूद हैं. उसी ने मुझे रंगदारी मांगी थी. आज भी मुझे उससे जान का खतरा बना हुआ है. इसी तरह चकिया के रहने वाले मकसूद मियां हैं जो बिल्डर का काम करते हैं. साल 2020 में मकसूद से आसाद कालिया ने 5 लाख की रंगदारी मांगी थी और रंगदारी इसलिए मांगी की कालिया का कहना था तुम्हारा धंधा अच्छा चल रहा हमें हमारा हिस्सा दो नहीं तो आगे काम नहीं कर पाओगे. हालांकि इन दोनों मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया था और इस वक्त नैनी सेंट्रल जेल में जेल में बंद हैं. लेकिन अभी भी इन दोनों को आशाद कालिया से जान का खतरा बता रहे है.  

पीडीए ने दो मकान किए सील 

आपको बता दें कि आशाद कालिया पर 14 से अधिक अपराधिक मुकदमे है। जिसमें रंगदारी मांगना जान से धमकी देना धमकाना आदि शामिल है। जब प्रदेश सरकार ने माफिया और अपराधियों पर अपनी नकेल कसी तो इस नकल में आशाद कालिया पर भी असर पड़ा है. हालांकि पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर नैनी के सेंट्रल जेल में बंद कर दिया है। तो वहीं अपराध के जरिए कमाई गए पैसों की जांच पुलिस और जिला प्रशासन कर रही है। इसी कड़ी में प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने आशाद कालिया के दो अवैध मकान पर अपना नोटिस चश्मा कर मकान को सील करने की कारवाई की है। जिसकी कीमत तकरीबन 50 लाख रुपए से अधिक है।  पीडीए के अधिकारियों ने बताया है कि यह कार्रवाई अवैध तरीके से बनाए गए मकान को लेकर किया गया है और अभी और जमीन उनकी चिन्हित किए जाने का काम किया जा रहा है। आप को बता दे माफिया अतीक अहमद के गुर्गे असाद कालिया की दो प्रॉपर्टी को पीडीए ने करेली के 60 फिट रोड पर अवैध निर्माण को सील किया है। प्रयागराज के दो अलग अलग हुए निर्माण से पहले पीडीए से कोई नक्शा पास नहीं कराया गया था। इसी वजह से पीडीए ने दोनों ही निर्माण स्थल को सील कर दिया है।

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